Fact Check: सोशल मीडिया और इंटरनेट के दौर में कुछ भी वायरल हो जाता है। कई बार झूठी जानकारी इस तरह से फैलती है कि वह सच लगने लगती है। झूठी जानकारी को इस तरह से पेश किया जाता है कि एक बार को अच्छे-अच्छे जानकर भी धोखा खा जाएं। झूठी जानकारी से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं, यह बताने की आवश्यकता नहीं है। इसी तरह इंटरनेट पर आजकल एक हत्याकांड का मामला साझा किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर इसे इस तरह से पेश किया गया कि यह खबर वाकई में सच है। विवेक सिंह के अलावा कई अन्य सोशल मीडिया यूजरों ने इस मामले को साझा किया। इसे सब गलत जानकारी के साथ साझा कर रहे थे। लेकिन इसकी सच्चाई कुछ और ही थी। इन तीनों लोगों की हत्या तो हुई थी लेकिन हत्या का कारण और हत्यारे जोकि सोशल मीडिया पर बताया जा रहा है, उससे अलग है।
क्या हो रहा वायरल?
फेसबुक यूजर विवेक सिंह 31 जनवरी 2024 को अपने एकाउंट पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहते हैं लिखा -
"तीन सदस्यों का एक हिंदू परिवार अपने ही घर में सिर कटा हुआ पाया गया। मृतक हैं: विकास सरकार (45), उनकी पत्नी स्वर्णा रानी सरकार (40), पुत्री परमिता सरकार तुशी (15)। आपने कोई अंतर्राष्ट्रीय हंगामा सुना? या भारतीय मीडिया में खबर?
बांग्लादेश में पिछले कई वर्षों से हर वर्ष हजारों हिंदुओं को मौत के घाट उतरा जा रहा है और वहां की स्थानीय सरकार जांच में अपराधियों को पकड़ने के बजाय हत्या को आत्महत्या बताकर केस को बंद कर देती है।जहां हम एक तरफ देखते हैं कि अगर किसी भी देश में किसी मुसलमान के साथ अन्याय होता है तो पूरा वैश्विक स्तर का मुसलमान मजहब के नाम पर अपने लोगों के साथ खड़ा हो जाता है।
लेकिन हमारे दो पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान और बांग्लादेश में अब तक लाखों हिंदुओं को मारा जा चुका है, हर दिन यहां हिंदुओं पर अन्याय के साथ बहू बेटियों का बलात्कार किया जा रहा है फिर भी हम चुप हैं, क्योंकि हमने गांधी जी के तीन बंदरों वाली कहानी को कुछ ज्यादा ही दिल से लगा लिया है कि बुरा मत देखो बुरा मत कहो और बुरा मत सुनो बहरहाल निर्णय आपका है।"
इंडिया टीवी ने किया फैक्ट चेक
इंडिया टीवी ने जब इस वायरल पोस्ट का फैक्ट चेक किया तब इसकी सच्चाई कुछ और ही निकली। बांग्लादेश की समाचार वेबसाइट द डेली स्टार पर 31 जनवरी 2024 को ही इस हत्याकांड से जुड़ी एक खबर प्रकाशित होती है। इस खबर में बताया गया, “पुलिस ने सिराजगंज जिले में हुए तिहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़ित परोमिता सरकार तुशी और उसके माता-पिता (विकास सरकार और स्वर्णा रानी सरकार) के शव को उनके घर से बरामद किया था।”
द डेली स्टार रिपोर्ट के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी राजीव भौमिक, विकास का संबंधी है, जिसने पैसों से जुड़े विवाद के कारण विकास और उसके परिवार की हत्या कर दी। खबर में बताया गया है कि इस हत्याकांड को लेकर सिराजगंज पुलिस अधीक्षक आरिफुर रहमान मंडल ने मीडिया को जानकरी दी है कि आरोपी राजीव को गिरफ्तार किया जा चुका है और उसने पूछताछ के दौरान अपना जुर्म कबूल कर लिया है। कबूलनामे के मुताबिक इस हत्या के पीछे की वजह पैसों का लेन-देन है, क्योंकि वह विकास के 35 लाख रुपये का कर्ज नहीं चुका पा रहा था।
इंडिया टीवी फैक्टचेक में क्या आया सामने
सोशल मीडिया पर इस हत्याकांड को बांग्लादेश में हिंदुओं की मुस्लिमों के द्वारा हत्या करने का दावा किया जा रहा है। इसके साथ ही कहा जा रहा है कि ऐसे मामले को पुलिस आत्महत्या बताकर बंद कर देती लेकिन इस मामले यह दावा भी गलत निकला। इस परिवार की हत्या मृतक के जानकार ने ही की और इस हत्याकांड को अंजाम पैसों के लेनदेन को लेकर की गई थी और पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है। इंडिया टीवी के फैक्टचेक के दौरान पोस्ट में किया गया दावा भ्रामक और गलत निकला।
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