Assembly Election Results: बीते दिन शुक्रवार को तेलंगाना में वोटिंग के साथ ही देश के 5 राज्यों मिजोरम, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना के चुनाव समाप्त हो गए हैं। अब जनता और राजनीतिक दल दोनों को ही 3 दिसंबर का इजतार है जब इन चुनावों के परिणाम सामने आएंगे। ऐसे समय में सभी के मन में सवाल है कि भाजपा हो या कांग्रेस या बीआरएस या फिर एमएनएफ। इन सभी राज्यों में चुनाव परिणाम आने के बाद किसके सिर पर मुख्यमंत्री का ताज सज सकता है। इसलिए हम इस एक्सप्लेनर के माध्यम से आपके लिए लेकर सभी राज्यों के राजनीति दल और उनके संभावित सीएम लिस्ट। आइए जानते हैं सभी के नाम।
मिजोरम में कौन हैं संभावित उम्मीदवार?
मिजोरम में सभी 40 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में 7 नवंबर को मतदान हुआ था। इसके परिणाम 3 दिसंबर को जारी होने वाले हैं। मिजोरम में मुख्य मुकाबला मिजो नेशनल फ्रंट, कांग्रेस और जोराम पीपुल्स मूवमेंट के बीच था। बता दें कि मिजोरम में बहुमत के लिए किसी भी पार्टी को कम से कम 21 सीटों की जरूरत होगी। ऐसे में अगर मिजो नेशनल फ्रंट ये आंकड़ा हासिल करती है तो वर्तमान सीएम जोरमथंगा फिर से सीएम बन सकते हैं। वहीं, अगर जोराम पीपुल्स मूवमेंट ने चुनाव जीता तो लालदुहोमा नए सीएम के रूप में शपथ लेंगे। अगर त्रिशंकु विधानसभा की भी स्थिति आती है तो दोनों ही दल भाजपा या कांग्रेस से गठबंधन कर सकते हैं।
छत्तीसगढ़ में कौन बनेगा सीएम?
छ्त्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों के लिए 7 और 17 नवंबर को दो चरण में मतदान हुए थे। कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही यहां प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। अगर कांग्रेस राज्य की सत्ता में आती है तो अनुमान है की भूपेश बघेल को ही सीएम बनाया जा सकता है। हालांकि, टीएस सिंह देव के तेवर देखकर उन्हें सीएम पद पर मौका मिल सकता है। वहीं, भाजपा की बात करें तो तीन बार के सीएम रहे रमन सिंह का नाम सबसे आगे आता है। हालांकि, सांसद विजय बघेल भी इस रेस में शामिल हैं। अगर भाजपा युवा चेहरे पर दांव खेलती है तो इसमें केंद्रीय नेतृत्व के करीबी ओपी चौधरी का नाम सबसे आगे आता है।
तेलंगाना में किसके सिर सजेगा ताज?
तेलंगाना में बीते गुरुवार 30 नवंबर को एक ही चरण में 119 सीटों के लिए विधानसभा चुनाव संपन्न हुए। इस चुनाव में बीआरएस का नेतृत्व एक बार फिर से सीएम केसीआर कर रहे थे। हालांकि, अगर बीआरएस चुनाव जीतती है तो केसीआर अपने बेटे केटीआर को भी सीएम पद की जिम्मेदारी दे सकते हैं। वहीं, कांग्रेस अगर इस चुनाव में जीत हासिल करती है तो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी को सीएम पद की कमान दी जा सकती है। इसके अलावा अगर भाजपा सरकार बनाने में कामयाब हो जाए तो पार्टी एटाला राजेंदर या फिर बंदी संजय के नाम पर विचार कर सकती है।
राजस्थान में किसकी हवा?
राजस्थान की सभी विधानसभा सीटों पर 25 नवंबर को मतदान संपन्न हुए थे। राज्य में कांग्रेस और भाजपा के बीच तगड़ी टक्कर मानी जा रही है। अगर कांग्रेस यहां अपनी सरकार बचा लेती है तो सीएम का पद अशोक गहलोत के पास ही जाने की संभावना है। गहलोत ने पहले भी इशारा किया है कि सीएम का पद उन्हें नहीं छोड़ने वाला है। हालांकि, सचिन पायलट के समर्थक बार-बार उनको सीएम बनाए जाने की मांग करते रहते हैं। अगर भाजपा की बात करें तो वसुंधरा राजे का नाम इस बार भी सबसे आगे नजर आ रहा है। हालांकि, पार्टी की ओर से सीएम की रेस में बाबा बालकनाथ, दीया कुमारी और गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम भी बार-बार सामने आ रहा है।
मध्य प्रदेश में किसे मिलेगी कमान?
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को सभी सीटों के विधानसभा चुनाव का आयोजन हुआ था। यहां भी कांग्रेस और भाजपा में टक्कर है। अगर कांग्रेस की बात करें तो पार्टी की ओर से सीएम पद के लिए कमलनाथ ही सबसे मजबूत चेहरे के रूप में दिखाई पड़ते हैं। दूसरी ओर भाजपा ने इस बार का चुनाव सीएम शिवराज के चेहरे के बजाय सामूहिक नेतृत्व में लड़ने का फैसला किया और कई सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों को चुनाव में उतारा। हालांकि, शिवराज सिंह चौहान अब भी सीएम पद की रेस में सबसे आगे हैं। अगर पार्टी किसी और को कमान सौंपती है तो इसमें कैलाश विजयवर्गीय और प्रह्लाद सिंह पटेल का नाम सबसे आगे आ सकता है।
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