India TV Fact Check: उत्ताराखंड और हिमाचल प्रदेश में इन दिनों कुदरत का कहर देखने को मिल रहा है। भारी बारिश, लैंडस्लाइड और फ्लैश फल्ड के कारण पहाड़ों से बेहद डरावने दृश्य सामने आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर ऐसी वीडियो की मानो बाढ़ सी आ गई हो। लेकिन ऐसे में कई ऐसे वीडियो भी शेयर किए जा रहे हैं जो भ्रामक हैं। ऐसा ही एक वीडियो हमारे सामने आया। इस वीडियो में कहीं बाढ़ का दृश्य दिख रहा है, खूब सारे घर हैं और पानी रौद्र रूप में है। इसे केदारनाथ में बाढ़ का मंजर बताकर शेयर किया जा रहा है। इंडिया टीवी फैक्ट चेक टीम ने जब इस दावे की पड़ताल की तो सामने आया कि ये वीडियो केदारनाथ का नहीं है।
क्या है वायरल वीडियो के साथ दावा?
दरअसल, एक फेसबुक पेज जिसका नाम- 'Satsang-सत्संग-पौराणिक कहानियाँ-ध्यान-भक्ति-रीति रिवाज़ व वैज्ञानिक आधार' है। इस पेज पर एक शांतिलाल प्रजापत नाम के यूजर ने एक वीडियो शेयर किया। इस वीडियो को करीब 6 दिन पहले पोस्ट किया गया है। इस वीडियो के कैप्शन में लिखा है, “केदारनाथ में पानी की बहाड़ आई देखिए इस वीडियो में।” इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि ये केदारनाथ का है।
इंडिया टीवी ने किया फैक्ट चेक
जब हमें ये वीडियो मिला तो हमने इसे ध्यान से देखा। फिर इस वीडियो के एक स्क्रीनशॉट को गूगल पर सर्च करना शुरू किया। गूगल सर्च रिजल्ट में हमें कुछ यूट्यूब के वीडियो मिले। ये वीडियो स्वात घाटी में आई बाढ़ के थे। हमने इनमें से एक वीडियो पर क्लिक किया और इसे बारीकी से देखना शुरू किया। ये वीडियो शेरीन ज़दा नाम के पत्रकार के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया था। इस वीडियो को इस चैनल पर 1 सितंबर 2020 को शेयर किया गया था। इस वीडियो के टाइटल और डिस्क्रिप्शन में लिखा है कि ये स्वात नदी में आई भयानक बाढ़ की है। शेरीन ज़दा ने अपनी इस रिपोर्ट में बताया है कि पाकिस्तान के बहरीन और मद्यान इलाकों में इस बाढ़ से कितना नुकसान हुआ है। स्वात नदी में आए इस उफान से कितने बड़े पैमाने पर तबाही मची है। बता दें कि स्वात पाकिस्तान के उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त का एक जिला और पहाड़ों से घिरी एक सुन्दर घाटी है। यहां से होकर गुजरने वाली नदी को स्वात नदी कहा जाता है। स्वात घाटी को पाकिस्तान का स्विटजरलैण्ड भी कहा जाता है।
वीडियो में पत्रकार शेरीन ज़दा ने जो दृश्य दिखाए उसमें वो क्लिप भी दिखी जो हमारे वायरल वीडियो में दिख रहे हैं। ये स्वात घाटी के उसी जगह का वीडियो है जो वायरल वीडियो में केदारनाथ का बताया जा रहा है। इसके बाद यूट्यूब वीडियो के अलावा हमने स्वात घाटी में आई बाढ़ के बारे में कुछ न्यूज रिपोर्ट्स को भी खंगाला। इस दौरान हमें aushimalaya नाम से एक एक न्यूज वेबसाइट मिली। इस वेबसाइट पर "स्वात में स्वदेशी समुदायों में आपदाओं के दौरान संचार" नाम से एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई है। ये भी अक्टूबर, साल 2020 की है। इस रिपोर्ट में साल 2020 में स्वात घाटी में आई बाढ़ के दौरान वहां के समुदायों ने बिना किसी आधुनिक दूरसंचार माध्यम के बिना कैसे एक दूसरे तक दूर-दूर तक संदेश पहुंचाए, के बारे में विस्तार से बताया गया है। इस रिपोर्ट में भी जिस फोटो का इस्तेमाल किया गया है, वह हमारे वायरल वीडियो के एक कीफ्रेम से हूबहू मैच कर रही है।
इसके बाद हमने जब हमने और सर्च किया तो स्वात नदी में आए उफान का एक और वीडियो मिला। ये वीडियो 'टोटल इन्फो' नाम के यूट्यूब चानल पर अपलोड किया गया था। ये वीडियो 2 सितंबर 2020 को डाला गया था। इसके टाइटल में लिखा है- 'स्वात में भारी बाढ़ का एरियल दृश्य, पाकिस्तान बाढ़ 2020।' साफ है कि ये वाला वीडियो भी पाकिस्तान के स्वात घाटी का है। इस वीडियो में भी दूसरे एंगल से उसी जगह पर बाढ़ का मंजर का दिखाया गया है जो हमारी फेसबुक पर वायरल वीडियो और शेरीन ज़दा की यूट्यूब वीडियो में दिख रहा था। इससे साफ होता है कि ये सारे वीडियो पाकिस्तान की स्वात घाटी में साल 2020 में आई बाढ़ के हैं और फेसबुक पर केदारनाथ का बताकर वायरल किया गया वीडियो भ्रामक है।
इंडिया टीवी के फैक्ट चेक में फेसबुक पर 'केदारनाथ में आई बाढ़ का मंजर' बताकर शेयर किया जाने वाला वीडियो भ्रामक निकला। वायरल वीडियो का केदारनाथ से कोई संबंध नहीं है। ये वीडियो असल में सितंबर 2020 में पाकिस्तान के स्वात घाटी में आई भयानक बाढ़ का है।
ये भी पढ़ें-