
Fact Check: आए दिन सोशल मीडिया पर कोई न कोई वीडियो या फोटो वायरल होती रहती हैं। इनमें से कई का तो सच्चाई से दूर-दर तक नाता नहीं होता। या यूं कहें कि पोस्ट और वीडियो को गलत या भ्रामक दावे से वायरल किया जाता है। ऐसे ही सोशल मीडिया पर दिल्ली में बीजेपी की जीत के कुछ दिनों बाद आप सांसद संजय सिंह को quote करके एक न्यूज़ रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट वायरल हुआ जिसमें उन्होंने कहा था कि अरविंद केजरीवाल कोमा में जा सकते हैं। हालांकि, जब हमने इस दावे की जांच की तो पता चला कि सिंह ने यह बयान जुलाई 2024 में दिया था।
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को हुए मतदान की मतगणना 8 फरवरी को हुई थी। 70 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 48 सीटें जीतकर शानदार जीत दर्ज की और 27 साल बाद राष्ट्रीय राजधानी में सत्ता में वापसी की। आम आदमी पार्टी ने शेष 22 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस एक बार फिर अपना खाता खोलने में विफल रही।
क्या हो रहा है वायरल?
सोशल मीडिया पर एक इंस्टाग्राम यूजर ने न्यूज़ 24 की एक कथित रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट पोस्ट किया, जिसमें आप सांसद संजय सिंह के हवाले से कहा गया था कि पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल कोमा में जा सकते हैं। स्क्रीनशॉट में मूल रूप से हिंदी में लिखा था- "मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कोमा में जा सकते हैं: संजय सिंह।"
कैसे पता लगी सच्चाई?
सोशल मीडिया पर यह पोस्ट आग की तरह फैल रहा था, तो हमने दावे की जांच करने का फैसला किया। ऐसे में जब हमने फोटो पर रिवर्स इमेज सर्च किया तो पाया कि कई यूजर्स ने सोशल मीडिया पर इसी तरह के दावों के साथ एक ही स्क्रीनशॉट शेयर किया है। दिलचस्प बात यह है कि हमने देखा कि सिंह के कथित बयान में केजरीवाल को 'मुख्यमंत्री' बताया गया है, जबकि केजरीवाल सितंबर 2024 में पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे के बाद, आतिशी ने दिल्ली के सीएम का पद संभाला था।
इस असंगतता को देखते हुए, हमने गूगल पर कस्टमाइज्ड कीवर्ड सर्च किया और हमें इंडिया टुडे की 15 जुलाई, 2024 की एक रिपोर्ट मिली, जिसका शीर्षक था: "अरविंद केजरीवाल कोमा में जा सकते हैं, AAP ने कहा, तिहाड़ जेल की रिपोर्ट फाड़ी।"
रिपोर्ट के एक हिस्से में कहा गया है, "एम्स के डॉक्टरों की एक टीम अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य की जांच कर रही है और उन्होंने पाया है कि केजरीवाल का वजन तेजी से घट रहा है और वे हाइपोग्लाइसीमिया से पीड़ित हैं। संजय सिंह ने दावा किया कि उनका रक्त शर्करा स्तर पांच बार 50 मिलीग्राम/डीएल से नीचे चला गया, जिसके कारण वे कोमा में जा सकते थे या उनकी मृत्यु भी हो सकती थी।"
जांच के दौरान हमें न्यूज़ 24 द्वारा 15 जुलाई 2024 को अपलोड की गई मूल X (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट भी मिली। इससे यह पुष्टि हो गई कि संजय सिंह का एक पुराना और असंबंधित बयान हाल ही में दिए गए बयान के साथ झूठे दावे के साथ सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा था।
फैक्ट चेक में क्या सामने आया?
इससे ये साफ हो जाता है कि वायरल पोस्ट में सिंह द्वारा यह कथित बयान जुलाई 2024 में दिया गया था, जब केजरीवाल दिल्ली आबकारी नीति मामले के सिलसिले में तिहाड़ जेल में बंद थे और इसका दिल्ली में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों से कोई संबंध नहीं है। ऐसे में लोगों को सलाह दी जाती है कि ऐसी खबरों से सावधान रहें और सोशल मीडिया पर प्रसारित ऐसे भ्रामक दावों पर विश्वास न करें।