सिंहस्थ में दूर-दराज से आए साधु-संतों की जीवनशैली श्रद्धालुओं को अचंभित कर रही है।
श्रद्धालु मेला क्षेत्र में स्थापित विभिन्न पंडालों में पहुँचकर साधु-संतों की अद्भुत और अलौकिक दुनिया देख रहे हैं।
सिंहस्थ मेला क्षेत्र में एकत्रित साधु-संत आध्यात्मिकता के साथ श्रद्धालुओं को योग, संस्कृति एवं पर्यावरण का भी सन्देश दे रहे हैं।
बड़ी-बड़ी जटायें और धूनी रमाए नागा साधुओं को देखकर श्रद्धालु सुखद आश्चर्य से भर जाते हैं।
उज्जैन सिंहस्थ में हो रहे सांस्कृति महाकुंभ कला उत्सव में देश-दुनिया के कलाकारों की भागीदारी सिंहस्थ के सांस्कृतिक स्वरूप को प्रदर्शित कर श्रद्धालुओं को खासा आकर्षित कर रही है।
उज्जैन सिंहस्थ में हो रहे सांस्कृति महाकुंभ कला उत्सव में देश-दुनिया के कलाकारों की भागीदारी सिंहस्थ के सांस्कृतिक स्वरूप को प्रदर्शित कर श्रद्धालुओं को खासा आकर्षित कर रही है।
श्रद्धालु भारतीय संस्कृति, कला एवं एतिहासिक धरोहरों को अपने अर्न्तमन में समेंट रहे हैं।
आध्यात्मिक उत्थान करने मेला क्षेत्र में एकत्रित हुए साधु-संतों ने भव्य रूप से क्षिप्रा घाटों पर पहुँच स्नान किया।
साधु-संतों ने हर-हर महादेव, जय महाकाल, क्षिप्रा मैया की जय हो आदि उद्घोषों के साथ
साधु-संतों को स्नान करते देख अलौकिक आनंद से सरोबार हुए श्रद्धालु।