G20 Summit 2023 की अध्यक्षता इस बार भारत के पास थी। 9 सितंबर को G20 का पहला दिन था। 10 सितंबर को ब्राजील को अगले साल की मेजबानी के लिए अध्यक्षता सौंपी गई। इस सम्मेलन में बेहद जरूरी वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के लिए दुनिया की महान शक्तियां इकट्ठा हुईं थी।
जी-20 सम्मेलन को लेकर पूरे दिल्ली और प्रगति मैदान कार्यक्रम स्थल भारत मंडपम को भव्य तरीके से सजाया गया।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने के बाद ऋषि सुनक पहली बार अपने तीन दिवसीय दौरे पर भारत अपनी पत्नी अक्षता मूर्ती के साथ आए। इस दौरान उन्होंने ANI को दिए गए एक इंटरव्यू में कहा कि उन्हें अपने हिंदू होने पर गर्व है। अपनी यात्रा के दौरान वह आज सुबह यानी 10 सितंबर को दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर भी घूमने गए। यहां पर उन्होंने पूजा अर्चना भी की।
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के बेटे पंगारेप और उनकी पत्नी एरिना गुडोनो आगरा में ताजमहल घूमने गए।
G 20 शिखर सम्मेलन में राष्ट्रीय पुरस्कार से पुरस्कृत शांति देवी ने मधुबनी पेंटिंग को प्रदर्शित किया। उन्होंने अपनी पेंटिंग में चंद्रयान-3 की सुंदर कलाकृति बनाई।
G 20 Summit में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यही समय है जब हम सबको एक साथ चलना है इसलिए सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास का मंत्र हम सबके लिए पथ प्रदर्शक बन सकता है। वैश्विव अर्थव्यवस्था में उथल-पुथल हो, उत्तर और दक्षिण में बंटवारा हो, पूर्व और पश्चिम की दूरी हो, भोजन, ईंधन और उर्वरक का प्रबंधन हो, आतंकवाद साइबर सुरक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा या जल सुरक्षा, हमें भावी पीढ़ियों के लिए इसका ठोस समाधान ढूंढना होगा।
पहले दिन समिट के दो सेशन हुए जिसमें ग्लोबल बायोफ्यूल्स एलायंस लॉन्च हुआ और इंडिया-मिडिल ईस्ट- यूरोप कॉरिडोर पर MoU पर साइन किया गया। इसके साथ ही नई दिल्ली डेक्लेरेशन पर भी सहमति बनी।
पहला सेशन 'वन अर्थ' थीम पर था। इस सेशन में मोदी ने कहा कि भारत ने LIFE मिशन, बाजार के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष, ग्रीन ग्रिड इनिशिएटिव - वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड को लॉन्च किया है, जिसमें सोलर पावर, नेचुरल फार्मिंग और नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन पर ध्यान दिया गया है।
दूसरा सेशन 'वन फैमिली' की थीम पर आधारित था। जिसमें G20 समिट में अफ्रीकन यूनियन को स्थायी सदस्यता मिली। इसके बाद 55 सदस्यों वाला अफ्रीकन यूनियन, जो इस बार विदेशी संगठन के रूप में आमंत्रित किया गया था, अब यूरोपियन यूनियन के दर्जे वाला सदस्य हो गया है।
PM मोदी और G20 समिट में आए कुछ नेताओं ने भारत मंडपम में 'ग्लोबल बायोफ्यूल्स एलायंस' को लॉन्च किया। इस एलायंस को 19 बड़े कंज्यूमर, प्रोड्यूसर और 12 संस्थाओं के सपोर्ट से लॉन्च किया गया है।
'इंडिया मिडिल ईस्ट यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर' के लिए भारत, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, इटली, सऊदी अरब, UAE और यूरोपियन यूनियन में MoU पर साइन हुए।
रात में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विदेशी मेहमानों को रात्री भोज के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान ऋषि सुनक और उनकी पत्नी भारत मंडपम पहुंचें। जिनका स्वागत स्वंय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।
G20 में दुनिया के कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए। इस दौरान उनके खाने के लिए विशेष प्रबंध किए गए थे।
