Fact Check: आज के समय में रोजाना न जाने कितने ही फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं। लेकिन इनमें कई फेक भी होते हैं जिनका सच से कुछ भी लेना देना नहीं होता है। ऐसे ही फेक न्यूज से आपको सावधान करने के लिए हम लेकर आते हैं India Tv फैक्ट चेक। सोशल मीडिया पर केसी वेणुगोपाल का आरक्षण को लेकर एक बयान खूब तेजी से वायरल हो रहा है। जब हमने दावे की सच्चाई का जांच की तो सच्चाई बिलकुल अलग ही निकली।
क्या हो रहा वायरल?
सोशल मीडिया पर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल का आरक्षण को लेकर एक बयान आग की तरह फैल रहा है। वायरल पोस्ट में एक अखबार की कटिंग शेयर की गई है। इस पोस्ट में दावा किया गया है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के सी वेणुगोपाल कहा कि कांग्रेस का सबसे बड़ा लक्ष्य भारत से आरक्षण को समाप्त करना है। इस पोस्ट को एक यूजर ने शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, "कॉंग्रेस का लक्ष्य भारत में आरक्षण खत्म करना इतना भयानक बयान कॉंग्रेस महासचिव के.सी.वेणूगोपाल इन्होने दिया है!सोचियें जरा...!" इस पोस्ट को कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया गया है।
कैसे पता लगी सच्चाई?
जब हमने इसकी जांच की तो सच्चाई कुछ और ही निकली। सोशल मीडिया पर आरक्षण को लेकर केसी वेणुगोपाल का वायरल हो रहा बयान पूरी तरह से फर्जी है। अखबार की कटिंग में उसका नाम 'आपकी आवाज' लिखा था। हमने जब इस नाम को खोजा तो हमें इस नाम को कोई अखबार नहीं मिला। जब हमने कीवर्ड सर्च किया तो हमें केसी वेणुगोपाल के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' के ऑफिशियल हैंडल पर एक पोस्ट मिला। इस पोस्ट में केसी वेणुगोपाल ने लिखा था, "इस लेटरल एंट्री की घटना प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा-आरएसएस शासन के लिए एक कठोर सबक है कि वे संविधान के साथ कभी छेड़छाड़ न करें।" उन्होंने आगे लिखा था, " कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और विपक्ष के नेता राहुल गांधी जी के नेतृत्व में हम अपने संविधान और आरक्षण के सबसे मजबूत संरक्षक होंगे। एससी, एसटी, ओबीसी के प्रतिनिधित्व और मौलिक अधिकारों को कमजोर करने का कोई प्रयास नहीं होने दिया जाएगा।"
इससे साफ होता है कि आरक्षण को लेकर केसी वेणुगोपाल का बयान गलत दावे से वायरल हो रहा है। इस वायरल पोस्ट में कोई सच्चाई नहीं है। ऐसे में लोगों को सलाह दी जाती है कि वे ऐसी भ्रामक खबरों से सावधान रहें।