इस्लामिक धार्मिक गुरु डॉ. जाकिर नाइक एक बार फिर विवादों में हैं। इस बार विवाद का संबंध बांग्लादेश की राजधानी ढाका के एक रेस्तरां पर हाल ही में हुए आतंकी हमले से है। कहा जा रहा है कि हमले को अंजाम देने वाला एक आतंकी डा नाइक से प्रभावित था और उनका फ़ैन था। इस पर नाइक का कहना था कि उन्हें इस बात पर कोई हैरानी नही है क्योंकि बांग्लादेश में उनके सबसे ज़्यादा अनुयायी हैं हालंकि उन्होंने ये भी कहा है कि वे आतंकवाद को बढ़ावा नहीं देते। बरहाल मामला इतना तूल पकड़ चुका है कि उनकी गिरफ़्तारी की बात चल रही है। आपको बता दें अपने बयानों की वजह से नाइक की की देशों में एंट्री बैन है और अब भारत के कुछ इस्लामिक संगठनों ने भी डॉ नाइक के संगठन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। हम यहां आपको बता रहे उनके चार ऐसे बयान जिससे विवाद हुआ है। उनके ऐसे कई विवादास्पद बयान यूट्यूब पर मौजूद हैं।
देश की जानीमानी अंतरराष्ट्रीय स्तर की टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्ज़ा के स्कर्ट को लेकर कुच कट्टरपंथी मुस्लिम संगठनों ने ऐतराज़ किया था और उनसे ऐसा लिबास नहीं पहनने का 'हुक़्म' (फ़तवा) दिया था। इस बारे में पूछे जाने पर नाइक ने कहा था कि टेनिस स्टार के मुस्लिम होने की वजह से उनके कपड़ों की बात होती है। इस्लाम के मुताबिक सानिया के स्कर्ट्स और शॉर्ट्स न पहनने की दलील देते हुए जाकिर नाइक ने हिंदू नेताओं पर निशाना साधा था और कहा था कि क्या हिंदू नेता बीच बॉलीबॉल जैसे स्पोर्ट्स में अपनी बेटियों को बिकनी पहनने देंगे?
धर्मांतरण के मसले पर नाइक का मानना है कि इस्लाम छोड़कर दूसरा धर्म कबूलने की सज़ा सिर्फ मौत है। नाईक का कहना है कि मुस्लिम देशों में किसी अन्य धर्म में विश्वास रखने वाले को पूजा स्थल बनाने की इजाज़त नहीं है। वे कहते हैं कि सच्चा धर्म सिर्फ इस्लाम है जबकि बाकी धर्म सच्चे नहीं हैं।
नाइक ने ओसामा बिन लादेन को न सिर्फ आतंकी मानने से इंकार किया था बल्कि उनका पुरज़ोर समर्थन भी किया था। उनका तर्क था कि अगर ओसामा इस्लाम के दुश्मनों को डराता है तो वे उसके साथ हैं।
नाइक मानते हैं इस्लाम के मुताबिक़ कॉन्डोम का इस्तेमाल करना या परिवार नियोजन अपनाना जायज़ नहीं है।