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Explainer: टाटा की हुई एयर इंडिया और खत्म हुआ विस्तारा का अस्तित्व, जानें अब आगे क्या होगा

विस्तारा ने अपने ग्राहकों की सुविधा के लिए पहले ही कई तरह के जरूरी और महत्वपूर्ण इंतजाम कर दिए थे। यही वजह है कि जिन यात्रियों ने विस्तारा की टिकट बुक की थी, उन्हें उसी सुविधा के साथ एयर इंडिया के विमान में सफर कराया जाएगा।

Written By: Sunil Chaurasia
Published : Nov 11, 2024 17:35 IST, Updated : Nov 11, 2024 18:52 IST
नवंबर 2022 में हुआ था मर्जर का ऐलान
Image Source : INDIA TV नवंबर 2022 में हुआ था मर्जर का ऐलान

जानी-मानी एयरलाइन कंपनी विस्तारा का आज यानी 11 नवंबर को आखिरी दिन है। विस्तारा की स्थापना 5 नवंबर, 2013 को हुई थी। कल, 12 नवंबर से विस्तारा, एयर इंडिया के नाम से उड़ान भरेगी। जी हां, विस्तारा का एयर इंडिया में मर्जर होने जा रहा है और ये मर्जर 12 नवंबर से लागू होगा। विस्तारा में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी भारतीय दिग्गज कंपनी टाटा संस और 49 प्रतिशत हिस्सेदारी सिंगापुर की सिंगापुर एयरलाइंस की है। टाटा ग्रुप की एयर इंडिया में मर्ज होने के बाद एयर इंडिया में सिंगापुर एयरलाइंस की 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी हो जाएगी।

नवंबर 2022 में हुआ था मर्जर का ऐलान

डोमेस्टिक और इंटरनेशनल एविएशन मार्केट में एक फुल-सर्विस एयरलाइन बनाने के लिए विस्तार का एयर इंडिया में मर्जर हो रहा है। विस्तारा में 49 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाली सिंगापुर एयरलाइंस ने नवंबर, 2022 में विस्तारा को एयर इंडिया में मर्ज करने का ऐलान किया था। मर्जर का ऐलान ठीक उसी साल हुआ था, जिस साल टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया को खरीदा था। बताते चलें कि टाटा ग्रुप ने 27 जनवरी, 2022 को 18,000 करोड़ रुपये में एयर इंडिया में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी। हालांकि, विस्तारा और एयर इंडिया का ये मर्जर बाकी कंपनियों के मर्जर की तरह आसान नहीं रहा। 

एयर इंडिया में 3194.5 करोड़ रुपये निवेश करेगी सिंगापुर एयरलाइंस

इस मर्जर के लिए कंपनियों का काफी बुरी परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। पायलटों की कमी की वजह से विस्तारा को अपनी कई उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। इसके अलावा, विस्तारा के जिन पायलटों को एयर इंडिया की पॉलिसी पसंद नहीं आई, उन्होंने काफी विरोध किया और इसका सीधा असर इस मर्जर पर भी पड़ा। विस्तारा के पायलटों का कहना है कि जब उन्हें एयर इंडिया की पॉलिसी के हिसाब से सैलरी दी जाएगी तो उन्हें एयर इंडिया की पॉलिसी के हिसाब से ही रिटायरमेंट भी मिलना चाहिए। एयर इंडिया में रिटायरमेंट की उम्र 58 साल है, जबकि विस्तारा में रिटायरमेंट की उम्र 60 साल है। विस्तारा के पायलटों का कहना है कि कंपनी ने अभी तक रिटायरमेंट की उम्र को लेकर स्थिति साफ नहीं की है। मर्जर के बाद सिंगापुर एयरलाइंस, एयर इंडिया में 3194.5 करोड़ रुपये का अलग से निवेश करेगी।

