करुणानिधि, जिन्हें कोई तमिलनाडु की राजनीति का भीष्म पितामह कहता था तो कोई कलैग्नार। हिंदुस्तान की सियासत में करुणानिधि के युग का अंत हो गया है लेकिन अब उनके अंतिम संस्कार पर सियासत जारी है।
मंगलवार शाम 6 बजकर 10 मिनट पर उन्होंने आखिरी सांस ली। करुणानिधि पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम राजनेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया है। एम. करुणानिधि का पार्थिव शरीर कावेरी अस्पताल से उनके घऱ गोपालापुरम ले जाया गया है।
इसके बाद पार्थिव शरीर को लोगों के दर्शन के लिए राजाजी हाल में रखा जाएगा। जानकारी के मुताबिक, करुणानिधि का अंतिम संस्कार बुधवार को होगा। उधर, मरीना बीच पर करुणानिधि के अंतिम संस्कार के लिए सरकार द्वारा जमीन नहीं दिए जानेपर डीएमके समर्थक नाराज हो गए और कावेरी अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया।
वहीं डीएमके ने करुणानिधि का अंतिम संस्कार मरीना बीच पर करने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। खबर लिखे जाने तक (रात 12 बजे ) मद्रास हाईकोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस के घर पर इस मामले की सुनवाई चल रही थी।
इससे पहले मेडिकल बुलेटिन जारी कर बताया गया था कि करुणानिधि की हालत बेहद नाजुक है। अधिकतम चिकित्सीय मदद के बावजूद उनके महत्वपूर्ण अंगों की स्थिति बिगड़ती जा रही है।’
94 वर्षीय करुणानिधि गत 10 दिनों से यहां कावेरी अस्पताल में भर्ती थे। डॉक्टरों की टीम उनके स्वास्थ्य पर लगातार नजर रख रही थी।
वहीं अस्पताल के बाहर करुणानिधि के समर्थकों की भारी भीड़ जमा थी।लोगों की आंखों में आंसू थे और अपने हाथों में करुणानिधि की तस्वीर लिए हुए थे।