कैसुरीना: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दुनिया को तेजी से बदल रहा है और माना जा रहा है कि आने वाले वक्त में यह वर्कफोर्स पर भी असर डालने वाला है। AI एल्गोरिदम वास्तविक दुनिया प्रणालियों की नकल करते हैं। कोई सिस्टम जितना ज्यादा दोहराव वाला होगा, AI के लिए उसे बदलना उतना ही आसान होगा। यही कारण है कि कस्टमर सर्विस, रिटेल और क्लर्क जैसी नौकरियों को नियमित रूप से सबसे अधिक जोखिम में बताया जाता है। इसका मतलब यह नहीं है कि अन्य नौकरियों पर कोई असर नहीं होगा। AI जिस तरह से आगे बढ़ रहा है उससे पता चलता है कि आने वाले वक्त में सभी प्रकार के रचनात्मक कार्य और सफेदपोश पेशे विभिन्न स्तरों पर प्रभावित हो सकते हैं।
क्लर्कियल नौकरियों पर ज्यादा है खतरा
AI को लेकर आजकल सबसे बड़ा सवाल यही पूछा जाता है कि यह नौकरियों पर कितना असर डाल सकता है। इसका जवाब इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप कहां रहते हैं। यदि आप किसी विकासशील देश में रहते हैं, और यदि आपके काम को AI बखूबी कर सकता है, तो आपकी नौकरी पर खतरा हो सकता है। इन नौकरियों में क्लर्क, कैशियर, टिकट क्लर्क, डेटा एंट्री क्लर्क जैसी नौकरियां शामिल हैं। AI अब इस कदर सक्षम हो चुका है कि वह फोन का जवाब देने, संदेश लेने और अपॉइंटमेंट का समय निर्धारित करने जैसे काम कर सकता है, वह भी किसी व्यक्तिगत समस्या से प्रभावित हुए या तनावग्रस्त हुए बिना।
विकासशील देशों मे जाएंगी ज्यादा जॉब्स
AI तकनीक इंसानों के मुकाबले काफी कम कीमत में काम को अंजाम दे सकती है इसलिए यह नियोक्ताओं को काफी आकर्षित कर सकता है। पहली नजर में, आप मान सकते हैं कि विकसित देश में रहने वाले एक क्लर्क के विकासशील देश में अपने समकक्ष की तुलना में अपनी नौकरी खोने की अधिक संभावना है, क्योंकि ऐसा लगता है कि विकासशील देश में नए AI उपकरण लागू करने की अधिक संभावना है। ऐसे में प्रत्येक राष्ट्र की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि वह अपने वर्कफोर्स के विस्थापन को कितनी अच्छी तरह मैनेज कर सकता है।
क्रिएटिव नौकरियों पर भी AI डालेगा असर
माना जा रहा है कि कई तरह के क्रिएटिव कामों पर भी AI की वजह से असर पड़ेगा। कंटेंट राइटिंग से लेकर ग्राफिक डिजाइनिंग तक, पत्रकारिता से लेकर IT तक, AI कई क्षेत्रों में लोगों के लिए मौके कम करेगा। हाल के दिनों में कई कंपनियों में छंटनी के रूप में हम इसका प्रभाव देख ही रहे हैं। साथ ही AI के आने की वजह से इंसानों से काम को तेजी से करने की अपेक्षाएं भी बढ़ जाएंगी, जिसके चलते माहौल आज की तुलना में ज्यादा प्रतिस्पर्धी हो जाएगा। सबसे परेशानी वाली बात है कि निचले पायदान पर काम कर रहे लोगों की नौकरियां जाने का खतरा ज्यादा होगा।
संभावनाओं के द्वार भी खोल सकता है AI
हालांकि ऐसा नहीं है कि AI के आने से सिर्फ नौकरियों का नुकसान ही होगा। कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि AI इंसान के काम को आसान बना देगा और कई नए क्षेत्रों में संभावनाओं के द्वार खोल देगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि पहले जैसे कुछ लोगों को लगता था कि कंप्यूटर की वजह से बेरोजगारी पैदा हो जाएगी, लेकिन आज इसी कंप्यूटर ने सबसे ज्यादा रोजगार पैदा किए हैं, वैसा ही कुछ AI के साथ भी होने वाला है। लोगों को सिर्फ इस नई तकनीक को स्वीकार करने और उसके साथ आगे बढ़ने की जरूरत है।