विस्तारा के ग्राहकों के लिए खास इंतजाम

विस्तारा ने अपने ग्राहकों की सुविधा के लिए पहले ही कई तरह के जरूरी और महत्वपूर्ण इंतजाम कर दिए थे। यही वजह है कि जिन यात्रियों ने विस्तारा की टिकट बुक की थी, उन्हें उसी सुविधा के साथ एयर इंडिया के विमान में सफर कराया जाएगा। कंपनी ने एयरपोर्ट पर कई काउंटर लगाए हैं, ताकि यात्रियों के सभी सवाल और शंकाओं को दूर किया जा सके। इतना ही नहीं, विस्तारा के कस्टमर केयर नंबर को भी एयर इंडिया के कस्टमर केयर नंबर के साथ मर्ज कर दिया गया है। यानी जो ग्राहक विस्तारा की कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करेंगे, उनका फोन एयर इंडिया के कस्टमर केयर नंबर पर लग जाएगा।

एयर इंडिया में माइग्रेट की गई विस्तारा की बुकिंग

बीते कुछ महीनों में 2,70,000 यात्रियों ने विस्तारा में बुकिंग थी, जिन्हें एयर इंडिया में माइग्रेट कर दिया गया है। इसके अलावा, विस्तारा लॉयल्टी प्रोग्राम के करीब 45 लाख मेंबर्स को भी एयर इंडिया के लॉयल्टी प्रोग्राम में माइग्रेट किया जा रहा है। मर्जर के बाद एयर इंडिया के पास 200 से भी ज्यादा प्लेन का फ्लीट होगा, जो 90 डोमेस्टिक और इंटरनेशनल डेस्टिनेशन्स को आपस में कनेक्ट करेगा।

विस्तारा के सीईओ अब क्या करेंगे

विस्तारा के सीईओ विनोद कानन, जो दोनों कंपनियों के मर्जर के लिए चीफ इंटीग्रेशन ऑफिसर की भूमिका भी संभाल रहे हैं, मर्जर के बाद भी चीफ इंटीग्रेशन ऑफिसर का रोल निभाते रहेंगे। इसके साथ ही वे मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य होंगे और सीधे एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन को रिपोर्ट करेंगे। विनोद कानन की तरह, कंपनी के बाकी स्टाफ भी पहले की तरह ही काम करते रहेंगे, वे बस अब विस्तारा के बजाए एयर इंडिया के कर्मचारी कहलाएंगे। ग्राहक सेवा के मामले में विस्तारा ने जो स्टैंडर्ड सेट किए हैं, उनकी कोई तुलना नहीं है। विस्तारा की सेवाओं का अनुभव लेने वाले यात्री आज कंपनी के आखिरी दिन पर उन्हें याद कर रहे हैं। ग्राहक न सिर्फ कंपनी की तारीफ कर रहे हैं बल्कि कंपनी के स्टाफ और उनके द्वारा मुहैया कराई जाने वाली सेवाओं का भी गुणगान कर रहे हैं।

विस्तारा ने 2015 में भरी थी पहली उड़ान

5 नवंबर, 2013 को स्थापना के बाद विस्तारा ने 9 जनवरी, 2015 को दिल्ली से मुंबई के लिए अपनी पहली ऑफिशियल फ्लाइट के साथ ऑपरेशन्स शुरू किया। थोड़े समय में ही विस्तारा ने अपने दायरे का तेजी से विस्तार किया। विस्तारा भारत के अंदर और बाहर 50 गंतव्यों को जोड़ता था। विस्तारा के फ्लीट में 53 एयरबस A320neo, 10 एयरबस A321neo और 7 बोइंग 787-9 ड्रीमलाइनर सहित 70 विमानों का फ्लीट था, जो रोजाना 300 से ज्यादा उड़ानें संचालित करता था। 9 जनवरी, 2015 को सेवाएं शुरू करने वाली एयरलाइन कंपनी विस्तारा अब तक 6.5 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों को उनके गंतव्य तक पहुंचा चुकी है।

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