Fact Check: हर दिन सोशल मीडिया पर न जाने कितने ही वीडियो, फोटोज वायरल होते रहते हैं। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर ऐसे वायरल वीडियो की भरमार है, जिनका सच्चाई से कुछ भी लेना दना नहीं होता। ऐसे ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में दावा किया गया है कि एक शख्स बिना टिकट के ट्रेन के पहियों के बीच छिपकर 250 किलोमीटर का सफर तय किया। उनका आरोप है कि जब इटारसी से जबलपुर जाने वाली ट्रेन अपने अंतिम गंतव्य पर पहुंची तो रेलवे अधिकारियों ने उसे खोज लिया। हालांकि, जब हमने इस दावे की जांच की तो यह दावा झूठा साबित हुआ।
क्या हो रहा वायरल?
27 दिसंबर को एक एक्स यूजर ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें दावा किया गया कि एक व्यक्ति ने ट्रेन के पहियों के बीच छिपकर 250 किलोमीटर का सफर तय किया। मुनेश कुमार घुनावत नाम के एक एक्स यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "भारतीय रेलवे से हैरान करने वाली खबर। सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल है। एक व्यक्ति ने ट्रेन की बोगी के नीचे पहिए के पास बैठकर 250 किलोमीटर का सफर तय किया। इस व्यक्ति ने मध्य प्रदेश के इटारसी से जबलपुर जा रही दानापुर एक्सप्रेस ट्रेन की एस-4 बोगी के नीचे पहिए के पास ट्रॉली में बैठकर 250 किलोमीटर का सफर तय किया। जबलपुर में प्लेटफॉर्म पर ट्रेन रोलिंग टेस्ट के दौरान आउटर चेकिंग के दौरान रेलवे कर्मचारियों को एस-4 बोगी के नीचे ट्रॉली में एक व्यक्ति लेटा हुआ मिला। पूछताछ में व्यक्ति ने बताया कि उसके पास टिकट के पैसे नहीं थे, इसलिए उसने सफर के लिए इतना खतरनाक रास्ता अपनाया। भारतीय रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था की खराब स्थिति को उजागर करने वाली इस खबर का यह वायरल वीडियो देखें। @RailMinIndia @AshwiniVaishnaw क्या यही है आपकी सुरक्षा व्यवस्था?"
कैसे पता लगी सच्चाई?
जब हमने इस वायरल वीडियो की जांच की तो पाया कि कई अन्य सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी इसी तरह के वीडियो को शेयर किए हैं। हमने Google पर कस्टमाइज्ड कीवर्ड सर्च किया तो हमें 28 दिसंबर को द हिंदू में प्रकाशित PTI की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में रेल मंत्रालय के एक अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि ट्रेन के पहिए की धुरी पर छिपकर 250 किलोमीटर की यात्रा करने वाले एक व्यक्ति का दावा "फर्जी" और "भ्रामक" है। रेल मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, "ये रिपोर्ट पूरी तरह से फर्जी और निराधार है।"
रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार विभाग के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने कहा, "जब ट्रेन नहीं चल रही थी, तब यह व्यक्ति पहिए के एक्सल के पास छिपा हुआ था। चलती ट्रेन के पहिए पर छिपना किसी के लिए भी व्यावहारिक रूप से असंभव है, क्योंकि यह पहियों के साथ-साथ चलती है।" उन्होंने कहा, "कुछ समाचार संगठनों और सोशल मीडिया प्रभावितों ने इसे उठाया और इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि किए बिना इसे वायरल कर दिया।"
फैक्ट चेक में क्या पाया?
इंडिया टीवी द्वारा किए गए एक फैक्ट चेक से पुष्टि हुई है कि पुणे-दानापुर एक्सप्रेस ट्रेन के पहिए के एक्सल पर बैठकर इटारसी से जबलपुर तक 250 किलोमीटर की यात्रा करने वाले एक व्यक्ति के बारे में वायरल दावा झूठा था। ऐसे में लोगों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहें और सोशल मीडिया पर ऐसे भ्रामक दावों पर विश्वास न करें।
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