67वें गणतंत्र दिवस का समापन बीटिंग द रिट्रीट के साथ हुआ। हर साल 29 जनवरी को चार दिन की रिपब्लिक डे सेरेमनी का अंत बीटिंग द रिट्रीट से होता है। दिल्ली के विजय चौक पर बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी हुई। इस बार की बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी कई मायनों में खास है। पहली बार शास्त्रीय संगीत और भारतीय वाद्य यंत्रों को बीटिंग द रिट्रीट में रखा गया। भारतीय वाद्य यंत्र 'भारत हमको जान से प्यारा है' की धुन बजायी गई। इस बार कुल 26 धुनों में से 20 धुनें भारतीय संगीतकारों ने तैयार की और 15 मिलिट्री बैंड, 18 पाइप एंड ड्रम बैंड ने हिस्सा लिया। 67वें गणतंत्र दिवस का समापन बीटिंग द रिट्रीट के बाद राष्ट्रध्वज को सम्मान के साथ रखते हुए बीटिंग द रिट्रीट के समय कुछ ये मनमोहक नजारा था। बीटिंग द रिट्रीट समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए। 67वें गणतंत्र दिवस का समापन बीटिंग द रिट्रीट में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी भी बग्घी से आएं। 67वें गणतंत्र दिवस का समापन बीटिंग द रिट्रीट शाम का समय कुछ यूं नजारा था। जिसे देखने के लइए हजारों लोग आए थे।