सोशल मीडिया पर हर दिन कई फेक न्यूज और फेक वीडियो वायरल होते रहते हैं। आम लोग इन फेक न्यूज पर आसानी से भरोसा कर लेते हैं और इन्हें आगे फॉरवर्ड कर देते हैं। ऐसी ही फेक न्यूज से आपको सावधान करने के लिए हम लेकर आते हैं India Tv Fact Check। फेक न्यूज का ताजा मामला सामने आया है अयोध्या के 'राम पथ' पर गड्ढे का। राम नगरी अयोध्या के नाम पर इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि अयोध्या का रामपथ, जो करोड़ों रुपये की लागत से बना था, पहली बारिश में ही ढह गया। वीडियो में एक महिला को भी गड्ढे में गिरते हुए दिखाया गया है।
वीडियो वायरल होते ही पुलिस-प्रशासन सक्रिय हो गया। जांच-पड़ताल की गई तो यह वीडियो फर्जी निकला। अयोध्या पुलिस ने भी इस वीडियो को पूरी तरह से भ्रामक बताया है। पुलिस का कहना है कि यह वीडियो अयोध्या का नहीं है।
India TV ने की पड़ताल
चूंकि सोशल मीडिया पर ये वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा था और इसे अयोध्या के राम पथ का वीडियो बताकर शेयर किया जा रहा था, इसलिए हमने इस दावे की पड़ताल करने की ठानी। सबसे पहले हमने गूगल ओपन सर्च की मदद से विभिन्न वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सर्च किया। इंडिया टीवी की जांच में वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा गलत पाया गया। जांच में पाया कि वायरल वीडियो अयोध्या का नहीं, बल्कि ब्राजील का है और साल 2022 का है।
फेसबुक पर इस वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, ''हमारे पैसे को लुटेरे ऐसे डूबा रहे हैं। अयोध्या का रामपथ, जिसकी लागत 8 अरब 44 करोड़ आई थी, जिसकी लंबाई 14 किलोमीटर है। जैसे इस रोड पर गड्ढे हैं वैसे ही हमारे पूरे रामपथ पर ऐसे गड्ढे बने हुए हैं। इसका काम भुवन इंफ्राकॉम लिमिटेड अहमदाबाद ने किया है, जिसको सरकार ने नोटिस भी भेजा है। आप ही अंदाजा लगा लीजिए कि कितनो ने मिलकर अरबो लूटे हैं।'' सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर भी विनय कुमार डोकनिया नाम के एक यूजर ने इसी वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, ''गुजरात की भुवन इंफ्राकॉम नाम की कंपनी ने अयोध्या के राम पथ में 844 करोड़ रुपए की लागत से ये 13 किमी की सड़क कुछ ही महीनो पहले बना कर खड़ी की थी। देखिए पहली बारिश के बाद क्या हाल हो गया इस masterpiece का। राम राज्य में विकास का राम नाम सत्य हो गया है मित्रों।''
कार्रवाई करेगी अयोध्या पुलिस
वहीं अयोध्या के निवासी भी वीडियो को फर्जी बता रहे हैं। अंशुल कुमार सिंह ने कहा कि, इस वीडियो में कोई सच्चाई नहीं है। राम पथ इतना भी खराब नहीं है कि इस तरीके का कोई गड्ढा हो जाए या कोई जनहानि हो जाए। आशीष कुमार सिंह ने कहा कि, वीडियो अयोध्या का नहीं है। क्योंकि इस तरह का कोई गड्ढा राम पथ पर नहीं हुआ है। वो वीडियो गलत है।
पुलिस ने भी बताया कि यह प्रकरण थाना कोतवाली नगर का है। जहां सोशल मीडिया के फेसबुक प्लेटफार्म पर एक वीडियो वायरल हुआ। इसमें 'राम पथ' पर गड्ढे होने का दावा किया जा रहा था। जांच में यह वीडियो फर्जी पाया गया है। मामले की विवेचना की जा रही है, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
फैक्ट चेक में क्या निकला?
दरअसल, पिछले दिनों बारिश की वजह से अयोध्या की सड़कों पर जलभराव हुआ। साथ ही कई सड़कों पर गड्ढे भी हो गए। इन्हीं सड़कों के वीडियो और तस्वीरों को सोशल मीडिया पर पोस्ट करके भ्रामक खबरें फैलाई गईं। प्रशासन ने इसे जांच के बाद गलत बताया है। India TV की ओर से किए गए फैक्ट चेक में सामने आया है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ये वीडियो किसी असली घटना का नहीं बल्कि ब्राजील के सियारा स्टेट के किसी जगह का है और इसे झूठे दावे के साथ वायरल किया जा रहा था इसलिए लोगों को ऐसी किसी भी पोस्ट से सावधान रहने की सलाह दी जाती है।