-
Image Source : INDIATV_KHABAR
भारत के सबसे अमीर मंदिर
-
Image Source : INDIATV_KHABAR
पद्मनाभ स्वामी मंदिर भारत का सबसे अमीर मंदिर है। यह तिरुवनंतपुरम् में बीच स्थित है। यह मंदिर बहुत प्राचीन है मंदिर की कुल एक लाख करोड़ की संपत्ति है।
-
Image Source : INDIATV_KHABAR
सोमनाथ एक महत्वपूर्ण हिन्दू मंदिर है जिसकी गिनती 12 ज्योतिर्लिंगों में प्रथम ज्योतिर्लिंग के रूप में होती है। सोमनाथ में हर साल करोड़ों को चढ़ावा आता है।
-
Image Source : INDIATV_KHABAR
काशी विश्वनाथ मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह मंदिर वाराणसी में स्थित है। महाराजा रंजीत सिंह द्वारा 1853 में 1000 कि.ग्रा शुद्ध सोने द्वारा मढ़वाया गया था।
-
Image Source : INDIATV_KHABAR
भारत में हिन्दूओं का पवित्र तीर्थस्थल वैष्णो देवी मंदिर है जो त्रिकुटा हिल्स में कटरा नामक जगह पर 1700 मी. की ऊंचाई पर स्थित है। मंदिर के पिंड एक गुफा में स्थापित है, गुफा की लंबाई 30 मी. और ऊंचाई 1.5 मी. है। यहां हर साल लगभग 500 करोड़ का दान आता है।
-
Image Source : INDIATV_KHABAR
भारत के पश्चिमी भाग में स्थित प्रांत महाराष्ट्र में शिरडी सांई बाबा मंदिर बना हुआ है। इस मंदिर की संपत्ति और आय दोनों ही करोड़ों में है। मंदिर के पास लगभग 32 करोड़ की चांदी के जेवर हैं। 6 लाख कीमत के चांदी के सिक्के हैं।
-
Image Source : INDIATV_KHABAR
सिद्धिविनायक गणेश जी का सबसे लोकप्रिय रूप है। गणेश जी की जिन प्रतिमाओं की सूड़ दाईं तरह मुड़ी होती है, वे सिद्घपीठ से जुड़ी होती हैं। इस मंदिर को 3.7 किलोग्राम सोने से कोट किया गया है।
-
Image Source : INDIATV_KHABAR
तमिलनाडु में मदुरै शहर में स्थित मीनाक्षी अम्मन मंदिर प्राचीन भारत के सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है। मीनाक्षी अम्मन मंदिर विश्व के नए सात अजूबों के लिए नामित किया गया है। यहां भी हर साल करोड़ो चढ़ावा चढ़ता है।
-
Image Source : INDIATV_KHABAR
पुरी का श्री जगन्नाथ मंदिर एक हिन्दू मंदिर है, जो भगवान जगन्नाथ (श्रीकृष्ण) को समर्पित है। यह भारत के उड़ीसा राज्य के तटवर्ती शहर पुरी में स्थित है। इनकी नगरी ही जगन्नाथपुरी या पुरी कहलाती है। इस मंदिर को हिन्दुओं के चार धाम में से एक गिना जाता है।
-
Image Source : INDIATV_KHABAR
गुरुवयुर श्री कृष्ण मंदिर गुरुवयुर केरला में स्थित है। यह मंदिर विष्णु भगवान का सबसे पवित्र मंदिर माना जाता है। कहा जाता है कि यह मंदिर लगभग 5000 साल पुराना है। अपने खजाने के कारण यह मंदिर भी भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है।