क्रेडिट कार्ड अगर समय पर काम आते हैं तो यह लापरवाही से इस्तेमाल पर बोझ भी बन जाते हैं। मंथली खर्च को पूरा करने के लिए अगर आप एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो आपको ऐसे में और भी ज्यादा समझदारी से काम लेना चाहिए। मल्टीपल क्रेडिट कार्ड को मैनेज करना आना बहुत जरूरी है। अलग-अलग ज़रूरतों के लिए अलग-अलग कार्ड इस्तेमाल करना सुविधाजनक हो सकता है, लेकिन कई कार्ड, भुगतान और ब्याज दरों को मैनेज करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। अपने क्रेडिट कार्ड का ज़्यादा से ज़्यादा फ़ायदा उठाने के लिए, आपको उन्हें समझदारी से मैनेज करना होगा। आइए, हम यहां कुछ खास बातों की चर्चा करते हैं जो आपके लिए मददगार साबित हो सकते हैं।
बजट सेट करें
कई क्रेडिट कार्ड को अच्छे से मैनेज करने के लिए सबसे पहला कदम है अपना एक बजट सेट करना। यह आपके टोटल फाइनेंस को संभालने की पहली सीढ़ी है। क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने से पहले, यह जानना ज़रूरी है कि आप हर महीने कितना खर्च कर सकते हैं। क्रेडिट कार्ड को संभालने का सबसे अच्छा तरीका हर महीने अपनी पूरी बकाया राशि का भुगतान करना है। पहले से खर्च की सीमा तय करना या बजट बनाना आपके लिए इस टारगेट को हासिल करना आसान बना देगा।
अकाउंट अलर्ट सक्षम करें
कई क्रेडिट कार्ड मैनेज करने की एक और अच्छी स्ट्रैटेजी अकाउंट अलर्ट को एनबेल करना भी है। यह आपको अलर्ट करेगा कि कोई विशेष क्रेडिट कार्ड गतिविधि होने जा रही है। जब आपकी पेमेंट की देय तारीख नजदीक हो, जब एक निश्चित राशि से अधिक का लेन-देन किया जा रहा हो, या जब आपकी शेष राशि आपके द्वारा निर्धारित सीमा से अधिक हो जाती है, तो आप जानकारी हासिल कर सकते हैं। यह अलर्ट टेक्स्ट या ईमेल के रूप में मिल सकते हैं।
ऑटोमैटिक पेमेंट सेट करें
ज्यादा क्रेडिट कार्ड संभालना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। अपने बैंक खाते से ऑटोमैटिक पेमेंट सेट करके अपने रीपेमेंट को आसान बना सकते हैं। आप हर महीने न्यूनतम, पूर्ण शेष राशि या एक निश्चित राशि का भुगतान करना चुन सकते हैं। इन पेमेंट्स को न चूकना अहम है, क्योंकि यह आपको अपना क्रेडिट स्कोर बनाए रखने और ओवरड्यू बैलेंस राशि पर ब्याज शुल्क से बचने में मदद करता है।
कार्ड की संख्या सीमित करें
जानकारों का कहना है कि अगर आप क्रेडिट कार्ड को बुद्धिमानी से मैनेज कर सकते हैं तो कार्ड की संख्या की कोई लिमिट नहीं है। लेकिन अगर आप क्रेडिट कार्ड की संख्या को घटा लेते हैं तो यह आपके लिए और भी बेहतर होगा। बहुत सारे कार्ड होने से आपका कीमती समय बर्बाद हो सकता है और आपको उन कार्ड के लिए एनुअल चार्ज के रूप में पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं जिनका आप इस्तेमाल नहीं करते हैं। अगर आप भुगतान करने से चूक जाते हैं या अपना पूरा बकाया नहीं चुकाते हैं, तो आपको लेट फाइन और ब्याज शुल्क का भी सामना करना पड़ सकता है, जो जल्दी ही बढ़ सकता है और आपके वित्त पर बोझ डाल सकता है।
क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट का रिव्यू रेगुलर करें
बैंक या क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता की तरफ से आपके क्रेडिट कार्ड पर लगाए जा रहे सभी शुल्क सही और वैलिड हैं या नहीं, इसके लिए अपने क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट की नियमित जांच करें। किसी भी अनधिकृत लेनदेन या बिलिंग त्रुटि की तलाश करें और उन्हें अपने क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता को तुरंत रिपोर्ट करें। अपने क्रेडिट कार्ड स्कोर की नियमित समीक्षा करने से आपको अपने खर्च पर नज़र रखने, धोखाधड़ी को जल्दी पहचानने और समस्याओं को जल्दी हल करने में मदद मिलती है।
क्रेडिट कार्ड स्कोर की निगरानी
अगर आपके क्रेडिट कार्ड पर बहुत ज़्यादा कर्ज होगा तो आपको इसपर चक्रवृद्धि ब्याज लग सकता है। यह आपके क्रेडिट स्कोर पर निगेटिव असर डालेगा। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपका खर्च समय के साथ मैनेज हो, अपने क्रेडिट हिस्ट्री की निगरानी करना महत्वपूर्ण है। कुछ बैंक बैलेंस ट्रांसफर का ऑप्शन देते हैं, जिससे आप एक कार्ड से दूसरे कार्ड में बकाया बैलेंस ट्रांसफर कर सकते हैं। अगर आप किसी स्पेशल कार्ड पर भुगतान करने में जूझ कर रहे हैं तो यह मददगार हो सकता है।
क्रेडिट कार्ड के बेनिफिट और रिवॉर्ड्स का फायदा लें
बैंक या वित्तीय संस्थान अपने क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल पर कई तरह के बेनिफिट्स या रिवॉर्ड प्वाइंट्स भी देते हैं। यह जानें कि हर कार्ड क्या लाभ ऑफर करता है, जैसे कि कैशबैक, डिस्काउंट, रिवॉर्ड, एयरलाइन मील या कुछ शॉपिंग ऑफर आदि। अपने बजट में रहते हुए और गैर जरूरी खरीदारी से बचते हुए कार्ड का रणनीतिक रूप से उपयोग करें। एक बात जान लें कि रिवॉर्ड पाने के लिए अधिक खर्च न करें या कर्ज न लें, क्योंकि इससे लंबे समय में फायदा बेकार हो सकता है।
क्रेडिट कार्ड की कितनी है लागत यह जानें
क्रेडिट कार्ड पर शुल्क और एडिशनल चार्ज लगते हैं, और कई कार्ड होने का मतलब है ज्यादा लागत। ऐसे में सुनिश्चित करें कि आपके कार्ड से मिलने वाले लाभ इन खर्चों के लायक हैं। अगर कोई कार्ड बहुत महंगा है, तो उसे कैंसिल करना और असल में सिर्फ अपने फायदे वाले कार्ड रखने में ही समझदारी है।