
दिल्ली मेट्रो को देश की राजधानी का लाइफ लाइन और परिवहन के सबसे सुरक्षित माध्यमों में से एक माना जाता है। इस बीच सोशल मीडिया पर दिल्ली मेट्रो का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दो लड़के एक बच्चे को उठाकर भागते दिख रहे हैं। इस वीडियो को शेयर करते हुए यूजर्स दावा कर रहे हैं कि दिल्ली के राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर दो लड़कों ने मिलकर बच्चों को चुरा लिया।
1 मिनट 37 सेकेंड के इस वायरल वीडियो में किसी मेट्रो स्टेशन पर पीले रंग की हुडी पहना एक शख्स फोन पर बात करते हुए दिख रहा है, जिसके साथ एक बच्चा भी है। इसी शख्स के पास दो और युवक खड़े दिख रहे हैं, जिनमें से एक व्यक्ति ने शर्ट पहना है और दूसरे ने काले रंग की टीशर्ट पहनी है और अपने पीछे बैग लिया है। उसके चेहरे पर मास्क भी लगा हुआ है। इनमें से एक लड़का पीली हुडी वाले शख्स के पास जाता है और अपना फोन दिखा कर उससे कुछ सवाल करता है। शख्स अपने बच्चे का हाथ छोड़कर, इस लड़के को इशारे करके कहीं का रास्ता बताने लगता है। इतने में ही पीछे खड़ा दूसरा लड़का, बच्चे के मुंह पर हाथ रखता है और उसे उठाकर वहां से भाग जाता है।
क्या किया गया दावा?
सोशल मीडिया पर राजीव चौक मेट्रो स्टेशन से बच्चा चोरी की घटना का बताकर एक वीडियो वायरल है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि राजीव चौक मेट्रो स्टेशन से दिनदहाड़े एक बच्चे की चोरी हो गई है। एक X यूजर ने मेट्रो स्टेशन से बच्चा चोरी के दावे के साथ वायरल पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “सावधान हिंदुओं…. जब भी छोटे बच्चों के साथ यात्रा करें…ध्यान रखिये” इसके अलावा, वीडियो में नीचे लिखा गया है, “दिनदहाड़े राजीव चौक मेट्रो से किया बच्चा चोरी।”
इसके अलावा एक अन्य इंस्टाग्राम यूजर की मानें तो ये दिल्ली के राजीव चौक मेट्रो स्टेशन का वीडियो है, जहां एक बच्चे को इन लड़कों ने अगवा कर लिया। वीडियो के अंदर मौजूद टेक्स्ट में लिखा है, “दिनदिहाड़े राजीव चौक मेट्रो से किया बच्चा चोरी. सावधान हिंदुओं. जब भी छोटे बच्चों के साथ यात्रा करें ध्यान रखिये।” इस पोस्ट के जवाब में कई लोग अपहरणकर्ताओं पर पुलिस एक्शन की मांग कर रहे हैं और उनके धर्म को लेकर तरह-तरह के अनुमान लगा रहे हैं।
India TV ने की पड़ताल
सोशल मीडिया पर ये वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है, इसलिए हमने इस दावे की पड़ताल करने की ठानी। इंडिया टीवी फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो किसी असल घटना का नहीं, बल्कि एक स्क्रिप्टेड वीडियो है, जिसे लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से बनाया गया था। वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें 23 मार्च की एक इंस्टाग्राम रील मिली, जिसे ‘ऑफिशियल राज ठाकुर’ नाम के एक फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट ने ये वीडियो शेयर किया था। पोस्ट के कैप्शन में अंग्रेजी में लिखा है कि ये कोई असल घटना नहीं, बल्कि एक स्क्रिप्टेड वीडियो है, जिसे लोगों के मनोरंजन और उनमें जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से बनाया गया है।
जब हम राज ठाकुर के इंस्टाग्राम पेज पर गए तो पता चला कि राज ठाकुर वीडियो क्रिएटर हैं। उनके पेज पर कई वीडियो मिले हैं, जो इस तरह के बनाए गए हैं।
फैक्ट चेक में क्या निकला?
जांच में वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा गलत पाया गया। मेट्रो स्टेशन पर बच्चा चोरी करने का ये वीडियो स्क्रिप्टेड है। इस वीडियो को फर्जी दावों के साथ शेयर किया जा रहा है, इसलिए लोगों को ऐसी किसी भी फर्जी पोस्ट से सावधान रहने की सलाह दी जाती है।