India TV Fact Check: सोशल मीडिया पर हर दिन कई फेक न्यूज और फेक वीडियो वायरल होते रहते हैं। आम लोग इन फेक न्यूज पर आसानी से भरोसा कर लेते हैं और इन्हें आगे फॉरवर्ड कर देते हैं। इन्हीं फेक न्यूज से आपको सावधान करने के लिए हम लेकर आते हैं India TV फैक्ट चेक। फेक न्यूज का ताजा मामला कोलकाता रेप-मर्डर केस की पीड़िता से जुड़ा है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दिख रहा है कि किसी अस्पताल में स्ट्रेचर पर रखकर एक शव को बाहर ले जाया जा रहा है। स्ट्रेचर के आगे एक आदमी को चलते देखा जा सकता है जो कतार में खड़े हॉस्पिटल स्टाफ के आगे हाथ जोड़ रहे हैं। वीडियो के साथ कहा जा रहा है कि ये कोलकाता रेप-मर्डर केस की पीड़िता के पिता हैं जो अपनी बेटी के शव को अस्पताल से बाहर ले जा रहे हैं। हालांकि, जब India TV ने इस दावे का फैक्ट चेक किया तो ये दावा पूरी तरह से फर्जी साबित हुआ है।
क्या किया गया दावा?
वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लोग कैप्शन में लिख रहे हैं, “ये हिम्मत है उस पिता की जो मर के भी जिंदा है। महादेव जी ये पिता को ये लड़ाई लड़ने की शक्ति दे।” इस कैप्शन के साथ वीडियो को फेसबुक और X पर सैकड़ों लोग शेयर कर चुके हैं।
इंडिया टीवी फैक्ट चेक ने पाया कि इस वीडियो का कोलकाता वाले मामले से कोई संबंध नहीं है। ये जून 2024 का विशाखापट्टनम का वीडियो है।
India TV ने की पड़ताल
सोशल मीडिया पर ये वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा था, इसलिए हमने इस दावे की पड़ताल करने की ठानी। सबसे पहले हमने गूगल ओपन सर्च की मदद से विभिन्न वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सर्च किया। कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें दिखा कि ये वीडियो इसी दावे के साथ बांग्ला भाषा में भी वायरल है। बांग्ला पोस्ट्स में जो वीडियो मौजूद है उसमें ‘@uttamchandshingvi’ नाम का एक इंस्टाग्राम हैंडल नजर आ रहा है। इस हैंडल पर वायरल वीडियो को 2 जून 2024 को शेयर किया गया था। ये बात यहीं साफ हो जाती है कि वायरल वीडियो कोलकाता वाली घटना होने से दो महीने पहले से ही इंटरनेट पर मौजूद है। सर्च करने पर हमें इस बारे में और भी कुछ खबरें मिलीं जिनमें इस वीडियो के बारे में बताया गया है।
जांच में पता चला कि वीडियो में स्ट्रेचर पर लेटे व्यक्ति का नाम विपिन मेहता था जिनकी 29 मई को विशाखापट्टनम में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। वह मूल रूप से राजस्थान के जालौर के रहने वाले थे लेकिन अपने बिजनेस के चलते आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में रहते थे। विशाखापट्टनम में सड़क हादसे में विपिन मेहता के सिर पर गहरी चोट लगी थी। अस्पताल में दो दिन तक इलाज के बाद उनकी मौत हो गई थी। विपिन की मौत के बाद उनके पिता प्रवीण मेहता ने दूसरों की जान बचाने के लिए बेटे का देहदान कर दिया था। प्रवीण के इस सराहनीय कदम के बाद अस्पताल के 300 सदस्यों ने विपिन मेहता के शव को गार्ड ऑफ ऑनर देकर अस्पताल से विदा किया था। वीडियो में भी यही नजर आ रहा है और स्ट्रेचर के आगे चल रहे व्यक्ति विपिन के पिता ही हैं।
वीडियो विशाखापत्तनम के पिनेकल अस्पताल का है। वीडियो में भी एक जगह पर ‘PINNACLE HOSPITALS’ लिखा देखा जा सकता है जिससे ये साबित हो जाता है कि वायरल वीडियो के साथ झूठा दावा किया जा रहा है कि ये कोलकाता रेप-मर्डर केस की पीड़िता के पिता हैं।
फैक्ट चेक में क्या निकला?
इंडिया टीवी की जांच में वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा गलत पाया गया। इंडिया टीवी के फैक्ट चेक ने पाया कि इस वीडियो का कोलकाता वाले केस से कोई संबंध नहीं है। ये जून 2024 का विशाखापत्तनम के एक अस्पताल का वीडियो है जहां एक पिता ने अपने बेटे के देहदान किया था, इसलिए लोगों को ऐसी किसी भी फर्जी पोस्ट से सावधान रहने की सलाह दी जाती है।