हरियाणा के नूंह जिले में पिछले साल ब्रज मंडल यात्रा में जमकर हिंसा हुई थी। इस धार्मिक यात्रा में दो होमगार्ड समेत 5 लोगों की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने पुलिस थाने में भी आग लगा दी थी। हिंसा में 2 हजार लोग फंस गए थे। हरियाणा के 4 जिलों में धारा 144 लगा दी गई थी। एक साल बाद फिर से हो रही ब्रज मंडल यात्रा को लेकर प्रशासन चौकन्ना है। सोमवार को होने वाली ब्रज मंडल यात्रा के लिए हाई अलर्ट जारी कर नूंह जिले को किले में तब्दील कर दिया गया है।
क्या है ब्रज मंडल यात्रा?
ऐसे में लोगों के बीच मन में सवाल उठता है कि आखिर हरियाणा के नूंह जिले में होने वाली ब्रज मंडल यात्रा क्या है? जो साल में सिर्फ एक ही बार और एक ही दिन होती है। इसको लेकर सरकार ने नूंह जिले को पूरे किले में तब्दील किया गया है।
नूंह के नल्हड़ मंदिर से शुरू होती है यात्रा
बता दें कि ब्रज मंडल यात्रा एक हिंदू धार्मिक जुलूस है। यह तीर्थयात्रा नूंह के नल्हड़ मंदिर से शुरू होती है। झिरेश्वर मंदिर, झिरका और वापस नूंह के श्रंगार मंदिर में आकर समाप्त होती है। विश्व हिंदू परिषद इस यात्रा का मुख्य आयोजक है। इस बार यह यात्रा सावन के पहले सोमवार यानी 22 जुलाई से शुरू हो रही है।
साधुओं और धार्मिक लोगों के मार्गदर्शन में होती है ये यात्रा
ब्रज का अर्थ होता है 'कृष्ण की भूमि' और इस प्रकार यह देवता से जुड़े धार्मिक स्थलों से जुड़ा हुआ है। यह यात्रा विभिन्न हिंदू संगठनों के साधुओं और धार्मिक लोगों के मार्गदर्शन में होती है। सुरक्षा कारणों से नूंह जिले में यात्रा के दौरान रविवार शाम 6 बजे से सोमवार शाम 6 बजे तक इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है।
2500 सुरक्षाकर्मियों को किया गया तैनात
इस बार ब्रज मंडल यात्रा में कोई अनहोनी न हो इसको लेकर नूंह जिले के कई इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। स्थानीय प्रसाशन ने बताया कि इलाके में पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 2500 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। नूंह के पुलिस अधीक्षक विजय प्रताप सिंह ने कहा कि धार्मिक यात्रा के मार्ग पर सुरक्षाकर्मियों को रणनीतिक रूप से तैनात किया जाएगा। ड्रोन के जरिए सभी पर कड़ी नजर रखी जाएगी।
इस बार स्थिति बहुत शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण
इसके साथ ही नूंह के डिप्टी कमिश्नर धीरेंद्र खड़गटा ने कहा कि ब्रज मंडल यात्रा से पहले स्थिति बहुत शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण है। दोनों समुदाय (हिंदू और मुस्लिम) इसका स्वागत करने के लिए तैयार हैं। यह सकारात्मक माहौल दोनों ओर से अपनाया जा रहा है। लोग बढ़ चढ़ कर इस यात्रा को सफल बनाने के लिए आगे आ रहे हैं।
उपद्रवियों ने किया था पथराव और भड़क गई हिंसा
पिछले साल 31 जुलाई को हरियाणा के नूंह जिले में विश्व हिंदू परिषद के जुलूस को रोकने की कोशिश में दो होमगार्ड की मौत हो गई थी। कई पुलिसकर्मी भी इस यात्रा में हुई हिंसा की चपेट में आ गए थे और गंभीर रूप से घायल हो गए थे। ब्रज मंडल के दौरान उपद्रवी लोगों ने पथराव किया था। यात्रा में शामिल कारों में आग लगा दी थी। हिंसा में कम से कम पांच लोग मारे गये थे और कई घायल हो गए थे। हिंसा के बाद नूंह जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया था। कई जिलों में धारा 144 लगाई गई थी।
भाषा के इनपुट के साथ