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#RAILBUDGET2016: पूरे भारत को जोड़ती है भारतीय रेल, कहलाती है india की Lifeline

India TV News Desk
Published on: February 24, 2016 19:57 IST
  • दार्जलिंग में ऐसी ट्रेन चलती हैं जिसे टॉय ट्रेन कहा जाता है।
    दार्जलिंग में ऐसी ट्रेन चलती हैं जिसे टॉय ट्रेन कहा जाता है।
  • रेलवे का रामेश्वरम सागर पुल शानदार है। 143 खम्बों पर खड़ा यह पुल रामेश्वरम से पंबन टापू तक आने जाने का इकलौता ज़रिया है। यह पुल हमेशा से बेहद विषम हालात में भी खड़ा रहा है।
    रेलवे का रामेश्वरम सागर पुल शानदार है। 143 खम्बों पर खड़ा यह पुल रामेश्वरम से पंबन टापू तक आने जाने का इकलौता ज़रिया है। यह पुल हमेशा से बेहद विषम हालात में भी खड़ा रहा है।
  • 78 किलोमीटर का यह रेलवे ट्रैक दार्जलिंग में 1879 से 1881 के बीच बना था। यह रेलवे ट्रैक खूबसूरत जंगलों, वादियों और चाय के बागानों से होकर गुज़रता है। इस टॉय ट्रैन में बैठ कर आप कंचनजंघा की चोटी को निहार सकते हैं।
    78 किलोमीटर का यह रेलवे ट्रैक दार्जलिंग में 1879 से 1881 के बीच बना था। यह रेलवे ट्रैक खूबसूरत जंगलों, वादियों और चाय के बागानों से होकर गुज़रता है। इस टॉय ट्रैन में बैठ कर आप कंचनजंघा की चोटी को निहार सकते हैं।
  • कोंकण के इस रेल मार्ग पर यात्रा करना आपके लिए एक अद्भुद अनुभव हो जाएगा। कर्नाटक के ठोकुर से महाराष्ट्र के रोहा तक यह रास्ता बेहद खूबसूरत है। इस रास्ते में 91 सुरंगें और 2000 से भी ज्यादा पुल पड़ते हैं।
    कोंकण के इस रेल मार्ग पर यात्रा करना आपके लिए एक अद्भुद अनुभव हो जाएगा। कर्नाटक के ठोकुर से महाराष्ट्र के रोहा तक यह रास्ता बेहद खूबसूरत है। इस रास्ते में 91 सुरंगें और 2000 से भी ज्यादा पुल पड़ते हैं।
  • वातावरण की सबसे विषम परिस्थितियों से गुज़रने वाला यह रेलवे ट्रैक बर्फीले पहाड़ों से लेकर झुलसते रेगिस्तानों तक हर जगह से गुज़रता है। 53 किलोमीटर लम्बा यह रेल ट्रैक 20 सुरंगों और 158 पुलों से होकर गुज़रता है।
    वातावरण की सबसे विषम परिस्थितियों से गुज़रने वाला यह रेलवे ट्रैक बर्फीले पहाड़ों से लेकर झुलसते रेगिस्तानों तक हर जगह से गुज़रता है। 53 किलोमीटर लम्बा यह रेल ट्रैक 20 सुरंगों और 158 पुलों से होकर गुज़रता है।
  • 96 किलोमीटर लम्बा कालका से शिमला तक का रेल ट्रैक यात्रियों के चहेते रेल मार्गों में से है। यह खूबसूरत रास्ता हिमालय की वादियों और खूबसूरत पहाड़ों से होकर जाता है।
    96 किलोमीटर लम्बा कालका से शिमला तक का रेल ट्रैक यात्रियों के चहेते रेल मार्गों में से है। यह खूबसूरत रास्ता हिमालय की वादियों और खूबसूरत पहाड़ों से होकर जाता है।
  • इसे भारत का सबसे खूबसूरत रेलवे ट्रैक माना जाता है। दुग्ध-सागर से होकर जब ट्रैन गुज़रती है तो आप पलकें झपकाना तक भूल जाते हैं। 310 मीटर की ऊंचाई से गिरता दूध सा सफेद पानी आकाश से होती दूध की बारिश जैसा लगता है।
    इसे भारत का सबसे खूबसूरत रेलवे ट्रैक माना जाता है। दुग्ध-सागर से होकर जब ट्रैन गुज़रती है तो आप पलकें झपकाना तक भूल जाते हैं। 310 मीटर की ऊंचाई से गिरता दूध सा सफेद पानी आकाश से होती दूध की बारिश जैसा लगता है।
  • भारत की हरी-भरी वादियों के बजाए जयपुर का यह रेलवे ट्रैक आपको दूर-दूर तक पीली रेत के टीलों के दर्शन कराता है। लम्बे चौड़े रेत के मैदान और उन पर ऊंटों की लम्बी कतारें घर में लटकी किसी सीनरी को जैसे जीवंत कर देती है।
    भारत की हरी-भरी वादियों के बजाए जयपुर का यह रेलवे ट्रैक आपको दूर-दूर तक पीली रेत के टीलों के दर्शन कराता है। लम्बे चौड़े रेत के मैदान और उन पर ऊंटों की लम्बी कतारें घर में लटकी किसी सीनरी को जैसे जीवंत कर देती है।
  • यह पुल भी रेलवे के खतरनाक ट्रैक्स में शुमार होता है।
    यह पुल भी रेलवे के खतरनाक ट्रैक्स में शुमार होता है।
  • यह जम्मू-कश्मीर ऊधमपुर राजमार्ग का खूबसूरत ट्रैक है।
    यह जम्मू-कश्मीर ऊधमपुर राजमार्ग का खूबसूरत ट्रैक है।