Orignal Fact Check by Logically Facts: एक सोशल मीडिया यूजर ने हैदराबाद के सांसद (सांसद) और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी की एक फोटो शेयर करते हुए दावा किया कि वह अपने चुनाव अभियान के लिए एक मंदिर में गए थे, जबकि फैक्ट चेक में यह दावा भ्रामक पाया गया।
क्या किया गया दावा?
एक सोशल मीडिया यूजर ने हैदराबाद के सांसद (सांसद) और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी की एक फोटो शेयर करते हुए दावा किया कि वह अपने चुनाव अभियान के लिए एक मंदिर में गए थे। जानकारी दे दें कि 4 बार के सांसद और हैदराबाद संसदीय सीट से पार्टी के उम्मीदवार ओवैसी का मुकाबला इस साल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की के माधवी लता से है। वह 13 मई को होने वाले मतदान से पहले घर-घर जाकर अभियान चला रहे हैं।
शेयर की गई फोटो में ओवैसी को माला पहने और एक पुजारी के बगल में खड़े देखा जा सकता है, यूजर ने इस फोटो को एक कैप्शन के साथ शेयर किया है जिसमें दावा किया गया कि वह भाजपा के कारण एक मंदिर में गए थे। इसी पोस्ट से संबेधित कुछ पोस्ट अर्काइव में यहां और यहां देखे जा सकते हैं।
हालाँकि, दावा भ्रामक है। यह तस्वीर चुनाव के लिए औवैसी के घर-घर जाकर प्रचार करने की है और इसमें उन्हें किसी मंदिर में जाते हुए नहीं दिखाया गया है।
क्या है दावे का सच?
इस फोटो पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें AIMIM के आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट मिला। जिस पर AIMIM ने खुद 2 मई, 2024 को एक पोस्ट (यहां अर्काईव) में ओवेसी के घर-घर चुनाव अभियान की इस फोटो को अन्य तस्वीरों के साथ शेयर किया था। पोस्ट में कहा गया कि ये तस्वीरें मलकपेट के मूसारामबाग और इंदिरा नगर में ली गई थीं, जब हैदराबाद संसदीय क्षेत्र के उम्मीदवार असदुद्दीन औवेसी और मलकपेट विधायक बलाला अहमद अपने चुनाव प्रचार पर थे।
लॉजिकली फैक्ट्स ने असदुद्दीन ओवेसी के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) तौसीफ मोहम्मद से संपर्क किया, जिन्होंने कहा कि ओवेसी की तस्वीर मलकपेट के सरस्वती नगर में ली गई थी। उन्होंने कहा कि यह 2 मई, 2024 को आयोजित एक डोर-टू-डोर अभियान का हिस्सा था।
कई न्यूज चैनलों ने ओवैसी के प्रचार अभियान का एक वीडियो भी पब्लिश किया। 2 मई, 2024 को पब्लिश द प्रिंट के एक यूट्यूब वीडियो में पुजारी को ओवेसी के बगल में फोटो खिंचवाते हुए, उन्हें माला पहनाते हुए और उन्हें एक भगवा शॉल भेंट करते हुए दिखाया गया है। पुजारी ने अपने बगल में खड़े एक अन्य व्यक्ति का भी अभिनंदन किया।
मोहम्मद ने हमारे साथ एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें वही विजुअल दिखाए गए, हालांकि एक अलग एंगल से यह वीडियो था। इस वीडियो में 57 सेकंड पर हम टोपी पहने एक व्यक्ति को ओवैसी को माला पहनाते हुए भी देख सकते हैं। वीडियो यहां नीचे देखें।
हमें अन्य न्यूज चैनल पर भी इसी तरह के विजुअल मिले- स्थानीय न्यूज वेबसाइट सियासत ने ओवेसी के चुनाव अभियान पर रिपोर्ट की और कहा कि घर-घर अभियान के दौरान उन्हें माला पहनाई गई थी।
हमें एक अन्य तेलुगु समाचार आउटलेट, RTV तेलुगु, की एक ग्राउंड रिपोर्ट भी मिली। उनकी रिपोर्टर देविका ने उस इलाके का दौरा किया जहां ओवैसी को माला पहनाई गई थी। वीडियो रिपोर्ट में उसे सड़क पर चलते और इलाके के निवासियों से बात करते हुए देखा जा सकता है। हम वही भूरा गेट देख सकते हैं जो वायरल पोस्ट में दिख रहा है। वीडियो रिपोर्ट से पता चलता है कि अब वायरल वीडियो का स्थान मालाकापेट की एक सड़क है।
लॉजिकली फैक्ट्स ने देविका से भी बात की, जिन्होंने पुष्टि की कि ओवैसी को एक पूर्व पार्षद के आवास के पास माला पहनाई गई थी, न कि किसी मंदिर में। उसने हमें यह भी बताया कि पुजारी पास में ही रहता था और घर-घर अभियान के दौरान वह औवेसी से मिलने गया था।
उपरोक्त सबूतों से पता चलता है कि तस्वीर ओवैसी के घर-घर अभियान के दौरान ली गई थी। लॉजिकली फैक्ट्स द्वारा देखे गए सभी वीडियो से पता चलता है कि घटना सड़क पर हुई थी।
क्या निकला निष्कर्ष?
असदुद्दीन औवेसी को माला पहनाते एक पुजारी की तस्वीर तब ली गई जब असदुद्दीन ओवेसी हैदराबाद के मलकपेट में चुनाव प्रचार कर रहे थे, न कि किसी मंदिर के अंदर की। अत: ये दावा मिसलिडिंग है।
रिजल्ट: मिसलिडिंग
Reference Links:
The Siasat Daily- Watch: Hindu priest garlands Owaisi during campaign in Hyderabad - The Siasat Daily
RTV Telgu- గుడికి పొతే భయపడినట్లా.. ఒవైసీ గురించి పబ్లిక్ టాక్ వింటే.! - RTV Ground report
(Disclaimer: यह फैक्ट चेक मूल रूप से Logically Facts द्वारा किया गया है, जिसे Shakti Collective की मदद से India TV ने पुन: प्रकाशित किया है।)