
घर खरीदना एक बहुत ही बड़ा वित्तीय फैसला होता है। इस फैसले को लेने में काफी सावधानी जरूरी है। जो लोग ऐसा नहीं करते हैं उनकी पूरी जिंदगीभर की कमाई डूब जाती है। रियल्टी मार्केट में आपको हजारों बायर्स मिल जाएंगे जो पैसा देकर सालों से घर मिलने का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में अगर आप अपना आशियाना खरीदने की तैयारी कर रहे हैं तो कुछ बातों का खास ख्याल रखें। आइए जानते हैं कि पहली दफा घर खरीदारों को किन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए।
1. लागत का आकलन नहीं करना
बहुत सारे होम बायर्स घर खरीदने से पहले फ्लैट का केवल बेस प्राइस ध्यान में रखते हैं, जबकि घर खरीदने से जुड़ी अन्य लागतों को नजरअंदाज कर देते हैं, जैसे क्लब, पार्किंग चार्ज, स्टाम्प ड्यूटी, रजिस्ट्रेशन फीस, जीएसटी, मेंटेनेंस डिपॉजिट, इंटीरियर वर्क की लागत आदि। इसके अलावा, कई खरीदार बिना पूरी वित्तीय योजना के होम लोन ले लेते हैं और यह नहीं समझते कि ईएमआई (EMI) का उनके बजट पर कितना असर पड़ेगा। बाद में वो परेशान होते रहते हैं।
2. होम लोन का प्री-अप्रूवल नहीं लेना
बहुत सारे होम बायर्स पहले प्रॉपर्टी सर्च करते हैं और उसके बाद होम लोन के लिए बैंक जाते हैं। यह गलत प्रैक्टिस है। सबसे पहले आप होम लोन का प्री-अप्रूवल लें ताकि आपको पता हो कि कितने का लोन आपको मिल सकता है। ऐसा नहीं करने पर बैंक लोन नहीं देते और पूरी मेहनत जया हो जाती है।
3. पेपर की जांच नहीं करना
रियल एस्टेट मार्केट में प्रॉपर्टी ब्रोकर की अहम भूमिका होती है। वो घर खरीदार को अपनी कमशिन के चक्कर में सही जानकारी नहीं देते हैं। होम बायर्स भी उनकी बातों पर भरोसा कर लेते हैं। बाद में पछताने के सिवा कोई दूसरा चारा नहीं होता है। इसलिए किसी भी प्रोजेक्ट में घर बुक करने से पहले प्रोजेक्ट की आवश्यक सरकारी स्वीकृतियां, जमीन का मालिकाना हक और पर्यावरणीय मंजूरी की जानकारी जरूर लें।
4. जोखिम का आकलन नहीं करना
अंडर कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट में सबसे ज्यादा परेशानी देने वाले पहलुओं में से एक है निर्माण में देरी। पहली बार घर खरीदने वाले अक्सर इस बात से अनजान रहते हैं कि फंडिंग की कमी, कानूनी विवाद या खराब प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के कारण समयसीमा बार-बार बढ़ाई जा सकती है। इस दौरान खरीदारों को किराया और ईएमआई दोनों चुकाने पड़ सकते हैं, जिससे वित्तीय दबाव बढ़ जाता है। वो इसकी तैयारी नहीं करते और बाद में परेशान होते हैं। इससे बचने के लिए बिल्डर-बायर एग्रीमेंट को ध्यान से पढ़ें, यह सुनिश्चित करें कि उसमें देरी की स्थिति में पजेशन में विलंब पर पेनाल्टी क्लॉज शामिल हो।
5. कनेक्टिविटी को नजरअंदाज करना
पहली बार घर खरीदने वाले अक्सर सिर्फ कीमत या आसपास की मौजूदा सुविधाओं को देखकर प्रॉपर्टी चुन लेते हैं, जबकि उन्हें भविष्य के डेवलपमेंट, रीसेल वैल्यू और कनेक्टिविटी जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर भी ध्यान देना चाहिए। एक अच्छी लोकेशन वाला प्रोजेक्ट शुरू में महंगा लग सकता है, लेकिन बाद में वह बेस्ट हो जाता है। किसी भी प्रोजेक्ट में घर बुक करने से पहले स्कूलों और सार्वजनिक परिवहन (मेट्रो, बस आदि) से कनेक्टिविटी की जांच करें। ऑफिस से दूरी का आकलन करें। साथ ही मेट्रो लाइन, हाइवे आदि से कनेक्टिविटी चेक करें।