सोशल मीडिया के दौर में लोगों तक हर सूचना आसानी से पहुंच जाती है। लेकिन इन सूचनाओं के साथ ही लोग फेक न्यूज का भी आसानी से शिकार हो जाते हैं। अक्सर सोशल मीडिया पर बिना किसी तथ्य के भ्रामक पोस्ट और वीडियोज वायरल होते रहते हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर ट्रेन के हादसे का भी एक भ्रामक वीडियो शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में ट्रेन के हादसे और कई लोगों की जान जाने की भी बात कही जा रही है। हालांकि, जब हमने इस वीडियो का फैक्ट चेक किया तो ये मामला पूरी तरह से झूठ निकला। आइए जानते हैं इस मामले को डिटेल से...
क्या हो रहा है वायरल?
दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक नाले के ऊपर ट्रेन रुकी हुई को दिखाई दे रही है। ट्रेन के डिब्बों से लोग बाहर भी निकल रहे हैं। इस वीडियो को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर करते हुए आदित्य जैकर नाम के यूजर ने लिखा है- "एक और ट्रेन हादसा हो गया। पता नहीं कितनो की जान चली गई। यूजर ने ये भी लिखा है कि कई लोगों की जान चली गई है। 6 सितंबर को पोस्ट किए गए इस वीडियो को सैकड़ों लोगों ने लाइक किया है और कई ने शेयर भी किया है।
India Tv ने की पड़ताल
ट्रेन हादसे के इस वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले गूगल ओपन सर्च का सहारा लिया। हमने वीडियो में दिख रही चीजों जैसे पुल पर रुकी ट्रेन, नाला और ट्रेन से उतरते हुए यात्रियों से रिलेटेड कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया। ऐसा करते ही हमें कई वेबसाइट्स पर इस घटना से जुड़ी हुई जानकारियां मिलने लगीं। जैसे-जैसे हमने इन खबरों को पढ़ा हमें यकीन होता चला गया कि ट्रेन हादसे का दावा करने वाला ये वीडियो पूरी तरह से गलत है।
ऐसे हुई पुष्टि
जब हमने वायरल वीडियो से जुड़ी खबरों की पड़ताल की तो हमें सबसे पहले इस मुद्दे पर DNA हिंदी नामक वेबसाइट की खबर मिली। इसके बाद जी न्यूज और ईटीवी भारत ने भी इसी मुद्दे पर घटना वाले दिन ही असल खबर प्रकाशित की थी। इससे एक बात तो साफ हो गई थी कि ये वीडियो कई महीनों पुराना है। साथ ही सभी खबरों को पढ़ने के बाद हमारा शक यकीन में बदल गया कि इंस्टाग्राम पर ट्रेन हादसे का ये वीडियो भ्रामक है।
क्या था असल मामला?
दरअसल, बीते जुलाई की 23 तारीख को सद्भावना एक्सप्रेस में हरिद्वार जिले के लक्सर इलाके में चेन खींचने की घटना सामने आई थी। इस कारण रेलगाड़ी के पहिये जाम हो गए थे और उनमें से धुआं निकलने लगा। धुआं निकलने की बात सुनकर लोगों में डर फैल गया और यात्री नदी के ऊपर बने बाणगंगा पुल पर ही ट्रेन से उतरने लगे। घटना के बारे में प्रकाशित हुई खबरों की मानें तो करीब 1 घंटे में ट्रेन के ब्रेक को ठीक कर के ट्रेन को चालू कर दिया गया था।
डीआरएम ने भी दी थी सफाई
23 जुलाई को जब लोगों को इस ट्रेन की घटना के बारे में पता लगा था तो मुरादाबाद के डीआरएम ने भी सोशल मीडिया पर इस बारे में सफाई जारी की थी। डीआरएम ने बताया था कि रायसी में ब्रेक ब्लॉक जाम होने और लक्सर में चेन पुलिंग के कारण ट्रेन रोकी गई थी। हम असुविधा को समझते हैं और हम इसे सुधारने की पूरी कोशिश करेंगे। असुविधा के लिए क्षमा करें।
पड़ताल में क्या मिला?
वायरल वीडियो के बारे में अब तक मिली जानकारी से साफ हो चुका था कि ये पूरी तरह से भ्रामक है। ट्रेन किसी हादसे का शिकार नहीं बल्कि चेन पुलिंग के कारण रुकी थी। अफवाह के डर से लोग अपने डिब्बों से बाहर पुल पर उतर आए थे। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ये वीडियो भ्रामक है।
ये भी पढ़ें- Fact Check: मोदी सरकार नहीं चला रही फ्री सिलाई मशीन योजना, फर्जी निकली वायरल पोस्ट
ये भी पढ़ें- Fact Check: लाल चौक पर जन्माष्टमी की झांकी का पुराना है ये वीडियो, गलत दावे के साथ किया गया वायरल