Factcheck: आज का दौर डिजिटल युग का है। सोशल मीडिया से लेकर दूसरे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स खबर पढ़ने, देखने और सुनने का माध्यम बन गए हैं। ब्रेकिंग न्यूज के इस भागदौड़ में कई बार कुछ गलत खबरें भी स्प्रेड हो जाती है तो कुछ शरारती तत्व फेक न्यूज फैलाने लगते हैं। इंडिया टीवी आपको हमेशा उन फेक न्यूज से सतर्क रहने और सही जानकारी आप तक पहुंचाने का काम हमेशा से करता आ रहा है। आज भी हम वाट्सऐप पर तेजी से फॉरवर्ड हो रहे एक मैसेज का फैक्टचेक करेंगे, जिसको लेकर दावा किया जा रहा है कि सरकार जल्द पर्सनल कॉल रिकॉर्ड करने जा रही है। उसके लिए सरकार ने वाट्सऐप के साथ मिलकर कुछ नए नियम तय किए हैं।
क्या है दावा?
दावा किया जा रहा है कि सरकार अब आम आदमी का पर्सनल कॉल सुनने जा रही है, जिसमें वह कॉल रिकॉर्ड करने के साथ-साथ उस व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया पर क्या पोस्ट किया जा रहा है, इसपर भी नजर रखेगी। इस दावे में लोगों को सावधान होने और मोबाइल कम इस्तेमाल करने तथा सोशल मीडिया को कम या बिलकुल ही ना चलाने का सलाह भी दिया गया है। एक दावा वाट्सएप को लेकर भी है, जिसमें कहा गया है कि सरकार अब ट्रिपल टिक का इस्तेमाल करेगी।
- ✔= संदेश भेजा गया।
- ✔✔= संदेश पहुंच गया।
- दो नीले ✔✔= संदेश पढ़ें।
- तीन नीले ✔✔✔= सरकार संदेश नोट करती है।
- दो नीले और एक लाल ✔✔✔= सरकार आपके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।
- एक नीला और दो लाल = सरकार आपकी जानकारी जांच रही है।
- तीन लाल ✔✔✔= सरकार ने आपके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है और जल्द ही आपको अदालत का समन मिलेगा।
दावे में कितना दम?
इस वायरल मैसेज को चेक करने के लिए हमने गूगल पर 'कल से लागू होने वाले नए कम्यूनिकेशन रूल' के बारे में इंग्लिश में सर्च किया, जिसका कीवर्ड हमने लिखा, 'Tʜᴇ ɴᴇᴡ ᴄᴏᴍᴍᴜɴɪᴄᴀᴛɪᴏɴ ʀᴜʟᴇs ғᴏʀ WʜᴀᴛsAᴘᴘ ᴀɴᴅ WʜᴀᴛsAᴘᴘ Cᴀʟʟs (Vᴏɪᴄᴇ ᴀɴᴅ Vɪᴅᴇᴏ Cᴀʟʟs) ᴡɪʟʟ ʙᴇ ɪᴍᴘʟᴇᴍᴇɴᴛᴇᴅ ғʀᴏᴍ ᴛᴏᴍᴏʀʀᴏᴡ'तो गूगल पर 29 मई 2021 का पहला आर्टिकल मिला जिसमें इस मैसेज को फेक बताया गया था। ऐसे दर्जनों आर्टिकल अलग-अलग समय के मिले जो इस दावे को गलत बता रहे थे। हमने जब इसके बारे में सरकार के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पीआईबी फैक्टचेक पर देखा तो पता चला कि सरकार इस दावे को गलत बता रही है। केंद्र सरकार द्वारा इस तरह के कोई नियम लागू नहीं किए गए हैं।
क्या है वाट्सऐप का नियम
वाट्सऐप को लेकर कुछ दिन पहले खबर आई थी कि यह आम यूजर्स का पर्सनल डेटा इस्तेमाल कर रहा है। सिर्फ इस खबर को लेकर केंद्र सरकार ने कंपनी को फटकार लगाई थी कि वह यूजर्स की प्राइवेसी का ख्याल रखे। इसके बाद कंपनी ने कई दिनों तक कैंपेन चलाकर यह बताया था कि वह किसी भी यूजर्स का पर्सनल डेटा नहीं पढ़ती है। उसे वह इनक्रिप्टेड लैंग्वेज में समझती है।
जहां तक रही बात ट्रिपल टिक की तो कंपनी का स्पष्ट गाइडलाइन है जिसके मुताबिक, सिंगल टिक यानि मैसेज सेंड हो गया है, डबल टिक यानि आपका मैसेज डिलीवर हो गया है, डबल ब्लू टिक यानि कि मैसेज सीन किया जा चुका है।
कुल मिलाकर कहें तो यह दावा पूर्ण रूप से फर्जी है। सरकार ने कॉल रिकॉर्ड करने को लेकर ना ही वाट्सऐप के साथ कोई समझौता किया है ना ही ऐसा कोई गाइडलाइन जारी किया है। तो यूजर्स इस खबर पर ध्यान ना दें तथा उसे आगे शेयर करने से बचें। एक गलत खबर कंपनी, आम आदमी तथा सरकार को संकट में ला सकती है। इसलिए सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।
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