India TV Fact Check: मध्य प्रदेश में हाल ही में डॉक्टर मोहन यादव ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। सीएम बनते ही मोहन यादव ताबड़तोड़ एक्शन में आ गए हैं। राज्य में दो जगह बुलडोजर कार्रवाई भी कर चुके हैं। ऐसे में सीएम मोहन यादव का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसके साथ दावा है कि मुख्यमंत्री बनने के तुरंत बाद यादव ने भ्रष्टाचारियों को बेहद सख्त लहजे में चेतावनी दी है। जब इंडिया टीवी ने इस वीडियो का फैक्ट चेक किया तो पाया कि ये मोहन यादव का ही बयान है लेकिन उनके सीएम बनने से एकर साल पहले का है।
क्या हो रहा वायरल?
दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर 'raikwarlalsingh' नाम के यूजर ये वीडियो तीन दिन पहले शेयर किया है। इस वीडियो के अंदर टेक्स्ट में लिखा है, "मध्य प्रदेश के नए मुख्य मंत्री भ्रष्टाचार विरोधी। पटवारी गिरदावल तहसीलदार कांन खोलकर सुन लें, यदि ये बेईमानी करते दिखे, तो नौकरी करने लायक नहीं छोड़ेंगे।"
इस वीडियो में मोहन यादव कहते सुनाई दे रहे हैं, "...योजनाओं के परिपेक्ष में कोई छोटी-मोटी कमी भी हो तो माफ करना... लेकिन सबको लेकर चलना... और ये पटवारी, गिरदावर, तहसीलदार कान खोलकर सुन लें... अगर ये बेईमानी करते दिखेंगे तो यहीं सस्पेंड कर देंगे।"
इंडिया टीवी ने किया फैक्ट चेक
इस वायरल वीडियो के संबंध में हमने सबसे पहले गूगल पर कुछ कीवर्ड की मदद से सर्च किया। इस दौरान हमारे सर्च रिजल्ट में 'पंजाब केसरी MP' के यूट्यूब चैनल पर मोहन यादव का ये वीडियो मिला जिसमें वह भ्रष्ट कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए दिख रहे हैं। इस वीडियो के टाइटल में लिखा है, "पटवारी, गिरदावर, तहसीलदार मंत्री मोहन यादव की चेतावनी कान खोलकर सुन लें-अगर बेइमानी की तो टांग दिया" 'पंजाब केसरी MP' के यूट्यूब चैनल पर ये वीडियो 17 मई 2022 को अपलोड किया गया था। इससे ये साफ है कि वीडियो एक डेढ़ साल पुराना है।
गूगल सर्च के दौरान हमें 'पत्रिका' की एक खबर भी मिली। इस खबर की हैडलाइन है- "पटवारी, गिरदावर और तहसीलदार कान खोलकर सुनले बदमाशी करोगे तो सस्पेंड करके यही टांग कर जाएंगे" इस खबर में लिखा है, "इन दिनों जिले के प्रभारी मंत्री मोहन यादव लगातार विकास कार्यों का लोकार्पण कर रहे हैं। यदि पिछले 3 दिन की बात करें तो 200 से ज्यादा कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण प्रभारी मंत्री के माध्यम से किया जा चुका है।"
खबर में आगे लिखा है, "राजस्व से जुड़ी हुई समस्याओं का तुरंत निराकरण किया जाए। इसको लेकर मंत्री मोहन यादव ने कहा कि कोई भी आवेदक परेशान ना हो उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि गिरदावर, पटवारी, तहसीलदार सुन ले। यदि किसी ने भी बदमाशी की तो यही सस्पेंड करते हुए टांग कर जाएंगे।" ये खबर भी 17 मई 2022 को प्रकाशित की गई थी। साफ है कि मोहन यादव का ये बयान तब का है जब वह शिवराज सरकार में मंत्री थे।
पड़ताल में क्या निकला?
इस वायरल वीडियो की पड़ताल में साफ हुआ कि मोहन यादव ने ये बयान पिछले साल शिवराज कैबिनेट में मंत्री रहते हुए दिया था, ना कि मुख्यमंत्री बनने के बाद।
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