India TV Fact Check: इस भारत में G-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी की जा रही है। ऐसे में पूरी दिल्ली को दुल्हन की तरह सजाया गया है। दिल्ली में जगह-जगह G-20 के बड़े-बड़े होर्डिंग और दिवारों पर पेंटिंग देखने को मिल रही हैं। लेकिन इस बीच सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं, जिनके साथ दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीर दिल्ली में हो रहे जी-20 शिखर सम्मेलन की है और जी-20 के बड़े-बड़े होर्डिगों से झोपड़ियों और खराब दिख रही इमारतों को ढक दिया गया है। हमने जब इस तस्वीर का फैक्ट चेक किया तो ये फोटो भ्रामक निकली।
वायरल फोटो के साथ क्या है दावा?
दरअसल, फेसबुक पर 'योगेश तिवारी' नाम के एक यूजर ने एक फोटो शेयर की जिसमें दो तस्वीरों का कोलाज है। इस फोटो में जी20 शिखर सम्मेलन के कई सार होर्डिंग हैं जो कुछ इमारतों को ढक रहे हैं। गौर से देखने पर ये इमारतें काफी खस्ताहाल में दिख रही हैं। फेसबुक पर 'योगेश तिवारी' ने 5 सितंबर 2023 ये पोस्ट शेयर की और इसके साथ कैप्शन में लिखा, "देखिए कैसे एक झटके में दिल्ली से गरीबी मिट गई..." (यहां कैप्शन को जस का तस लिखा गया है)
एक और फेसबुक यूजर 'राहुल कुमार' ने भी इसी तरह का एक कोलाज अपने अकाउंट पर शेयर किया और उसके साथ कैप्शन में लिखा, "देखिए, एक झटके में दिल्ली से गरीबी मिट गई। मुझे लगता है कि गरीबी मिटाने का काम कर रहे महान एनजीओ संस्थाओं को तंबू, पंडाल, होर्डिंग का साइड बिजनेस भी करना चाहिए।" (यहां कैप्शन को जस का तस लिखा गया है)
इंडिया टीवी ने किया फैक्ट चेक
जब हमारे सामने इन तस्वीरों का कोलाज सामने आया तो सबसे पहले तो हमने इन्हें गौर से देखा। वायरल कोलाज की एक फोटो को जब पैनी नजर से देखा तो उसमें लिखा मिला, "Mumbai Welcome G20 Delegates" यानी कि G20 प्रतिनिधियों का मुंबई स्वागत करता है। इस तस्वीर से ये तो साफ होने लगा था कि ये तस्वीर दिल्ली की नहीं बल्कि मुंबई की है।
इसके बाद अपनी पड़ताल को और पुख्ता करने के लिए हमने इन तस्वीरों को गूगल लेंस के सहारे सर्च करना शूरू किया। जैसे ही हमने गूगल पर इस तस्वीर को सर्च किया तो इससे जुड़ी कई सारे खबरें हमारे सामने खुलकर आ गईं। हमें इस दौरान न्यूज वेबसाइट 'द हिंदू' पर एक खबर मिली। ये खबर 18 दिसंबर 2022 को प्रकाशित की गई थी। 'द हिंदू' की इस खबर में भी वही तस्वीर का उपयोग किया गया है जो फेसबुक पर वायरल पोस्ट में थी। 'द हिंदू' की इस खबर में लिखा है कि बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने पिछले सप्ताह शहर में हुई जी-20 बैठक के दौरान वित्तीय राजधानी की आर्थिक असमानताओं को छिपाने के लिए मुंबई की कुछ मलिन बस्तियों को "कवर" कर दिया है।
इसी क्रम में हमने फिर वायरल पोस्ट की एक और तस्वीर को गूगल लेंस की मदद से सर्च किया तो अंग्रेजी न्यूज वेवसाइट 'नेशनल हेराल्ड' की एक खबर खुलकर सामने आई। ये खबर 17 दिसंबर 2022 को प्रकाशित की गई थी। 'नेशनल हेराल्ड' की इस खबर में लिखा है, "भारत इस वर्ष 20 अर्थव्यवस्थाओं के समूह (जी20) की अध्यक्षता करेगा और इसकी तीन दिवसीय बैठक मुंबई में होगी। मुंबई शहर, जो कई अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों और नेताओं की मेजबानी करता रहा है, वहां इस बार कुछ अजीब देखने को मिला - नगर निगम के अधिकारी इसकी झुग्गियों को ढकने और उन्हें नज़रों से ओझल करने का प्रयास कर रहे हैं।"
हमारी पड़ताल में वायरल पोस्ट की दो तस्वीरें मुंबई की निकली। लेकिन तस्वीरों की पुष्टि के लिए हमने फेसबुक पर शेयर की गई एक और तस्वीर को भी गूगल लेंस की मदद से सर्च किया तो हमें इसी से जुड़ी एक और खबर मिली। ये खबर न्यूज वेबसाइट ABP पर 8 जनवरी 2023 को प्रकाशित की गई थी। इस खबर में भी वायरल पोस्ट वाली तस्वीर छपी हुई थी। खबर में लिखा है, "भारत ने एक दिसंबर से औपचारिक रूप से जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता संभाली है। इसी बीच कुछ ऐसी तस्वीरें भी सामने आई हैं जो हैरान करने वाली हैं। बीते दिसंबर के महीने में शिखर सम्मेलन के लिए जी-20 देशों के प्रतिनिधि मुंबई पहुंचे थे। इस दौरान मुंबई की झुग्गी झोपड़ियों को पर्दे की दीवार से ढकने की तस्वीरें सामने आई थीं।"
वायरल पोस्ट का दावा निकला भ्रामक
लिहाजा इंडिया टीवी के फैक्ट चेक में फेसबुक पर दिल्ली की बताकर वायरल की जा रही तस्वीरें मुंबई की निकलीं। ये तस्वीरें पिछले साल दिसंबर में आयोजित हुई जी-20 शिखर सम्मेलनों की बैठक के दौरान की हैं।
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