-
ये सहरा है मियां सहरा में चालांकी नहीं चलती
यहां मजनू की चल जाती है लैला की नहीं चलती।
-
न था कुछ तो ख़ुदा था, कुछ न होता तो ख़ुदा होता,
डुबोया मुझको होने ने न मैं होता तो क्या होता।
-
काजू भुने पलेट में, विस्की गिलास में
उतरा है रामराज विधायक निवास में
पक्के समाजवादी हैं, तस्क
-
तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है
मगर ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी है।
-
साथ रोती थी मेरे साथ हंसा करती थी
वो लड़की जो मेरे दिल में बसा करती थी।
-
दुनिया में हूं दुनिया का तलबगार नहीं हूं
बाजार से गुजरा हूं, खरीदार नहीं हूं।
-
परखना मत, परखने में कोई अपना नहीं रहता
किसी भी आईने में देर तक चेहरा नहीं रहता।
-
क्यों डरें जिन्दगी में क्या होगा
कुछ ना होगा तो तजरूबा होगा।
-
नई हवाओं की सोहबत बिगाड़ देती है
कबूतरों को खुली छत बिगाड़ देती है।
जो जुर्म करते हैं इतने बुरे
-
मोहब्बत करने वाला जिंदगी भर कुछ नहीं कहता
कि दरया शोर करता है समंदर कुछ नहीं कहता।
-
हर तरफ, हर जगह, हर बार दिखते हो
जब भी दिखते हो तुम, अखबार दिखते हो।