दुनिया के दिग्गज बॉक्सर मोहम्मद अली का आज 74 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्हें पार्किनसन की बीमारी भी थी जिसने उनकी सांस लेने की समस्या को और ज्यादा गंभीर कर दिया था। अली ने चार शादियां की थी जिनसे उन्हें सात बेटियां और दो बेटे थे।
अली का जन्म 17 जनवरी 1942 को हुआ था। उनका शुरुआती नाम कैसियस मर्सेलुस क्ले जूनियर था।
उन्होंने 12 साल की उम्र में बॉक्सिंग ट्रेनिंग शुरू की थी और सिर्फ 22 साल की उम्र में 1964 में सोनी लिस्टन को हराकर उलटफेर करते हुए वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियनशिप जीत ली थी।
इसके कुछ ही समय बाद उन्होंने डेट्रॉएट में वालेस डी फ्रैड मुहम्मद द्वारा शुरू किया गया 'नेशन ऑफ इस्लाम' ज्वाइन कर अपना नाम बदल लिया।
उन्होंने अपनी मशहूर जीत के तीन साल बाद उन्होंने यूएस मिलिट्री ज्वाइन करने से इनकार कर दिया।
सेना को मना करने के चलते अली को गिरफ्तार कर उनका हैवीवेट टाइटल छीन लिया गया।
1971 में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने उनकी सजा पलट दी। अली के युद्ध के लिए ईमानदारी से मना करने के फैसले ने उन्हें ऐसे लोगों का नायक बना दिया जो युद्ध के खिलाफ थे।
कैसियस क्ले के नाम से मशहूर इस बॉक्सर ने 1975 में सुन्नी इस्लाम कबूल कर लिया और इसके 30 साल बाद उन्होंने सूफिज्म का रास्ता पकड़ लिया।
अली के कई निकनेम्स थे जिनमें 'द ग्रेटेस्ट, द पीपल्स चैंपियन और द लुइसविले लिप' सबसे मशहूर थे।
मशहूर पहलवान जॉर्ज वैग्नर से प्रभावित अली प्रेस कॉन्फ्रेंस और इंटरव्यू के लिए किसी मैनेजर के भरोसे ना होकर इन्हें खुद ही हैंडल करते थे।