केरल के चर्चों में रात भर घूमने वालों का ताता लगा रहता है। चर्चों में पूरी रात क्राइस्ट के जन्म के किस्से और कैरल गाए जाते हैं। अपने बांधों के लिए फेमस केरल का जादू है। यहां के साफ सुथरे बीचों पर छुट्टियां बिताने का अलग ही मज़ा है।
अपने इतिहास के कारण जाना जाने वाला मंबई शहर आज एक बड़ा टूरिस्ट स्पॉट बन गया है। यहां क्रिसमस बड़े ही जोश के साथ मनाया जाता है। मुंबई के ऊचे मॉल और बाज़ार डेकोरेटेड क्रिसमस ट्री से भरे रहते हैं। चर्च गेट, हिल रोड और बांद्रा की गलियों में घूमने पर आप सड़क किनारे सजे हुए क्रिसमस ट्री देख पाएंगे।
इंडिया का लिटिल फ्रांस कहा जाने वाली पॉन्डिचेरी एक समय फ्रेंच कॉलोनी थी। अपने सुंदर बीचों के लिए मशहूर यह शहर परंपरागत चर्चों के लिए भी जाना जाता है। “द चर्च ऑफ आवर लास्ट इमेक्यूलेट कॉन्सेपशन” और “बासीलीक ऑफ द सेक्रेड हर्ट ऑफ जीसस क्राइस्ट” जिसस क्राइसेट में क्र्समस पर खास कार्यक्रमों का आयोजन होता है जो कि आकर्षण का केंद्र होते हैं।
शिलोंग का "कैथेड्रल चर्च" नॉर्थ ईस्ट इंडिया के सबसे पुराने चर्चों में से एक है। दुनिया भर से लोग का मिडनाइट मास देखने शिलोंग आते हैं। “ऑल सैंट्स कैथेड्रल’’ में प्री क्रिसमस सेलिब्रेशन किया जाता है जिसमें कि सदियों पुराने फर के पेड़ को सजाया जाता है। अप भी इस प्री क्रिसमस सेलिब्रेशन में शामिल हो सकते हैं।
क्रिसमस सेलिब्रेशन की बात हो तो हम गोवा को कैसे भूल सकते हैं क्रिस्चन प्रभुत्व वाला यह राज्य अपने हिस्टोरिकल चर्च और ईसाई कल्चर के लिए जाना जाता है। गोवा के चर्चों की सजावट मन को मोह लेती है। लोग अपने घरों पर चॉक्लेट बना कर स्टॉल भी लगाते हैं। क्रिसमस का सेलिब्रेशन गोवा में छुट्टियां मनाने का मुख्य आकर्षण होता है।