Plane Accidents Shocked the World: अक्सर इस तरह की खबरें सामने आती हैं जब यह पता चलता है कि विमान हादसे में दुनिया की किसी बड़ी हस्ती की मौत हो गई है। ईरान के दिवंगत राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और अफ्रीकी देश मलावी के उपराष्ट्रपति साउलोस क्लॉस चिलिमा तो वो नाम हैं जिन्होंने हाल ही में अपनी जान गंवाई है। टर्बुलेंस में फंसी सिगापुर एयरलाइंस की तस्वीरों को भला कौन भूल सकता है। अब ऐसे में सवाल तो खड़ा ही होता है कि विमान या फिर हेलीकॉप्टर में सफर करना कितना सेफ है। आखिर ये हैं तो मशीन ही और हवा में उड़ने के दौरान मशीन में आई खराबी या फिर अन्य किसी भी परेशानी से बचने के लिए उपाय क्या हैं। उपाय के बारे में तो एक्सपर्ट ही बता सकते हैं लेकिन हम यहां आपको बता दें कि इंडोनेशिया और नेपाल में सबसे अधिक प्लेन क्रैश की घटनाएं होती है और इसके पीछे मुख्य कारण यहां की भौगोलिक परिस्तिथियां हैं।
अमेरिका में डराती है संख्या
उड़ान भरने या उतरने के लिहाज से नेपाल को दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में गिना जाता है लेकिन इंडोनेशिया में विमान यात्रा करना बेहद जोखिम भरा माना जाता है। एविएशन सेफ्टी नेटवर्क के डेटा के मुताबिक सबसे ज्यादा प्लेन हादसा अमेरिका में हुए हैं। 2023 तक अमेरिका में कुल 870 हादसे दर्ज किए गए हैं जिसमें कुल 10846 लोगों ने अपनी जान गवाई हैं। यह हादसे ज्यादातर खराब मौसम और तकनीकी खराबी के कारण हुए हैं।
छोटी गलतियां बन जाती हैं बड़ी वजह
विमान हादसे के पीछे कई कारण होते हैं। इनमें सबसे सामान्य बात पायलट से चूक हो जाना है। पायलट की छोटी सी गलती वो बड़ी वजह बन जाती है, जिस कारण विमान हादसे होते हैं। मसलन पूरी तय प्रक्रिया का पालन नहीं करना, परिस्थितियों के उलट विमान को उड़ाना, पहाड़ियों में नियंत्रण ना रख पाना, लैंडिंग के वक्त स्पीड ज्यादा रखना, रनवे से फिसल जाना, ईंधन खत्म हो जाना, दिशा का सही पता ना लगाना, गलत रनवे पर लैंड करना, हवा में दूसरे विमान से जा टकराना, विमान में आई खराबी के कारण इंजन का फेल होना, किसी उपकरण का फेल होना। इन कारणों से इतर हादसे के पीछे जो मुख्य वजह होती है वो है मौसम। मौसम की वजह से कई बार भयानक हादसे हुए है। तो चलिए एक नजर बड़े विमान हादसों पर डालते हैं।
12 सालों में 21 विमान हादसे
नेपाल में पिछले 12 सालों में 21 विमान हादसे हुए हैं। इन हादसों में सैकड़ों लोगों की जाीन गई है। बीते साल नेपाल की राजधानी काठमांडू से पोखरा जा रहा विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में हादसे में 68 लोगों की मौत हो गई थी।
ये है इंडोनेशिया का हाल
आंकड़ों के मुताबिक इंडोनेशिया में करीब 104 विमान हादसे हो चुके हैं, जिसमें 2,353 मौतें हो चुकी हैं। साल 2021 में इंडोनेशिया का एक विमान क्रैश हो गया था। विमान में 62 यात्री सवार थे और कोई भी जीवित नहीं बचा था। इससे पहले 29 मई, 2018 को इंडोनेशिया में भयानक विमान हादसा हुआ था। इस हादसे में 189 लोगों की मौत हो गई थी।
मलावी के उपराष्ट्रपति की गई जान
ताजा हुए हादसे में अफ्रीकी देश मलावी के उपराष्ट्रपति साउलोस क्लॉस चिलिमा की प्लेन क्रैश में मौत हो गई है।
ईरान के राष्ट्रपति की मौत
हाल ही में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में रईसी की मौत हो गई थी।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव की मौत
स्वीडिश राजनयिक संयुक्त राष्ट्र महासचिव डैग हैमरस्कजॉल्ड 18 सितंबर, 1961 को DC-6 पैसेंजर प्लेन दुर्घटना में मारे गए थे।
लिन बियाओ की गई जान
1971 में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के उपाध्यक्ष लिन बियाओ की एक विमान दुर्घटना में मौत हो गई थी।
पनामा के राष्ट्रपति की मौत
पनामा के राष्ट्रपति उमर टोरिजोस का प्लेन 31 जुलाई 1981 को पेनोनोम के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में उनकी मौत हो गई थी।
मोजाम्बिक के राष्ट्रपति समोरा मचेल की मौत
मोजाम्बिक के राष्ट्रपति समोरा मचेल की 19 अक्टूबर 1986 को एक विमान दुर्घटना में मौत हो गई थी।
प्लेन क्रैश में गई जिया-उल-हक की जान
पाकिस्तान के राष्ट्रपति मुहम्मद जिया-उल-हक की 17 अगस्त 1988 को प्लेन C-130 के क्रैश में मौत हो गई थी।
दक्षिण सूडान के राष्ट्रपति की मौत
सूडानी नेता जॉन गारंग डी माबियोर 2005 में एक हेलीकॉप्टर क्रैश में मारे गए थे। वह युगांडा के राष्ट्रपति के एमआई-172 हेलीकॉप्टर में यात्रा कर रहे थे जब यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
हादसे का शिकार हुआ रूसी सेना का विमान
रूसी सेना का एक विमान दक्षिणी बेलगोरोद इलाके में यूक्रेन के साथ लगती सीमा पर क्रैश हो गया था। विमान पर करीब 74 लोग सवार थे, जिनकी मौत हो गई थी।
PIA के विमान में लगी आग
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की फ्लाइट 8303 भीषण हादसे का शिकार हो गई थी। हादसे में पायलट की लापरवाही से 97 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी।
यह था दर्दनाक हादसा
साल 1974 में तुर्किश एयरलाइंस का विमान हादसे का शिकार हो गया था। इस हादसे में 346 लोगों की मौत हो गई थी।
विमान हादसे में 257 लोगों की हुई मौत
28 नवंबर 1979 को न्यूजीलैंड भयानक विमान हादसा हुआ था। इसमें 257 लोग मारे गए थे।
खाक हो गया आसमान का टाइटैनिक
3 मई 1937 को हिंडनबर्ग के एयरशिप ने जर्मनी के फ्रैंकफर्ट से अमेरिका के न्यू जर्सी के लिए उड़ान भरी थी। इस एयरशिप में क्रू मेंबर्स सहित 97 यात्री सवार थे। इसे 5 मई को अपनी मंजिल पर पहुंचना था। 6 मई 1937 को जब यह एयरशिप न्यू जर्सी पहुंचने वाला था तो मौसम अचानक से खराब हो गया। एयरशिप के पिछले हिस्से में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते एयरशिप आग का गोला बन गया। महज 35 सेकंड में ही आसमान का टाइटैनिक कहा जाने वाला हिंडनबर्ग जलकर खाक हो गया था।
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