करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज सिंह शेखावत ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मी को ईनाम देने की घोषणा की है। राज शेखावत ने लॉरेंस का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मी को 1 करोड़ 11 लाख 11 हज़ार 1 सौ 11 रुपये देने का ऐलान किया है। बता दें कि राजस्थान में पिछले साल करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या कर दी गई थी, इस मामले में भी लॉरेंस बिश्नोई का नाम आया था।
वहीं, करणी सेना की इस घोषणा के बाद बवाल शुरू हो गया है। अब सोशल मीडिया पर राज शेखावत का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसको लेकर दावा किया जा रहा है कि लॉरेंस के एनकाउंटर के बदले इनाम घोषित करने की वजह से करणी सेना के अध्यक्ष राज शेखावत के साथ मारपीट हुई है। हालांकि, जब India TV ने इस दावे का फैक्ट चेक किया तो ये दावा पूरी तरह से फर्जी साबित हुआ है।
क्या किया गया दावा?
वायरल हो रहे वीडियो में कुछ लोग राज शेखावत को जबरदस्ती एक कार में बैठाने की कोशिश कर रहे हैं। इस जोर-जबरदस्ती के बीच एक व्यक्ति शेखावत की पगड़ी तक उतार देता है। वायरल वीडियो को एक फेसबुक यूजर ने शेयर किया और लिखा है, ''करणी सेना के अध्यक्ष राजशेखर जी के रुझान आने शुरू हो गए हैं। लगता है जल्द ही एक करोड रुपए मिलने वाले हैं। लॉरेंस बिश्नोई करणी सेना ओर सुखदेव सिंह गोगामेडी वालों, फिलहाल देखिए।''
एक अन्य X यूजर वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, ''लॉरेंस बिश्नोई के एनकाउंटर पर 1,11,11,111 रुपये की घोषणा वाले करणी सेना के शूरवीर को जनता ने पूर्ण राशि प्रदान कर थी। पगड़ी na'ak,यानि पगड़ी से माफ़ी मांग। राज शेखावत को जनता ने रेल बना दिया था।''
India TV ने की पड़ताल
सोशल मीडिया पर ये वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है, इसलिए हमने इस दावे की पड़ताल करने की ठानी। हालांकि, हमारी जांच में सामने आया कि वीडियो पुराना है और राज शेखावत के दिए गए इनाम वाले बयान से पहले का है। इंडिया टीवी फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो अप्रैल 2024 का है, जब गुजरात में बीजेपी मुख्यालय का घेराव करने जा रहे राज शेखावत को पुलिस ने हिरासत में लिया था। शेखावत, बीजेपी नेता परषोत्तम रूपाला के राजपूतों के बारे में दिए गए विवादित बयान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।
इस घटना के बारे में हमें कई खबरें मिलीं। इनके मुताबिक, 9 अप्रैल, 2024 को राज शेखावत, गांधीनगर में बीजेपी मुख्यालय का घेराव करने जा रहे थे। लेकिन जैसे ही शेखावत अहमदाबाद हवाई अड्डे पर पहुंचे, गुजरात पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यह 9 अप्रैल 2024 को खुद राज शेखावत की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया हुआ मिला। पोस्ट के साथ उन्होंने लिखा, "पगड़ी केवल राज शेखावत की नहीं बल्कि पूरे क्षत्रिय समाज की उतरी है। इसका जवाब मिलेगा।"
क्यों हुआ था विवाद?
दरअसल, केंद्रीय मंत्री रहे परषोत्तम रूपाला ने 22 मार्च को एक सभा में कहा था कि जब अंग्रेज हम पर राज कर रहे थे, तब तत्कालीन महाराजाओं ने विदेशी शासकों के सामने अपने घुटने टेक दिए और अपनी बेटियों की शादी भी उनसे करा दी। इस बयान की निंदा करते हुए राजपूत समुदाय ने विरोध किया था। इस विवाद के बाद रूपाला ने माफी भी मांगी, लेकिन विरोध प्रदर्शन नहीं थमा था। इसी कड़ी में 9 अप्रैल को राज शेखावत ने बीजेपी मुख्यालय का घेराव करने का आह्वान किया था
फैक्ट चेक में क्या निकला?
जांच में वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा गलत पाया गया। इंडिया टीवी के फैक्ट चेक ने पाया कि राज शेखावत के महीनों पुराने वीडियो को अभी चल रहे लॉरेंस बिश्नोई विवाद से जोड़कर शेयर किया जा रहा है, इसलिए लोगों को ऐसी किसी भी फर्जी पोस्ट से सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
यह भी पढ़ें-
Fact Check: क्या देवेंद्र फडणवीस ने करवाई बाबा सिद्दीकी की हत्या? जानें वायरल पोस्टर का पूरा सच
Fact Check: राहुल गांधी से मिलकर नीतीश कुमार फिर करेंगे खेला! जानिए इस वायरल फोटो की सच्चाई