भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में हाल ही में तख्तापलट हुआ। इस दौरान हिंदुओं पर प्रताड़ना की काफी वीडियोज भी सामने आईं। वहीं इसके विरोध में हिंदुओं ने प्रदर्शन भी किया। इस बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इस वीडियो में हजारों की संख्या में भगवा रंग का कपड़ा पहनकर लोग सड़कों पर दिख रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में यह दावा किया जा रहा है कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए अत्याचार के विरोध में वहां के अल्पसंख्यक समुदाय ने मोर्चा खोल दिया है। हालांकि, India TV ने जब इस दावे का फैक्ट चेक किया तो ये पूरी तरह से झूठा साबित हुआ है।
क्या हो रहा है वायरल?
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में भगवा रंग पहने हजारों लोग सड़कों पर उतरे दिख रहे हैं। वीडियो को सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए अत्याचार के विरोध में अब हिंदू सड़कों पर उतर गए हैं। बांग्लादेश की सड़कों पर हिंदुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। इसके साथ ही वायरल वीडियो के कैप्शन में ये भी लिखा गया है कि 'बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के विरोध में बांग्लादेश के हिंदू सड़कों पर उतर आए हैं'।
India TV ने की पड़ताल
चूंकि सोशल मीडिया पर ये वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा था और इसे बांग्लादेश का बताकर शेयर किया जा रहा था, इसलिए हमने इस दावे की पड़ताल करने की ठानी। तमाम जगहों पर सर्च करने से पता चला कि ये वीडियो काफी पुरानी है, जिसे अब बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हुए अत्याचार के खिलाफ प्रदर्शन का बताकर शेयर किया जा रहा है। इसी क्रम में हमें फेसबुक पर एक यूजर के द्वारा 1 सितंबर 2023 की पोस्ट मिली, जिसमें इसी तरह की फोटो शेयर की गई थी। इस पोस्ट के कैप्शन में, 'बांग्लादेश छात्र लीग द्वारा "राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान और बंगमाता शेख फजीलातुन नेचा मुजीब" की स्मृति में गफ़रगांव उपजिला छात्र लीग और नगरपालिका छात्र लीग का आयोजन किया गया' लिखा था।
फैक्ट चेक में क्या निकला?
India TV की ओर से किए गए फैक्ट चेक में सामने आया है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बाद की नहीं है। साथ ही इसका हिंदुओं के खिलाफ हुए अत्याचार के बाद हुए विरोध-प्रदर्शन से भी कोई लेना-देना नहीं है। बांग्लादेश की पुरानी वीडियो को झूठे दावे के साथ वायरल किया जा रहा था। इसलिए लोगों को ऐसी किसी भी पोस्ट से सावधान रहने की सलाह दी जाती है। India TV के फैक्ट चेक में वायरल वीडियो का बांग्लादेश में हिंदुओं के द्वारा प्रदर्शन किए जाने का दावा झूठ निकला।
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