लालकिले पर पहली बार 16 अगस्त 1947 को झंडा फहराया गया राष्ट्रीय झंडे को सलामी देने की परंपरा 15 अगस्त 1947 को शुरू हुई लालकिले का असली नाम क़िला-ए-मुबारक है आजादी की पहली सुबह उस्ताद बिस्मिल्लाह खां ने शहनाई बजाई थी इंदिरा गांधी ने 16 बार लालकिले से झंडा फहराया अटल बिहारी वाजपेयी पहले ऐसे ग़ैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे जिन्होंने सबसे ज़्यादा 6 बार लाल किले पर झंडा फहराया आज़ाद भारत में 14-15 अगस्त 1947 की आधी रात तिरंगा लहराया था तब काउंसिल हाउस के ऊपर तिरंगा फहराया गया, जिसे आज संसद भवन के रूप में जाना जाता है 14 अगस्त 1947 की शाम को ही वायसराय हाउस से यूनियन जैक को उतार लिया गया वायसराय हाउस अब राष्ट्रपति भवन के नाम से जाना जाता है 15 अगस्त 1947 को जवाहर लाल नेहरू ने सुबह साढ़े आठ बजे तिरंगा फहराया था 15 अगस्त को लालकिले पर सबसे ज्यादा 17 बार जवाहर लाल नेहरू ने झंडा फहराया लाल बहादुर शास्त्री ऐसे प्रधानमंत्री थे जो अपना भाषण कभी लिखकर नहीं लाए