देश में इन दिनों भारी बारिश का माहौल देखने को मिल रहा है। इसी बीच देश के कई बड़े शहरों में जल जमाव की समस्या बन गई है, चाहे वह दिल्ली हो या मुंबई। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा जिसमें दावा किया जा रहा कि चारबाग रेलवे स्टेशन के सामने पानी भर गया है और उसमें नाव चल रही है। इंडिया टीवी की पड़ताल में यह दावा झूठा साबित होता नजर आया।
क्या किया गया दावा?
6 बार विधायक रहे, यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व अंबेडकरनगर के सांसद लालजी वर्मा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स (@LaljiVermaSP) पर एक वीडियो शेयर किया जिसमें दावा किया कि चारबाग रेलवे स्टेशन के सामने पानी भर गया है और उसमें नाव चल रही है।
साथ ही कैप्शन में योगी सरकार पर कटाक्ष भरे लहजे में लिखा, 'माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी ने तो लखनऊ को "मेट्रो का तोहफा" दिया था लेकिन उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार ने लखनऊ चारबाग स्टेशन के सामने परिवहन के लिए "नाव का तोहफा" दिया है।'
क्या निकला पड़ताल में?
हमने इस वीडियो का स्क्रीनशॉट लेकर रिवर्स इमेज पर डाला तो हमें इससे जुड़े कोई वीडियो नहीं मिले, मिले भी यही फेक वीडियो। इसके बाद हमने पुष्टि के लिए चारबाग से जुड़ी कोई खबर नहीं मिली, जिसमें दावा किया गया हो कि चारबाग स्टेशन के पास पानी भर गया हो और उसमें नाव चली हो। इसके बाद हमने वीडियो को फ्रेम-दर-फ्रेम देखना शुरू किया तो हमने पाया कि ये वीडियो एडिटेड है, हमने देखा कि नाव वाले दृश्य में सिर्फ नाव ही चल रही बाकि वीडियो रुकी हुई है, इसी दौरान हमें एक और वीडियो का लिंक मिला जिसमें हूबहू वीडियो दिखा, पर ये 4-5 माह पुराना।
ये वीडियो 4 फरवरी को इंस्टाग्राम पर @suraj_sultanpur_0101 आईडी से शेयर की गई थी, इसमें साफ दिखा कि इसके एक हिस्से में किसी फ्लाइओवर के नीचे जलभराव है, वहीं दूसरे हिस्से में चारबाग स्टेशन वाला वायरल वीडियो है। इस वीडियो में हमें कहीं भी नाव चलती नहीं दिखी, और न ही कोई ऐसा फ्रेम दिखा जिसमें बाकी चीजें स्थिर हों, जैसा कि वायरल वीडियो में है।
क्या निकला निष्कर्ष?
चारबाग स्टेशन पर हाल में जलभराव होने की कोई खबर नहीं मिली, हालांकि बारिश की वजह से लखनऊ के कई हिस्सों में पानी भर गया। साथ ही 4 फरवरी वाले वीडियो से वायरल वीडियो की तुलना करने पर ये स्पष्ट हो जाता है कि इसमें नाव को एडिट करके दिखाया गया है। अत: ये वीडियो इंडिया टीवी की पड़ताल में फर्जी पाया गया है।