Explainer: लॉस एंजिल्स में लगी आग में अब तक 16 मौतों की पुष्टि हो चुकी है और 13 लोग लापता हैं। अधिकारियों के अनुसार जब राख हो चुके इलाकों में सर्च अभियान शुरू होगा तो मौतों की संख्या बढ़ने की आशंका है। मगर सवाल यही है कि ठंड के मौसम में आखिर लॉस एंजिल्स क्यों धधक रहा है?...इस आग के आगे अमेरिका बेबस क्यों हो चुका है?...यह आग लगातार क्यों फैलती ही जा रही है?...आइये विशेषज्ञों से समझते हैं।
वैज्ञानिकों ने लॉस एंजिल्स की आग को जलवायु परिवर्तन से जोड़कर देखा है। इसकी वजह यह भी है कि वर्ष 2024 को धरती का अब तक का सबसे गर्म वर्ष घोषित किया गया है। यह पहला कैलेंडर वर्ष था, जिसमें वैश्विक तापमान पूर्व-औद्योगिक स्तर के मुकाबले 1.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया। यूरोपीय संघ के पृथ्वी निगरानी कार्यक्रम ‘कोपरनिकस जलवायु परिवर्तन सेवा’ ने शुक्रवार को आधिकारिक रूप से इसकी घोषणा की है। ऐसा तब हुआ है जब कैलिफोर्निया के लॉस एंजिलिस के जंगलों में लगी आग लगातार फैल रही है।
क्यों बढ़ा वैश्विक ताप
वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण यह आपदा और भी बदतर हो गई है। यह रिकॉर्डतोड़ वैश्विक ताप मुख्य रूप से मनुष्य द्वारा ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन से प्रेरित है, जो जीवाश्म ईंधन को जलाने से उत्पन्न होती है। जब तक हम निवल-शून्य उत्सर्जन तक नहीं पहुंच जाते, वैश्विक ताप में बढ़ोती नहीं रुकेगी। स्पष्ट रूप से मनुष्यों के लिए ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में तेजी से कमी करने की आवश्यकता कभी भी इतनी जरूरी नहीं रही। कहा जा रहा है कि 1850 में तापमान दर्ज करने की शुरुआत के बाद से 2024 धरती का सबसे गर्म वर्ष रहा।
वर्ष 2024 में वैश्विक औसत तापमान 19वीं सदी के उत्तरार्ध के औसत तापमान (जिसका उपयोग पूर्व-औद्योगिक स्तरों को दर्शाने के लिए किया जाता है) से लगभग 1.6 डिग्री सेल्सियस ऊपर दर्ज किया गया। पिछले साल 22 जुलाई को दैनिक वैश्विक औसत तापमान 17.16 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया जो अपने आप में एक नया रिकॉर्ड था। इन उच्च वैश्विक तापमानों के साथ-साथ 2024 के रिकॉर्ड वैश्विक वायुमंडलीय जल वाष्प स्तर का अभिप्राय अभूतपूर्व गर्म हवाओं के चलने और भारी वर्षा की घटनाओं से है जिससे लाखों लोगों को परेशानी हुई।
वैज्ञानिक पृथ्वी का तापमान कैसे मापते हैं?
धारती के वैश्विक औसत तापमान का अनुमान लगाना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है। वर्ष 2024 का उच्च वैश्विक औसत तापमान मनुष्यों की ओर से ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन के बिना संभव नहीं था। वर्ष के पहले भाग में जलवायु को प्रभावित करने वाले अल नीनो ने भी भूमिका निभाई। इसने पृथ्वी की सतह को गर्म कर दिया (विशेष रूप से मध्य और पूर्वी प्रशांत क्षेत्र के एक बड़े हिस्से को) और धरती के सतह के वैश्विक औसत तापमान में 0.2 डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि हुई।
मानव गतिविधि से होने वाला प्रत्येक टन ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन लगभग समान मात्रा में ‘ग्लोबल वार्मिंग’ का कारण बनता है। इसलिए जितनी तेजी से हम वैश्विक अर्थव्यवस्था को कार्बन से मुक्त करेंगे, उतनी ही जल्दी हम ‘ग्लोबल वार्मिंग’ को रोककर इससे होने वाले नुकसान को कम कर सकते हैं।
लॉस एंजिल्स में क्यों नहीं बुझ रही आग
लॉस एंजिल्स में आग नहीं बुझने का कारण यहां तेज गति से चलने वाली गर्म हवाओं को भी माना जा रहा है। अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य के लॉस एंजिलिस शहर में दमकल कर्मियों ने फिर से तेज हवाएं चलने की आशंका है। दमकल कर्मी प्रयास कर रहे हैं कि आग विश्व प्रसिद्ध जे.पॉल गेटी संग्रहालय और कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय तक न फैले। मैन्डेविल कैनयन में आग बुझाने के लिए पुरजोर प्रयास किए जा रहे हैं। पैसिफिक कोस्ट के निकट स्थित मैन्डेविल कैनयन में प्रसिद्ध अभिनेता अर्नोल्ड श्वार्जनेगर समेत कई हस्तियों के घर हैं।
सेंटा ऐना हवाएं भी हैं चेतावनी
राष्ट्रीय मौसम सेवा ने चेतावनी दी कि लॉस एंजिल्स में तेज सेंटा ऐना हवाओं ने इस आग को सबसे ज्यादा भड़काया है। वह जल्द ही फिर लौट सकती हैं। बताया जा रहा है कि इन हवाओं के कारण आग तेजी से फैल रही है, जिसने लॉस एंजिलिस तथा आसपास के पूरे क्षेत्र को अपनी चपेट में लेकर नष्ट कर दिया है।
लॉस एंजिल्स में बारिश न होना भी आग भड़कने की वजह
वैज्ञानिकों के अनुसार लॉस एंजिलिस में आठ महीनों से अधिक समय से कोई खास बारिश नहीं हुई है। आग के कारण अंतरराज्यीय राजमार्ग 405 पर भी खतरा मंडरा रहा है जो इस क्षेत्र से होकर गुजरने वाला मुख्य यातायात मार्ग है। लॉस एंजिलिस काउंटी के शेरिफ रॉबर्ट लूना ने बताया कि विनाश को रोकने का काम शनिवार को भी जारी रहा और टीमें शवों को खोजने वाले कुत्तों की मदद से खोजी अभियान चला रही हैं। लूना ने बताया कि पासाडेना में एक परिवार सहायता केंद्र भी स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने निवासियों से कर्फ्यू का पालन करने का आग्रह किया। आग ने करीब 145 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया है। हजारों लोगों को अब भी आग प्रभावित इलाकों को खाली करने के आदेश दिए गए हैं। एक्यूवेदर के प्रारंभिक अनुमान के अनुसार अब तक 135 अरब अमेरिकी डॉलर से लेकर 150 अरब अमेरिकी डॉलर के बीच नुकसान हो चुका है।