Sunday, November 24, 2024
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Photographs जिन्हें दुनियां में वाहवाही मिली, लेकिन बहुतों को रूलाया

India TV News Desk
Updated on: June 06, 2016 16:31 IST
  • कहा जाता है कि एक फोटो हजार शब्दों से ज्यादा गहरी बात कह देती है। दुनियां के बेहतरीन फोटोग्राफर ने ऐसी तमाम खूबसूरत तस्वीरें दुनियां के सामने पेश की हैं जिन्होंने वाहवाही तो लूटी लेकिन बहुतों को रुला भी दिया। देखिए ऐसी ही कुछ चुनिंदा तस्वीरें।
    कहा जाता है कि एक फोटो हजार शब्दों से ज्यादा गहरी बात कह देती है। दुनियां के बेहतरीन फोटोग्राफर ने ऐसी तमाम खूबसूरत तस्वीरें दुनियां के सामने पेश की हैं जिन्होंने वाहवाही तो लूटी लेकिन बहुतों को रुला भी दिया। देखिए ऐसी ही कुछ चुनिंदा तस्वीरें।
  • PhotoJounralist Kevin Carter ने इस फोटो को खींचा था। इस फोटो के लिए उन्हें पुलित्जर पुरस्कार भी मिला। हालांकि इस फोटो को खींचने के कुछ दिन बाद ही आत्मग्लानि में आत्महत्या कर ली। बताया जाता है कि उन्हें अफसोस था कि उन्होंने फोटो खींचने के बजाए उस बच्ची को बचाया क्यों नहीं, जिस पर एक गिद्द की नजर थी।
    PhotoJounralist Kevin Carter ने इस फोटो को खींचा था। इस फोटो के लिए उन्हें पुलित्जर पुरस्कार भी मिला। हालांकि इस फोटो को खींचने के कुछ दिन बाद ही आत्मग्लानि में आत्महत्या कर ली। बताया जाता है कि उन्हें अफसोस था कि उन्होंने फोटो खींचने के बजाए उस बच्ची को बचाया क्यों नहीं, जिस पर एक गिद्द की नजर थी।
  • सीरिया में हुए हमले में बुरी तरह घायल बच्चे ने मरते बक्त कहा था कि मैं खुदा को सब कुछ बताऊंगा।
    सीरिया में हुए हमले में बुरी तरह घायल बच्चे ने मरते बक्त कहा था कि मैं खुदा को सब कुछ बताऊंगा।
  • अमेरिका में हुए हमले के दौरान जान बचाने के लिए टवींट आवर से छलांग लगाता एक व्यक्ति।
    अमेरिका में हुए हमले के दौरान जान बचाने के लिए टवींट आवर से छलांग लगाता एक व्यक्ति।
  • इस तस्वीर ने भोपाल गैस त्रासदी के मंजर को बयां कर दिया था।
    इस तस्वीर ने भोपाल गैस त्रासदी के मंजर को बयां कर दिया था।
  • अफरीकी देश युगांडा में कुपोषण का शिकार हुए बच्चे का हाथ थामते हुए एक मिशनरी कार्यकर्ता।
    अफरीकी देश युगांडा में कुपोषण का शिकार हुए बच्चे का हाथ थामते हुए एक मिशनरी कार्यकर्ता।
  • यह फोटो डॉन मैकुलिन ने खींची थी। यह सीन बाइफ्रा का है जहां तात्कालीन समय में तीन साल से जारी युद्ध के कारण लाखों जिंदगियां तबाह हो गई थीं। इस दौरान करीब 900 बच्चों को कैंप में रखा गया जो मरने के काफी करीब की स्थिति में पहुंच चुके थे।
    यह फोटो डॉन मैकुलिन ने खींची थी। यह सीन बाइफ्रा का है जहां तात्कालीन समय में तीन साल से जारी युद्ध के कारण लाखों जिंदगियां तबाह हो गई थीं। इस दौरान करीब 900 बच्चों को कैंप में रखा गया जो मरने के काफी करीब की स्थिति में पहुंच चुके थे।
  • यह मशहूर फोटोग्राफ डॉक्टर फ्रिट्ज ने खींची थी।
    यह मशहूर फोटोग्राफ डॉक्टर फ्रिट्ज ने खींची थी।
  • यह फोटो जॉन फिलो ने 4 मई 1970 को खींची थी। इस फोटोग्राफ के लिए फिलो को पुलित्जर सम्मान से नवाजा गया। इस फोटो में दिखाया गया है कि एक 14 साल की लड़की जेफ्री मुलर की डेड बॉडी को देखकर रो रही है जिसे ओहियो के नेशनल गार्ड्स ने गोली से उड़ा दिया था।
    यह फोटो जॉन फिलो ने 4 मई 1970 को खींची थी। इस फोटोग्राफ के लिए फिलो को पुलित्जर सम्मान से नवाजा गया। इस फोटो में दिखाया गया है कि एक 14 साल की लड़की जेफ्री मुलर की डेड बॉडी को देखकर रो रही है जिसे ओहियो के नेशनल गार्ड्स ने गोली से उड़ा दिया था।
  • यह एक बौद्ध भिक्षु थिक क्वांग डक की है जिसने खुद को जिंदा जला लिया था।
    यह एक बौद्ध भिक्षु थिक क्वांग डक की है जिसने खुद को जिंदा जला लिया था।
  • एक भयावह दृश्य को दिखाती यह तस्वीर साल 1860 के दौरान पेनिसिलवेनिया में खींची गई थी।
    एक भयावह दृश्य को दिखाती यह तस्वीर साल 1860 के दौरान पेनिसिलवेनिया में खींची गई थी।
  • यह तस्वीर एक अमेरिकी फोटोग्राफर लेविस डब्ल्यू हाइन ने खींची थी, जो कि उन बाल मजदूरों की दशा को दर्शाने के लिए काफी है जो कि साउथ पिट्सन पेनिसिलवेनिया की कोल माइन में काम किया करते थे।
    यह तस्वीर एक अमेरिकी फोटोग्राफर लेविस डब्ल्यू हाइन ने खींची थी, जो कि उन बाल मजदूरों की दशा को दर्शाने के लिए काफी है जो कि साउथ पिट्सन पेनिसिलवेनिया की कोल माइन में काम किया करते थे।