खाने में मिलेट से बनी चीजों को परोसा गया जिसमें रागी इडली, लैम्ब विथ मिलेट सूप, मुर्ग बादाम और चौलाई कोरमा, नरगिसी कोफ्ता के साथ मिलेट खीर भी थी। इसके साथ ही मेहमानों को चांदी के बर्तनों में परोसे गए।
खाने में लोकल डिश को भी शामिल किया गया। जिसमें अवधी मुर्ग कोरमा, भुना गोश्त और हैदराबादी गोश्त बिरयानी शामिल था। नान खटाई और गुलकंद लड्डू के साथ साथ काजू कतली और ओट् भी मेहमानों को खिलाया गया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा शनिवार को आयोजित डिनर में पीएम नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथोनी अल्बनीस, इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो समेत कई अन्य मेहमान शामिल हुए।
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा अपनी पत्नी युको किशिदा के साथ राष्ट्रपति की ओर से आयोजित डिनर में पहुंचे थे। इस दौरान प्रधानमंत्री की पत्नी हरी साड़ी में नजर आईं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन, यूके के पीएम ऋषि सुनक, ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीस, कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और अन्य राष्ट्राध्यक्षों और सरकार और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए दिल्ली के राजघाट पर पहुंचे। यहां पर उन्होंने मौन रखा और पुष्पांजलि अर्पित की।
आज अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन अपने वियतनाम दौरे के लिए गए। जो बाइडेन ने आज रविवार को राजघाट पर महात्मा गांधी के स्मारक पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद वह वियतनाम की यात्रा के लिए रवाना हो गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा को 2024 में G20 की अध्यक्षता की जिम्मेदारी सौंपी।
यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भारत में G20 के समापन पर रिकॉर्ड जलवायु सहायता प्रतिबद्धता की घोषणा की। यूके ग्रीन क्लाइमेट फंड को 2 बिलियन डॉलर प्रदान करेगा जो दुनिया को जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद करने के लिए यूके द्वारा की गई सबसे बड़ी फंडिंग है। यूके ग्रीन क्लाइमेट फंड (GCF) में £1.62 बिलियन ($2 बिलियन) का योगदान देगा, जिसे COP15 में कोपेनहेगन समझौते के बाद 194 देशों द्वारा स्थापित किया गया था।
G20 शिखर सम्मेलन में, यूके के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक ने नेताओं से इस दिसंबर में COP28 शिखर सम्मेलन से पहले एक साथ काम करने का आह्वान किया है ताकि वे अपने देशों के कार्बन उत्सर्जन को कम कर सकें और जलवायु परिवर्तन के परिणामों से निपटने के लिए कमजोर अर्थव्यवस्थाओं का समर्थन कर सकें।
G20 शिखर सम्मेलन से भारत और दुनिया को क्या मिला?
भारत में आयोजित हुए G20 शिखर सम्मेलन के सफलपूर्वक आयोजन पर कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय राजनीति और इतिहास के सहायक प्रोफेसर ट्रिस्टेन नेलर कहते हैं कि इस शिखर सम्मेलन का सबसे महत्वपूर्ण परिणाम अफ्रीकी संघ को जी 20 के पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल करना है। यह वृद्धि की दिशा में एक बड़ा कदम है।" क्लब की वैधता और वैश्विक दक्षिण के साथ सार्थक संबंध बनाना। भारत वैश्विक दक्षिण और अन्य अभिनेताओं के बीच एक पुल के रूप में कार्य करने के लिए अच्छी स्थिति में है, चाहे वह पश्चिम हो या खाड़ी राज्य, मध्य पूर्व, चीन और रूस। भारत है कूटनीतिक रूप से अच्छी स्थिति में है, जो निश्चित रूप से समूह में शामिल नहीं किए गए लोगों के साथ संबंध बनाने में इसे लाभ देता है।
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