India Tv Fact Check: सोशल मीडिया पर हर रोज ऐसे कई पोस्ट और खबरें वायरल होती रहती हैं जिनका सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं होता। आम लोग भ्रामक खबरों का आसानी से शिकार हो जाते हैं इन फेक न्यूज को आगे बढ़ाते रहते हैं। ऐसे ही फेक न्यूज से आपको सावधान करने के लिए हम लेकर आते हैं India Tv Fact Check। फेक न्यूज का ये मामला जुड़ा है देश के प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा से जुड़ी हुई। सोशल मीडिया पर एक बस की तस्वीर को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि रतन टाटा ने रतन टाटा ने भारतीय सेना को बुलेट प्रूफ और बम प्रूफ बस दी है। हालांकि, India Tv की ओर से किए गए फैक्ट चेक में ये दावा भ्रामक साबित हुआ है।
क्या हो रहा है वायरल?
सोशल मीडिया पर रतन टाटा की तस्वीर जोड़कर एक बस को वायरल किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि ये बस रतन टाटा ने सेना को मुहैया कराई है। फेसबुक पर Ravi Kumar नाम के यूजर ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा- "हाल फिलहाल में रतन टाटा "मोटर्स" ने भारतीय सेना को बुलेट प्रूफ, बम प्रूफ बसें उपलब्ध कराई हैं।" वहीं, Samajvadi Youth नाम की प्रोफाइल से भी इसी तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा गया है- "रतन टाटा ने भारतीय सेना को बुलेट प्रूफ और बम प्रूफ बस दिया।"
पड़ताल में सामने आई सच्चाई
क्योंकि सोशल मीडिया पर आजकल रतन टाटा का नाम लेकर काफी भ्रामक बातें शेयर की जाती हैं। कई बार रतन टाटा ने भी ऐसी बातों का खंडन किया है। इसलिए हमने इस वायरल दावे की पड़ताल की। जब हमने गूगल ओपन सर्च की मदद से इस मामले में सर्च किया तो हमें कहीं भी टाटा द्वारा इस वायरल बस की तरह कोई गाड़ी सेना को मुहैया कराने की खबर नहीं दिखी। फिर हमने टाटा और भारतीय सेना की सोशल मीडिया प्रोफाइल भी चेक की। यहां टाटा द्वारा सेना को दी गई कई अन्य जरूरी वाहनों का जिक्र मिला लेकिन वायरल बस का नहीं। इसके बाद हमने गूगल रिवर्स इमेज का सहारा लिया और वायरल तस्वीर को सर्च किया। ऐसा करते ही हमें CRPF की ओर से साल 2017 में किया गया एक ट्वीट मिला जिसमें ऐसी ही बस दिखाई गई है और कहा गया है कि ये बस MIDHANI ने CRPF को सौंपी है। ऐसा करने से ये बात साफ हो गई थी कि ये बस सेना को टाटा की ओर से नहीं दी गई है।
Fact Check में क्या निकला?
India Tv की ओर से किए गए फैक्ट चेक में पता लगा कि रतन टाटा या टाटा ग्रुप की ओर से सेना को कई आधुनिक चीजें मुहैया कराई गई हैं। हालांकि, जिस बस की तस्वीर शेयर की जा रही है वो बस MIDHANI नाम की कंपनी ने CRPF को मुहैया कराई है। ऐसे में यूजर्स द्वारा किया जा रहा दावा भ्रामक साबित हुआ है। लोगों को इस पोस्ट से सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
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