भारतीय क्रिकेट ने दुनिया को कई बड़े खिलाड़ी दिए हैं। मौजूदा दौर में विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी शायद ही किसी टीम में होंगे। हालांकि पिछले कुछ सालों में टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर काफी सवाल उठ रहे हैं। इसी बीच इस साल भारत में वनडे वर्ल्ड कप खेला जाना है। जहां ये सीनियर खिलाड़ी खेलते नजर आएंगे, माना जा रहा है कि वनडे वर्ल्ड कप 2023 के बाद टीम इंडिया में कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इसके तहत टीम के सीनियर खिलाड़ियों को टीम से बाहर किया जा सकता है। बीसीसीआई पिछले कुछ सालों से ऐसा करती आई है। फिर चाहे साल 2007 का वनडे वर्ल्ड कप हो या फिर 2011 का वनडे वर्ल्ड कप। हर बड़े टूर्नामेंट के बाद टीम इंडिया में बदलाव देखने को मिले हैं। ऐसा ही कुछ इस साल भी हो सकता है। इसके बाद सबसे बड़ा सवाल यही खड़ा होता है कि भला सीनियर खिलाड़ियों की जगह कौन लेगा। वे कौन से ऐसे खिलाड़ी हैं जो आने वाले समय में टीम इंडिया के स्टार बनेंगे। आइए इस मुद्दे पर एक नजर डालते हैं।
कौन लेगा सीनियर प्लेयर्स की जगह
इस वक्त टीम इंडिया में रोहित शर्मा, विराट कोहली, मोहम्मद शमी, रवींद्र जडेजा जैसे खिलाड़ी काफी सीनियर हैं। इन खिलाड़ियों की उम्र की काफी ज्यादा हो गई है। इनमें से कुछ खिलाड़ी ही अच्छे फॉर्म में हैं। लेकिन बीसीसीआई इस वर्ल्ड के बाद काफी आगे के बारे में सोच रही होगी। जहां सीनियर खिलाड़ियों को टीम से ड्रॉप कर उनकी जगह युवा खिलाड़ियों को मौका देना सबसे अहम कामों में से एक होगा। टी20 वर्ल्ड कप 2022 के बाद से बोर्ड ने टी20 में सिर्फ युवाओं को मौका दिया है। यहां तक कि टीम का कप्तान भी बदल दिया गया है। यही सवाल इस बार भी है कि क्या बीसीसीआई वनडे वर्ल्ड कप 2023 के बाद भी ऐसा ही करेगी।
इस वक्त टीम इंडिया में कई ऐसे युवा खिलाड़ी हैं जो आने वाले समय के स्टार होंगे। उन खिलाड़ियों में शुभमन गिल, रुतुराज गायकवाड़, यशस्वी जायसवाल, श्रेयस अय्यर, अक्षर पटेल जैसे खिलाड़ियों का नाम शामिल हैं। ये खिलाड़ी आने वाले समय में टीम के सीनियर खिलाड़ियों को रिप्लेस कर सकते हैं। गेंदबाजी में भी टीम इंडिया के पास कई विकल्प मौजूद हैं। उनमें प्रसिद्ध कृष्णा, उमरान मलिक, अर्शदीप सिंह जैसे खिलाड़ी हैं जो मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में टीम इंडिया के पेस अटैक को संभाल सकते हैं। वहीं स्पिन गेंदाबजी में युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की जोड़ी अभी युवा ही है। इनकी जोड़ी हमें टेस्ट क्रिकेट में भी नजर आ सकती है।
वनडे और टेस्ट में टीम इंडिया का नया कप्तान कौन?
वनडे वर्ल्ड कप के बाद टीम इंडिया में अगर बदलाव किए जाते हैं तो रोहित शर्मा की कप्तानी भी जा सकती है। अगर ऐसा हुआ तो सबसे बड़ा सवाल ये है कि वनडे और टेस्ट में टीम इंडिया की कप्तानी कौन करेगा। दरअसल टी20 में हार्दिक पांड्या इस वक्त टीम की कप्तानी संभाल रहे हैं। लेकिन वनडे और टेस्ट में अभी रोहित ही टीम के कप्तान हैं। बात करें वनडे के बारे में तो इस वक्त हार्दिक पांड्या टीम इंडिया के उप कप्तान हैं। ऐसे में रोहित की गैरमौजूदगी में हार्दिक को टीम का वाइट बॉल कप्तान बनाया जा सकता है। वहीं टेस्ट में इस वक्त टीम के पास कोई कोई खास विकल्प मौजूद नहीं है। बात ये भी है कि टीम से सीनियर खिलाड़ियों को बीसीसीआई अचानक से ड्रॉप नहीं कर सकती है, लेकिन धीरे-धीरे ही सही मगर इन खिलाड़ियों का अगला वर्ल्ड कप यानी कि साल 2027 तक खेल पाना काफी मुश्किल हैं। ऐसे में सवाल ये भी है कि क्या पूरी तरह से अचानक युवाओं के हाथों में टीम देना सही फैसला होगा?
क्या युवाओं के हाथ अचानक से टीम दे देना सही होगा?
टीम इंडिया ने हर वर्ल्ड कप के बाद बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। साल 2007 के बाद सिर्फ 9 ही खिलाड़ी वनडे वर्ल्ड कप 2011 खेल सके थे। जहां उन्होंने टीम इंडिया को 28 सालों के बाद वर्ल्ड कप जिताया था। वहीं साल 2011 के वनडे वर्ल्ड कप जीतने के बाद भी सिर्फ 4 ही खिलाड़ी वनडे वर्ल्ड कप 2015 खेल सके थे। जो टीम आगे चल कर साल 2015 का वर्ल्ड कप जीतने में असफल रही थी। इस बार भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल सकता है, लेकिन क्या पूरी तरह से टीम इंडिया युवाओं के हाथ में देना सही होगा, तो इस जवाब न है। युवा खिलाड़ियों को भी अच्छा करने के लिए सीनियर के अनुभव का साथ होना जरूरी है। ऐसे में बोर्ड का फोकस तो पूरी तरह से युवाओं पर होगा, लेकिन सीनियर खिलाड़ियों के अनुभव के साथ ही ये संभव हो सकेगा।
सीनियर खिलाड़ियों को कुर्सी बचाने के लिए क्या करना होगा?
टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ी ये जानते हैं कि वनडे वर्ल्ड कप के बाद बीसीसीआई आगे के प्लान को लेकर काफी तेजी से फैसले ले सकती है। ऐसे में सीनियर खिलाड़ियों के पास अपनी कुर्सी बचाने का सिर्फ एक ही रास्ता है। टीम इंडिया अगर सीनियर खिलाड़ियों के दमपर ये वनडे वर्ल्ड कप जीत जाए तो ऐसा संभव हो सकता है कि इन खिलाड़ियों का इंटरनेशनल करियर और भी 3 से 4 साल बढ़ जाए। ऐसे में उन्हें अगर टीम में बने रहना है तो इस साल होने वाले वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को चैंपियन बनाना होगा।