15 जनवरी की तारीख को हमारे देश में सेना दिवस के रूप में मनाया जाता है। सालभर भारतीय सेना के जवान चौकसी करते हैं तभी देश के लोग अपने घरों में आराम से सो पाते हैं। चाहे ब्रिटिश काल में दोनों विश्व युद्ध हो या फिर पाकिस्तान-चीन से जंग भारतीय सेना ने हर युद्ध में अदम्य साहस से अपने शौर्य का प्रदर्शन किया है। भारतीय सेना को चाहे तकनीक हो या संख्या या फिर युद्ध कला सभी मामलों में दुनिया की सबसे खतरनाक सेनाओं में गिना जाता है। आइए सेना दिवस के इस अवसर पर जानते हैं हमारी भारतीय सेना के बारे में कुछ खास बातें।
चौथी सबसे ताकतवर सेना
सैन्य मामलों पर खास नजर रखने वाले ग्लोबल फायर पॉवर इंडेक्स के मुताबिक, भारतीय सेना को दुनिया की चौथी सबसे ताकतवर सेना का दर्जा दिया गया है। अमेरिका, रूस और चीन के बाद सैन्य शक्ति के मामले में भारतीय सेना का ही नाम आता है। आपको बता दें कि ये आंकड़ें सिर्फ नंबर के कारण नहीं है। भारतीय सेना ने दो विश्व युद्ध में मित्र देशों की सेना को जीत दिलाने में बड़ी मदद की थी। इसके अलावा 1948, 1965, 1971 और करगिल में भी भारतीय सेना ने पाकिस्तान रको धूल चटाई है। साल 1962 में हुए भारत-चीन युद्ध में भी भारतीय सेना ने चीन की फौज को वापसी पर मजबूर कर दिया था।
14 लाख से ज्यादा संख्याबल
एक कहावत है कि जंग सिपाहियों से जीती जाती है। ये पंक्ति भारतीय सेना के शौर्य पर हमेशा फिट बैठती है। भारतीय सेना का संख्याबल 14 लाख 55 हजार का है जो चीन के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा है। पाकिस्तान के पास इससे आधे सैनिक हैं। वहीं, भारत के पास रिजर्व फोर्स में भी 11 लाख 55 हजार सैनिक हैं। इसके अलावा भारत की पैरामिलिट्री फोर्स में 25 लाख से ज्यादा सैनिक हैं। इसके अलावा भी हर साल लाखों की संख्या में युवा सेना में शामिल होने के लिए तैयारी में जुटे होते हैं।
टैंक, हेलिकॉप्टर की भी बड़ी संख्या
भारतीय सेना के पास में थल सेना को और ताकतवर बनाने के लिए टैंक, लड़ाकू हेलिकॉप्टर और मिसाइलों का जखीरा भी है। सेना के पास में 4,614 टी90 और भीष्म जैसे टैंक और 1.5 लाख के करीब सैन्य वाहन हैं। सेना के जखीरे में 3500 आर्टिलरी और 702 रॉकेट आर्टिलरी भी मौजूद है। लड़ाकू हेलीकॉप्टर LCH, बोइंग एएच-64ई अपाचे, चिनूक, एमआई-35 और एमआई-26 जैसे सैकड़ों हेलीकॉप्टर भी मौजूद हैं। इसके अलावा सेना के पास अत्याधुनिक ड्रोन भी मौजूद हैं।
अचूक मिसाइलों से बचना मुश्किल
भारतीय सेना के पास में छोटी, मध्यम और लंबी तीनों तरह की दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें मौजूद हैं। सेना के पास में अग्नि, ब्रह्मोस, प्रलय, निर्भय जैसी कई मिसाइलें मौजूद हैं जो इसे एक मिसाइल फोर्स की तरह बनाती हैं। इन मिसाइलों के अत्याधुनिक राडार और अचूक निशाने से बचना दुश्मन के लिए नामुमकिन हो जाता है। इसके अलावा सेना के पास में दुश्मन देशों की मिसाइलों से बचने की भी तकनीक मौजूद है। सेना के पास रूस में निर्मित एस-400 और स्वदेशी आकाश एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम भी मौजूद हैं।
कितना है देश का रक्षा बजट
भारत सरकार अपनी सेनाओं को दुनिया के सबसे बड़े सैन्य बजट वाली फोर्स की लिस्ट में रखती है। साल 2023-24 के केंद्रीय बजट में रक्षा मंत्रालय को कुल 5,93,537.64 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया था। ये कुल बजट का 13.18 प्रतिशत हिस्सा है। अगर दुनिया से मुकाबले की बात करें तो भारत फिलहाल अमेरिका, चीन और रूस के बाद सबसे ज्यादा सैन्य खर्च करने वाला देश है। खास बात ये भी है कि सभी सैन्य अंगों के लिए अब स्वदेशी हथियारों और तकनीक को आसानी से उपलब्ध करवाया जा रहा है। इसके साथ ही अब भारत धीरे-धीरे हथियार आयात के बजाय हथियार निर्यात करने वाला देश बन रहा है।
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