India TV Fact Check: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि दो महिलाएं बुर्का पहनकर किसी शॉपिंग मार्ट में चोरी करते पकड़ी गईं हैं। दावा है कि ये वीडियो तेलंगाना के एक शॉपिंग मार्ट का है जहां इन महिलाओं को चोरी करते पकड़ा गया है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो की आड़ में कुछ लोग इसे लेकर सांप्रदायिक दुष्प्रचार भी कर रहे हैं। लिहाजा हमने इस वायरल वीडियो का फैक्ट चेक किया तो ये पाया कि ये हाल का नहीं बल्कि करीब 6 साल पुराना है।
क्या हो रहा वायरल?
ये वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म X (ट्विटर) पर @MeghUpdates नाम के यूजर ने पोस्ट किया है। 52 सेकेंड के इस वीडियो को 16 सितंबर 2023 को शेयर किया गया और इसे 2.5 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा है। इसके अलावा इस वीडियो के 4700 से ज्यादा लोगों ने रीपोस्ट भी किया है। इस वीडियो के कैप्शन में लिखा है, "तेलंगाना में बुर्का/हिजाब में महिलाएं चोरी करते रंगे हाथों पकड़ी गईं।" (कैप्शन को जस का तस लिखा गया है)
यही वीडियो फेसबुक पर भी साझा किया जा रहा है। फेसबुक पर एक Sanjay Sagar II ने भी 17 सितंबर को यही वीडियो शेयर किया। इसके साथ कैप्शन में लिखा है, "तेलंगाना के एक शिपिंग सेंटर में बुर्का पहने मुस्लिम महिलाएं चोरी करते हुए रंगे हाथों पकड़ी गईं। वहां के स्थानीय लोगों ने उस मुस्लिम महिला को पुलिस के हवाले कर दिया।" (कैप्शन को जस का तस लिखा गया है)
इंडिया टीवी ने की पड़ताल
जब हमने इस वीडियो को ध्यान से देखा तो इसमें एक शॉपिंग मार्ट में कुछ लोग दो महिलाओं को पकड़े हुए हैं। इस वीडियो में लोग हिंदी के अलावा भी कोई दूसरी भाषा बोलते सुनाई दे रहे हैं। वीडियो में एक शख्स ये कहते हुए सुनाई पड़ रहा है, "मारना नहीं... मारना नहीं।" फिर वो कहता है, "बुर्का निकालो..." इस पूरे वीडियो में महिलाएं गिड़गिड़ाती दिखाई दे रही हैं। पड़ताल को आगे बढ़ाने के लिए हमने इस वीडियो के एक कीफ्रेम को गूगल लैंस की मदद से सर्च किया।
गूगल इमेज सर्च के दौरान हमें एक अरब देश की न्यूज वेबसाइट Shiawaves की खबर मिली। इस खबर को हमने अंग्रेजी में ट्रांसलेट किया। खबर की हैडलाइन थी, "दिनदहाड़े अधिकारों का हनन, भारत में हिंदू चरमपंथी मुस्लिम महिलाओं के सिर से बर्का हटा रहे हैं।" (अरबी को ट्रांसलेट करके लिखा गया है) इस खबर को जब हमने अनुवाद करके और आगे पढ़ा तो साफ होने लगा था कि इसमें केवल वीडियो से जुड़े एक तरफा दावे के बारे में बात की गई है और इस घटना से जुड़ी कोई जानकारी नहीं है। हालांकि इस अरबी न्यूज वेबसाइट से ये साफ होने लगा था कि ये वीडियो हाल का नहीं है। क्योंकि इस खबर में वायरल वीडियो का एक कीफ्रेम लगाया गया था और ये खबर 22 अक्टूबर 2022 को प्रकाशित की गई थी।
फिर हमने अपनी पड़ताल को और भी ज्यादा पुख्ता करने के लिए वीडियो के कई सारे अलग-अलग कीफ्रेम को गूगल पर इमेज सर्च किया तो एक फेसबुक पेज पर ये वीडियो मिला। ये वीडियो 'Hilal E Deccan News - #HD News' नाम के फेसबुक अकाउंट पर शेयर किया गया था। इस यूजर ने ये वीडियो 10 जुलाई 2017 को शेयर किया था। इस वीडियो के कैप्शन में लिखा था, "निर्मल तेलंगाना में शॉपिंग मार्ट में रंगे हाथों पकड़ी गई महिला चोर। कल गैर मुस्लिम लड़कियाँ बुर्का पहनके डी-मार्ट निर्मल में चोरी करते पकड़ी गईं।" (कैप्शन को जस का तस लिखा गया है) अब हमें इस घटना के बारे में जब इतनी जानकारी मिल गई तो हमने इस घटना के बारे में और जानकारी जुटाना शुरू किया। हमने इस घटना से जुड़े अब तक मिले कीवर्ड जैसे- 'बुर्का+चोरी+शॉपिंग मार्ट+निर्मल+हैदराबाद' से गूगल पर खूब सर्च किया लेकिन इससे जुड़े हमें कोई भी विश्वसनीय न्यूज वेबसाइट या यूट्यूब चैनल पर पुख्ता खबर नहीं मिली
पड़ताल में क्या निकला?
इंडिया टीवी ने जब इस वीडियो की पड़ताल की तो ये पता चला कि हाल ही का बताकर वायरल किया जा रहा ये वीडियो साल 2017 का है। हालांकि इस वीडियो के साथ 2017 में सोशल मीडिया पर ऐसे दावे किए गए थे कि बुर्के में चोरी करते पकड़ी गई ये महिलाएं हिंदू हैं। हालांकि इस खबर से जुड़ी हमें कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल सकी। लेकिन ये बात पक्की हो गई ये वीडियो 6 साल पुराना है।
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