India TV Fact Check: पिछले एक हफ्ते में इजरायल के हवाई हमलों में लेबनान में लगभग 1000 लोगों की मौतें हो चुकी हैं। मरने वालों में बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। इजरायल का कहना है कि वह हिजबुल्लाह के लड़ाकों और उसके सैन्य ठिकानों को निशाना बना रहा है। इस बीच इजरायली पीएम ने लेबनान के लोगों से हसन नसरुल्लाह के चंगुल से निकलने की अपील की है, जो हिज्बुल्लाह के चीफ हैं। इजरायली पीएम नेतन्याहू ने एक वीडियो मैसेज जारी कर कहा था कि उनके देश की लड़ाई लेबनानी नागरिकों के साथ नहीं है, बल्कि हिजबुल्लाह के खिलाफ है। अब सोशल मीडिया पर नसरुल्लाह का एक वीडियो वायरल है, जिसमें वो फूट-फूटकर रोते हुए दिखाई दे रहे हैं।
दावा किया जा रहा है कि लेबनान पर हाल में हुए हमलों में अपने टॉप कमांडर मोहम्मद कबीसी को खोने के बाद नसरुल्लाह फूट-फूट कर रोने लगे। हालांकि, जब India TV ने इस दावे का फैक्ट चेक किया तो ये दावा पूरी तरह से फर्जी साबित हुआ है। वीडियो का लेबनान में हुए इजरायली हमलों से कोई लेना-देना नहीं है। नसरुल्लाह का ये वीडियो 2 साल से ज्यादा पुराना है।
क्या किया गया दावा?
लोग नसरुल्लाह के वीडियो को अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर कर यह दावा कर रहे हैं कि कमांडर मोहम्मद कबीसी के मारे जाने के बाद वह जोर-जोर से रो रहे हैं। सोशल मीडिया यूजर ने वीडियो शेयर कर लिखा, ''कर्म की सजा तो एकदिन मिलनी ही है! इस कट्टरपंथी मुसलमान को ठीक से देख लीजिए! ये हिजबुल्लाह आतंकी संगठन का कमांडर नसरल्लाह है। 7 अक्टूबर को जब इजरायल के लोग मारे गए थे तब ठहाके लगाकर हंस रहा था! आज जब हिजबुल्लाह के आतंकी मारे गए तो बिलख-बिलखकर रो रहा है। आज ये अपने लोगों के जान की भीख मांगता फिर रहा है।'' इसी तरह के कैप्शन के साथ वीडियो को फेसबुक और एक्स पर कई लोग शेयर कर चुके हैं।
India TV ने की पड़ताल
सोशल मीडिया पर ये वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा था, इसलिए हमने इस दावे की पड़ताल करने की ठानी। सबसे पहले हमने गूगल ओपन सर्च की मदद से विभिन्न वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सर्च किया। इस दौरान हमें कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं जिनमें वीडियो के स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल किया गया है। वीडियो की सच्चाई पता लगाने के लिए हमने रिवर्स सर्च किया तो एक फेसबुक अकाउंट मिला जिस पर वायरल वीडियो को 12 अगस्त 2022 को अपलोड किया गया था। इससे यह साफ होता है कि वीडियो हाल-फिल्हाल का नहीं बल्कि 2 साल पुराना है।
हमें यूट्यूब पर भी वायरल क्लिप से जुड़ी कई वीडियोज मिलीं। Moamel Al-Maqdisi नामक यूट्यूब चैनल पर वायरल क्लिप दो साल पहले ही अपलोड की जा चुकी है। यहां से मिली जानकारी के मुतबाकि, नसरुल्लाह, पैगबंर मौहम्मद के पोते इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए रो रहे थे।
फैक्ट चेक में क्या निकला?
जांच में वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा गलत पाया गया। इंडिया टीवी के फैक्ट चेक ने पाया नसरुल्लाह के रोने के पुराने वीडियो को लेबनान पर हुए मौजूदा हमलों से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो को फर्जी दावों के साथ शेयर किया जा रहा है, इसलिए लोगों को ऐसी किसी भी फर्जी पोस्ट से सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
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