शरीर को अंदर बाहर से रखें साफ-सुथरा
कई बार लोग मल-मूत्र को रोकने की आदत होती है जो कई बीमारियों को जन्म दे सकती है। इससे शरीर के अंदर अपशिष्ट पदार्थ जमा हो जाते हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। इसलिए हमेशा शरीर के विषैले तत्व को बाहर निकालें और शरीर को शुद्ध रखें।
नीम का रस और फल है उपयोगी
नीम की पत्तियां और फल बहुत गुणकारी होते हैं। इससे कई प्रकार की बीमारियों को ठीक किया जा सकता है। नीम के पत्तियों को पीसकर उसका पेस्ट बनाकर दाग़ वाली जगहों पर एक महीने लगाने से दाग़ ख़त्म हो जाते हैं। साथ ही नीम के फल खाने और नीम के पत्तों का जूस पीने से भी फ़ायदा होता है। इससे ख़ून साफ हो जाता है और सफेद दाग़ के साथ त्वचा के दूसरे रोग भी ख़त्म हो जाते हैं।
बथुआ
भोजन में बथुआ ज़्यादा से ज़्यादा शामिल करने से बहुत फ़ायदे होते हैं। बथुआ उबाल कर उसके पानी से रोज़ाना सफेद दाग़ धोने से दाग़ ख़त्म हो जाते हैं। इसके अलावा दो कप कच्चे बथुआ के रस में आधा कप तिल का तेल मिलाकर धीमी आंच पर पकाएं। जब केवल तेल रह जाये तो उसे उतार ले। इसे रोज़ दाग पर लगाने से फ़ायदा होता है।
अखरोट खाएं
अखरोट सफेद दाग में काफी फायदेमंद है। अखरोट रोज़ खायें। यह सफेद पड़ चुकी त्वचा को काली करने में मदद करता है।
नीम का रस और फल है उपयोगी
नीम की पत्तियां और फल बहुत गुणकारी होते हैं। इससे कई प्रकार की बीमारियों को ठीक किया जा सकता है। नीम के पत्तियों को पीसकर उसका पेस्ट बनाकर दाग़ वाली जगहों पर एक महीने लगाने से दाग़ ख़त्म हो जाते हैं। साथ ही नीम के फल खाने और नीम के पत्तों का जूस पीने से भी फ़ायदा होता है। इससे ख़ून साफ हो जाता है और सफेद दाग़ के साथ त्वचा के दूसरे रोग भी ख़त्म हो जाते हैं
इन चीजों से बनाएं दूरी
इन घरेलू उपायों के साथ ही कई खाने की चीजों से परहेज भी करना चाहिए जिससे सफेद दाग की समस्या बढ़े ना। मिठाई, रबड़ी, दूध व दही का एक साथ सेवन न करें। साथ ही दूध की किसी चीज के साथ मछली ना खाएं।
शरीर को अंदर बाहर से रखें साफ-सुथरा
कई बार लोग मल-मूत्र को रोकने की आदत होती है जो कई बीमारियों को जन्म दे सकती है। इससे शरीर के अंदर अपशिष्ट पदार्थ जमा हो जाते हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। इसलिए हमेशा शरीर के विषैले तत्व को बाहर निकालें और शरीर को शुद्ध रखें।