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स्वतंत्रता दिवस पर ये हैं लाल किले से जुड़ी खास बातें

India TV News Desk
Published on: August 15, 2016 10:53 IST
  • लालकिले पर पहली बार 16 अगस्त 1947 को झंडा फहराया गया
    लालकिले पर पहली बार 16 अगस्त 1947 को झंडा फहराया गया
  • राष्ट्रीय झंडे को सलामी देने की परंपरा 15 अगस्त 1947 को शुरू हुई
    राष्ट्रीय झंडे को सलामी देने की परंपरा 15 अगस्त 1947 को शुरू हुई
  • लालकिले का असली नाम क़िला-ए-मुबारक है
    लालकिले का असली नाम क़िला-ए-मुबारक है
  • आजादी की पहली सुबह उस्ताद बिस्मिल्लाह खां ने शहनाई बजाई थी
    आजादी की पहली सुबह उस्ताद बिस्मिल्लाह खां ने शहनाई बजाई थी
  • इंदिरा गांधी ने 16 बार लालकिले से झंडा फहराया
    इंदिरा गांधी ने 16 बार लालकिले से झंडा फहराया
  • अटल बिहारी वाजपेयी पहले ऐसे ग़ैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे जिन्होंने सबसे ज़्यादा 6 बार लाल किले पर झंडा फहराया
    अटल बिहारी वाजपेयी पहले ऐसे ग़ैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे जिन्होंने सबसे ज़्यादा 6 बार लाल किले पर झंडा फहराया
  • आज़ाद भारत में 14-15 अगस्त 1947 की आधी रात तिरंगा लहराया था
    आज़ाद भारत में 14-15 अगस्त 1947 की आधी रात तिरंगा लहराया था
  • तब काउंसिल हाउस के ऊपर तिरंगा फहराया गया, जिसे आज संसद भवन के रूप में जाना जाता है
    तब काउंसिल हाउस के ऊपर तिरंगा फहराया गया, जिसे आज संसद भवन के रूप में जाना जाता है
  • 14 अगस्त 1947 की शाम को ही वायसराय हाउस से यूनियन जैक को उतार लिया गया
    14 अगस्त 1947 की शाम को ही वायसराय हाउस से यूनियन जैक को उतार लिया गया
  • वायसराय हाउस अब राष्ट्रपति भवन के नाम से जाना जाता है
    वायसराय हाउस अब राष्ट्रपति भवन के नाम से जाना जाता है
  • 15 अगस्त 1947 को जवाहर लाल नेहरू ने सुबह साढ़े आठ बजे तिरंगा फहराया था
    15 अगस्त 1947 को जवाहर लाल नेहरू ने सुबह साढ़े आठ बजे तिरंगा फहराया था
  • 15 अगस्त को लालकिले पर सबसे ज्यादा 17 बार जवाहर लाल नेहरू ने झंडा फहराया
    15 अगस्त को लालकिले पर सबसे ज्यादा 17 बार जवाहर लाल नेहरू ने झंडा फहराया
  • लाल बहादुर शास्त्री ऐसे प्रधानमंत्री थे जो अपना भाषण कभी लिखकर नहीं लाए
    लाल बहादुर शास्त्री ऐसे प्रधानमंत्री थे जो अपना भाषण कभी लिखकर नहीं लाए