प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को जब लाल किले पर पहुंचे तो लोग उनकी एक झलक के लिए अपने स्थान पर खड़े हो गए। प्रधानमंत्री ने 73वें स्वतंत्रता दिवस पर 17वीं सदी के लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। मोदी सफेद कुर्ता पैजामा और रंगबिरंगा राजस्थानी साफा पहने हुए थे।
मोदी काले रंग की रेंज रोवर से नीचे उतरे और भीड़ की ओर हाथ हिलाया। भीड़ में हजारों स्कूली बच्चे शामिल थे।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्यमंत्री एस वाई नाइक और रक्षा सचिव संजय मित्रा ने मोदी की अगवानी की। सचिव ने जनरल आफिसर कमांडिंग (जीओसी), दिल्ली क्षेत्र का परिचय मोदी से कराया।
प्रधानमंत्री जीओसी के साथ सलामी मंच की ओर बढ़े जहां सेना के तीनों अंगों और पुलिस गारद ने उन्हें सलामी दी। मोदी इसके बाद लाल किले की प्राचीर की ओर गए और सुबह करीब साढ़े सात बजे तिरंगा फहराया।
गार्डों ने राष्ट्रीय सलामी दी और 21 तोपों की सलामी के बीच बैंड ने राष्ट्रीय गान बजाया।
प्रधानमंत्री ने इसके बाद करीब 95 मिनट तक देश को संबोधित किया। लगातार छठी बार मोदी बिना किसी बुलेट प्रूफ शीशे की सुरक्षा के खुले मंच से संबोधन दिया। इस मौके पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्रियों में राजनाथ सिंह, अमित शाह, एस जयशंकर, नितिन गडकरी, रमेश पोखरियाल, प्रह्लाद सिंह पटेल आदि नेता शामिल थे।
मोदी ने अपने संबोधन के बाद भीड़ की ओर हाथ हिलाया और वहां से रवाना होने के लिए अपने काफिले की ओर बढ़ गए। यद्यपि बीच रास्ते में वह रुक गए और अपने सुरक्षा घेरे को तोड़कर बच्चों के बीच चले गए। मोदी ने कई बच्चों से हाथ मिलाया।
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