सोशल मीडिया और इंटरनेट लोगों के जीवन में जितनी सुविधाएं लाते हैं, उतनी ही समस्या भी पैदा करते हैं। इन समस्याओं में से एक है फेक न्यूज। हर रोज बड़ी संख्या में लोग इसका शिकार होते रहते हैं। इसी समस्या से आपको बचाने के लिए हम लेकर आते हैं IndiaTv का फैक्ट चेक। फेक न्यूज का ये मुद्दा जुड़ा है उत्तर प्रदेश में छात्रों द्वारा शिक्षक को गोली मारे जाने से। इस वीडियो को लेकर ये दावा किया जा रहा है कि गोली चलाने वाले छात्र मुस्लिम हैं। हालांकि, फैक्ट चेक में कुछ और ही सच्चाई निकल कर सामने आई है।
क्या है पूरा मामला?
उत्तर प्रदेश के आगरा में दो छात्रों ने सुमित सिंह नाम के कोचिंग संचालक को बाहर बुलाया और उसे पैर में गोली मार दी। कोचिंग संचालक को गोली मारने के बाच छात्रों ने शेखी बघारने के लिए सोशल मीडिया पर वीडियो भी अपलोड किया। वीडियो में छात्र ये कहते हुए दिखे कि उन्हें सुमित को 40 गोली मारनी है। अभी 39 गोली बाकी है। वीडियो में आरोपी छात्र अपना नाम फैजल और सुच्चा गैंगस्टर बता रहे हैं।
क्या हो रहा दावा?
वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोगों ने इस घटना को हिंदू-मुस्लिम एंगल देना शुरू कर दिया। हालांकि, वीडियो में दोनों छात्रों ने अपना मुस्लिम नाम ही प्रयोग किया था। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (X) पर उपमा राजपूत नाम की एक यूजर ने लिखा है- यूपी के आगरा में दो छात्रों ने टीचर सुमित को कोचिंग सेंटर के बाहर गोली मार दी, वीडियो वायरल, वारदात के बाद आरोपी छात्र फैजल और सुच्चा गैंगस्टर ने खुशी मनाते हुए वीडियो शूट किया, छात्र ने कहा- 'तेरी टांग छलनी करुंगा। 40 गोली मारनी हैं, 39 और रह गई हैं'। वहीं, ठाकुर योगिता सिंह नाम की एक फेसबुक यूजर ने भी ऐसी ही पोस्ट शेयर की है।
India Tv की पड़ताल
क्योंकि सोशल मीडिया पर ये वीडियो काफी लोग शेयर कर रहे थे, इस कारण हमने इसकी पड़ताल की। सबसे पहले हमने गूगल ओपन सर्च पर मामले से जुड़े कीवर्ड्स का सहारा लिया और वायरल वीडियो की पड़ताल की। हमें मामले से जुड़ी कई खबरें मिली जिसमें छात्रों द्वारा कोचिंग संचालक को गोली मारने का दावा सही निकला। बताया जा रहा है कि छात्रों का शिक्षक सुमित के भाई से कुछ विवाद हुआ जिसके बाद उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया। हालांकि, छात्रों के नाम में गड़बड़ पाई गई। अब हम ज्यादा जानकारी के लिए आगरा पुलिस के ट्विटर हैंडल पर गए जहां ये बात साफ हो गई कि इस घटना में कोई हिंदू-मुस्लिम एंगल नहीं है और छात्रों ने भ्रम फैलाने के मकसद से अपना नाम गलत बताया है।
क्या निकली सच्चाई?
आगरा पुलिस की ओर से दिए गए बयान में आरोपी छात्रों के नाम तरुण और उत्तम बताए गए हैं। मामले के सामने आते ही खंदौली पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर के अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु टीमों का गठन किया गया। पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए 24 घंटों के भीतर ही दोनों आरोपी छात्रों को गिरफ्तार कर लिया है।
Fact Check में क्या निकला?
India Tv की पड़ताल में सामने आया कि शिक्षक को गोली मारने की घटना सही है लेकिन छात्रों ने भ्रम फैलाने के लिए अपना नाम गलत बताया। फैक्ट चेक में घटना में हिंदू-मुस्लिम एंगल का दावा भ्रामक निकला है। यूजर्स ऐसी खबरों से सावधान रहें।
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