India TV Fact Check: राजस्थान में 200 विधानसभा सीटों के लिए 25 नवंबर को वोटिंग हो चुकी है, लेकिन सोशल मीडिया पर फैलाया गया दुष्प्रचार अभी तक वायरल हो रहा है। ऐसा ही एक वीडियो हमारे सामने आया जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि ये राजस्थान में कांग्रेस की रैली का है जहां पाकिस्तान के झंडे लहराए गए हैं। जब इंडिया टीवी ने इसका फैक्ट चेक किया तो पाया कि दावा पूरी तरह फर्जी है और रैली में दिख रहा झंडा पाकिस्तान का नहीं है। साथ ही ये वायरल वीडियो कई साल पुराना है।
क्या हो रहा वायरल?
दरअसल, फेसबुक पर 'Dr. Sambit Patra Fans Club' नाम का एक पेज है जिसपर LC Bhandari नाम से एक यूजर ने कल यानी 25 नवंबर 2023 को ये वीडियो शेयर किया गया था। इसके साथ ही कैप्शन में लिखा है, "राजस्थान मे का़गैस की रैली परन्तु झंडा पाकिस्तान का लहराया जा रहा है. गद्दारौ को सजा मिलनी चाहिए" (कैप्शन को जस का तस लिखा गया है)
इस 48 सेकेंड के वीडियो में जो शख्स रिकॉर्ड कर रहा है, वह कहता सुनाई दे रहा है,
"ये कांग्रेस की रैली और कैसे पाकिस्तान का झंडा लहराया जा रहा है। गौर से देखिए आप इस रैली को इसमें पाकिस्तान का झंडा कैसे लहरा रहे हैं ये लोग देखो... तुम्हारी खुद की गलती है। गौर से देखो... शर्म आती है मुझे इस रैली में खड़े हिंदुओं भाइयों को कहते हुए... शर्म कर लो रे शर्म... वोट दिया था ना।”
इंडिया टीवी ने किया फैक्ट चेक
जब हमने इस वीडियो को ध्यान से देखा तो इसमें जो भी हरे झंडे दिख रहे थे, उनमें से कोई भी पाकिस्तान का झंडा नहीं लग रहा था। इसके बाद हमने पाकिस्तान के झंडे से वीडियो वाले झंडे को मिलाना शुरू किया। जब दोनों झंडों में अंतर पता किया तो दिखा कि पाकिस्तान के राष्ट्रीय ध्वज में गहरे हरे रंग के साथ उसकी बाईं तरफ सफेद पट्टी होती है और चांद सितारे हरे हिस्से में बने होते हैं।
लेकिन वीडियो में जो भी झंडे दिख रहे हैं वे सभी पूरे हरे हैं और उनमें दोनों तरफ आधे-आधे हिस्से में सफेद पट्टी है। साथ ही इन झंडों में उर्दू या अरबी में कुछ लिखा हुआ दिख रहा है। वीडियो में दिख रहे झंडे में लिखावट के साथ ही इस्लाम धर्म में मानी जाने वाली कोई पवित्र मस्जिद भी बनी है। ऊपर दी गई दोनों तस्वीरों में आप फर्क साफ देख सकते हैं।
असली वीडियो 5 साल पुराना
अब हमें ये पता लग चुका था कि वायरल वीडियो में दिख रहे झंडे पाकिस्तान के नहीं है। इसके बाद हमने ये पता लगाना शुरू किया कि ये वीडियो राजस्थान की है या नहीं और ये कब की है। इसके लिए हमने गूगल पर कीवर्ड की मदद से सर्च करना शुरू किया तो राजस्थान पुलिस का एक ट्वीट मिला। ये पोस्ट 12 दिसंबर 2018 को किया गया था। लिहाजा वीडियो 5 साल पुराना है। इस ट्वीट में राजस्थान पुलिस ने यही वीडियो लगाया हुआ था और इस बात का खंडन किया था कि वायरल वीडियो में दिख रहे झंडे पाकिस्तान के नहीं हैं।
राजस्थान पुलिस ने अपने ट्वीट के कैप्शन में लिखा, "चेतावनी! ये वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है जिसमें दावा किया गया है कि कांग्रेस के विजय जुलूस में पाकिस्तान का झंडा लहराया जा रहा है। यह झूठ है और हम लोगों से अनुरोध करते हैं कि वे इसके झांसे में न आएं। हम शरारती तत्व का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।"
पड़ताल में क्या निकला
इंडिया टीवी के फैक्ट चेक में ये साफ हुआ कि वायरल वीडियो में दिख रहे झंडे पाकिस्तान के नहीं बल्कि कोई दूसरे इस्लामिक झंडे हैं। ये 5 साल पुराना है, जिसका खंडन खुद राजस्थान पुलिस ने भी किया था।
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