राहुल गांघी आज कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्विरोध चुने गए. वह 16 दिसंबर को औपचारिक रुप से कांग्रेस अध्यक्ष पद का कार्यभार संभालेंगे. आपको बता दें कि राहुल देश की सबसे पुरानी पार्टी की कमान संभालेंगे. इस समय राहुल पार्टी के उपाध्यक्ष हैं. राहुल कांग्रेस के अध्यक्ष बनने वाले नेहरू-गांधी परिवार के छठे शख्स हैं. राहुल गांधी से पहले मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरु, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी के हाथों में पार्टी की कमान रही है. राहुल की ताजपोशी के साथ ही 19 साल से इस पद पर मौजूद सोनिया गांधी जिम्मेदारी से मुक्त हो गई हैं.
मेरे लिए कांग्रेस पार्टी मेरी ज़िंदगी है, देश की जनता मेरी ज़िंदगी है और मैं देश की जनता और पार्टी के लिए संघर्ष करता रहूंगा.
उफ़नती हुई लहर उन लोगों को नहीं उठाती जिनके पास नाव नही है. हमें उनके लिए नाव बनानी है. हमें उन्हें ऐसा बुनियादी ढांचा मुहैया कराना है ताकि वे भी लहर के साथ ऊपर उठ सकें.
राजनीति हर जगह है....ये आपकी शर्ट में है...आपकी पैंट में है...हर जगह है.
-हमने युवाओं की आकांक्षाओं को पर लगाए हैं. लोकतंत्र पीछे जाने वाला नही है. भारत जैसे इतने विशाल देश को चलाना एक व्यक्ति के बस की बात नहीं है. हम लोकतांत्रिकरण की प्रक्रिया में तेज़ी लाएंगे और मुझे लगता है कि ये कांग्रेस के लिए एक बड़ा अवसर है क्योंकि यही कांग्रेस का DNA है.
कोई भी उस व्यक्ति की अनदेखी नहीं कर सकता जो रोज़गार मांगता है. कोई भी उस ग़रीब आदमी की अनदेखी नहीं कर सकता जो खाना मांगता है. कोई भी किसी को सरकार से सवाल करने से नहीं रोक सकता.
मेरे पिता ने एक काम शुरु किया था, एक सपना उन्होंने देखा था. आज मैं आपके पास आया हूं.....मुझे उस सपने को हक़ीक़त में बदलने दो.
मैं सुनिश्चित करुंगा कि बदलाव आए और ये मैं इस तरह से करुंगा जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते.