अमेरिका के नौसैनिक अड्डे पर्ल हार्बर पर हमले के बुधवार को 75 वर्ष पूरे हो गए। इस हमले में 2,400 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। जापान के 350 से अधिक युद्धविमानों द्वारा किए गए हमलों में 2,403 अमेरिकी नागरिकों की मौत हो गई। लगभग 20 अमेरिकी पोत डूब गए थे या नष्ट हो गए थे और 300 से अधिक विमान नष्ट हो गए थे। इस हमले ने अमेरिका को हिला कर रख दिया, जिसके बाद वह भी द्वितीय विश्व युद्ध में कूद गया। अमेरिका ने छह अगस्त, 1945 को जापान के हिरोशिमा में परमाणु बम से हमला किया। इसके तीन दिन बाद अमेरिका ने नागासाकी में भी परमाणु बम हमला किया, जिसके बाद 15 अगस्त, 1945 को जापान ने अपनी हार स्वीकार कर ली। खबरें हैं कि जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे दिसंबर के अंत में पर्ल हार्बर के अरिजोना मेमोरियल का दौरा करेंगे। हालांकि, पर्यवेक्षकों के अनुसार, ऐसी संभावना कम ही है कि आबे पर्ल हार्बर पर किए गए हमले के लिए माफी मांगेंगे। ओबामा ने इस साल के शुरुआत में हिरोशिमा का दौरा किया था और इसके छह महीने बाद आबे पर्ल हार्बर का दौरा करने वाले हैं।