नई दिल्ली: दिल्ली में इस बार भी लाल किले पर भारत पर्व का आयोजन किया जा रहा है। इस भारत पर्व का आज 23 जनवरी से ही उद्घाटन किया जाएगा। भारत पर्व में हमें विभिन्न कार्यक्रमों और मंडपों के जरिए देश की संस्कृति और विरासत को जानने का मौका मिलता है। ऐसे में हम भारत पर्व के बारे में जानेंगे। इसके तहत यह भी जानेंगे कि भारत पर्व कब शुरू हुआ, क्यों मनाया जाता है, इस भारत पर्व में क्या खास होता है और इस बार के भारत पर्व में क्या-क्या किया जाएगा।
क्या होता है भारत पर्व?
पर्यटन मंत्रालय के द्वारा हर साल भारत पर्व का आयोजन किया जाता है। भारत पर्व भी गणतंत्र दिवस का ही हिस्सा है, जिसका आयोजन गणतंत्र दिवस के साथ ही किया जाता है। भारत पर्व का आयोजन लाल किले के पास ही किया जाता है। भारत पर्व का मुख्य उद्देश्य लोगों को भारतीय संस्कृति और विरासत से रूबरू कराना होता है। इस बार भी भारत पर्व के दौरान कई पंडाल लगाए जा रहे हैं, जिनमें तरह-तरह की संस्कृतियों और कलाओं का प्रदर्शन किया जाएगा।
अब तक कैसा रहा भारत पर्व का सफर?
हर वर्ष मनाए जाने वाले भारत पर्व की शुरुआत साल 2016 में हुई थी। इसके बाद से साल 2017, 2018, 2019 और 2020 तक भारत पर्व का आयोजन ठीक-ठाक हुआ। कोरोना काल के दौरान भारत पर्व के आजोयन पर रोक लगा दी गई, जिसके बावजूद साल 2021 में वर्चुअल रूप से भारत पर्व का आयोजन किया गया था। वहीं 2023 में एक बार फिर से भारत पर्व का आयोजन लाल किले पर हुआ। अब इस साल भी आज किले पर भारत पर्व का उद्घाटन होने जा रहा है।
कब से कब तक मनाया जाएगा भारत पर्व?
इस बार 23 जनवरी की शाम 07:30 बजे से भारत पर्व का उद्घाटन किया जाएगा, जो 31 जनवरी की रात 9 बजे तक चलेगा। आयोजन की लोकप्रियता को देखते हुए इस वर्ष इसे 6 दिन की जगह 9 दिन तक बढ़ा दिया गया है। इसमें कार्यक्रमों के लिए हर दिन अलग-अलग समय रखा गया है। कार्यक्रम का दैनिक समय सारिणी निम्नलिखित तालिका में दर्शाया गया है-
दिनांक | शुरू होने का समय | समाप्त होने के समय |
23 जनवरी | शाम 7:30 बजे | शाम 9:00 बजे |
24 जनवरी | शाम 5:00 बजे | शाम 9:00 बजे |
25 जनवरी | दोपहर 12:00 बजे | शाम 3:00 बजे |
26 जनवरी | शाम 5:00 बजे | शाम 9:00 बजे |
27-31 जनवरी | दोपहर 12:00 बजे | शाम 9:00 बजे |
भारत पर्व में क्या होगा खास?
नौ दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार की प्रदर्शनियां लगाई जाएंगी। इसमें क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों के साथ-साथ राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों की सांस्कृतिक मंडलियों द्वारा सांस्कृतिक प्रदर्शन, एक अखिल भारतीय फूड कोर्ट और 65 हस्तकला स्टालों के साथ अखिल भारतीय शिल्प बाजार का प्रदर्शन किया जाएगा। इसे विस्तार से इस प्रकार से भी समझा जा सकता है-
क्षेत्रीय व्यंजन प्रदर्शन और बिक्री
- फूड कोर्ट
- राज्य सरकार द्वारा स्टॉल
- होटल प्रबंधन संस्थान (आईएचएम) द्वारा स्टॉल
- खाद्य विक्रेताओं द्वारा स्टॉल
- खाद्य प्रदर्शन (सजीव काउंटर)
- होटल प्रबंधन संस्थान (आईएचएम) और भारतीय पाककला संस्थान के विद्यार्थियों द्वारा सजीव पाक कला का प्रदर्शन
हस्तशिल्प एवं हथकरघा
- डीसी, हैंडलूम द्वारा स्टॉल
- राज्य सरकारों, केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा स्टॉल
- खादी विकास और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी), भारतीय जनजातीय सहकारी विपणन विकास संघ लिमिटेड (ट्राइफेड) द्वारा स्टॉल
संस्कृति एवं विरासत
- राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा प्रदर्शन
- विशेष प्रदर्शन
- झांकियों का प्रदर्शन
- सशस्त्र बल बैंड का प्रदर्शन
केंद्र सरकार के मंत्रालयों और संगठनों की उपलब्धियां और प्रमुख कार्यक्रम
- नुक्कड़ नाटक
- प्रश्नोत्तरी
- चित्रकला प्रतियोगिताएं
- पर्यटन युवा पर्यटन क्लब, स्कूल/कॉलेज की भागीदारी
इन चीजों का किया जाएगा प्रदर्शन
भारत पर्व में इस बार मुख्य आकर्षण का केंद्र- गणतंत्र दिवस परेड की झांकी, क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों द्वारा गतिशील सांस्कृतिक प्रदर्शन और विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सांस्कृतिक मंडलों द्वारा आकर्षक प्रस्तुतियां, सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करने वाले खान-पान के स्टॉल, हस्तशिल्प और हथकरघा प्रदर्शन और सशस्त्र बल बैंड द्वारा उत्साही प्रदर्शन होंगे। यह आयोजन जनता के लिए खुला है और यहां पर प्रवेश निःशुल्क है।
इस वर्ष भारत पर्व में 26 केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों की भागीदारी है, जो सरकार की मिशन लाइफ, एक जिला एक उत्पाद, विकसित भारत, नारी शक्ति, एक भारत श्रेष्ठ भारत जैसी नागरिक केंद्रित योजनाओं और पहलों का प्रदर्शन करते हैं। 'देखो अपना देश' को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकी के माध्यम से एक अनुभवात्मक क्षेत्र भी स्थापित किया गया है। इसके अतिरिक्त, इस कार्यक्रम में भारत के विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की विविध पाक परंपराओं का प्रतिनिधित्व करने वाले स्वादिष्ट व्यंजनों की पेशकश करने वाले स्टालों के साथ एक फूड कोर्ट भी स्थापित किया जाएगा।
सांस्कृतिक अनुभव को बढ़ाने के लिए, एक अखिल भारतीय शिल्प बाज़ार स्थापित किया जाएगा, जिसमें हस्तशिल्प और हथकरघा स्टॉल होंगे, जो समग्र प्रदर्शन की समृद्धि और जीवंतता को बढ़ाएंगे। देश के विविध पर्यटक आकर्षणों को प्रदर्शित करने के लिए 30 से अधिक राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के विषयगत मंडप भी स्थापित किए गए हैं। दिल्ली स्थित विभिन्न क्षेत्रीय सांस्कृतिक संघों द्वारा सांस्कृतिक प्रदर्शन भी आयोजित किए जाएंगे। भारत पर्व देश भर के स्थानीय कारीगरों द्वारा अपने उत्पादों को प्रदर्शित और बेचकर इसमें भाग लेकर वोकल फॉर लोकल यानी स्थानीय उत्पाद को भी बढ़ावा दे रहा है।
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