मुंबई: हाल ही में लॉन्च की गई वेब-सीरीज़ 'कोल्ड लस्सी और चिकन मसाला' और 'मिशन ओवर मार्स: मॉम' की शानदार सफलता के बाद, दो भारतीय ओटीटी प्लेटफार्म ऑल्ट बालाजी और ज़ी5 ने आखिरकार साल की सबसे चर्चित और प्रतीक्षित वेब-सीरीज़ 'द वर्डिक्ट - स्टेट वर्सेज नानावती' लॉन्च कर दी है। सबसे बहुप्रतीक्षित और विवादास्पद 10 एपिसोड का यह कोर्ट ड्रामा आखिरकार रिलीज हो गया है। इस फैसले में एली अवराम, अंगद बेदी, मानव कौल, सुमीत व्यास, कुबरा सैत, मकरंद देशपांडे, सौरभ शुक्ला, स्वानंद किरकिरे, विराफ आशीष पटेल जैसे कलाकारों की अहम भूमिका है।
साल 1959 में 27 अप्रैल के दिन एक तेजतर्रार पारसी नौसेना अधिकारी ने अपने रिवाल्वर से तीन गोलियों के साथ एक अमीर सिंधी व्यापारी को छलनी कर दिया था और फिर जाकर पुलिस के सामने अपना क्रूर अपराध कबूल कर लिया। कुख्यात कहानी 'के.एम. नानावती वेर्सिस महाराष्ट्र राज्य' आज भी भारत में सबसे सनसनीखेज आपराधिक मामलों में से एक है। छह दशकों के बावजूद, बेवफाई, बदले की आग में की गयी हत्या और देशभक्ति के चारों ओर घूमने वाली मुकदमे की यह कहानी आज भी लोगों का ध्यान आकर्षित करती है। कुछ ही समय में, यह मामला एक राष्ट्रीय परिघटना बन गया जहां उस समय के हर प्रमुख कानूनी और राजनीतिक व्यक्ति ने उपस्थिति दर्ज करवाई थी। समाज के अमीर और अपराधी शामिल थे। इस सब के बीच, मीडिया ने एक अत्यंत प्रभावशाली भूमिका निभाई थी।
ये सभी घटनाएं निश्चित रूप से, नानावटी केस को वास्तव में एक ध्यान खींचने वाली और आकर्षक कहानी बनाती हैं। 'द वर्डिक्ट - स्टेट वेर्सिस नानावती' सार्वजनिक रिकॉर्ड, उस समय के समाचार पत्रों में छिपे आर्टिकल, उन लोगों के साथ किये गए इंटरव्यू जिन्हें मामले का ज्ञान है और कानूनी ड्रामा पर आधारित है। जबकि मुकदमे का नतीजा अब एक ज्ञात तथ्य है, फिर भी यह एक ऐसे मामले का खुलासा है जो राष्ट्र के लिए हित की बात है। वेब-सीरीज़ में यह दिखाया जाएगा कि कैसे यह सब बचाव के लिए कैसे एक साथ आये और कैसे अभियोजन पक्ष ने दूसरे पक्ष को अपराधी साबित करने की पूरी कोशिश की थी।
'द वर्डिक्ट - स्टेट वर्सेज नानावती' के लॉन्च पर बालाजी टेलीफिल्टर्स की ज्वाइंट एमडी एकता कपूर ने साझा किया,"हम 3 साल से अधिक समय से द वर्डिक्ट पर काम कर रहे हैं और यह सब सफ़ल साबित हुआ है। यह मेरी सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना में से एक है और इस बार कहानी सिल्विया की भावना के साथ पेश की जाएगी। साल 2018 तक भारत में एकतरफा व्यभिचार कानून था जो एक महिला को उसके पति की संपत्ति मानता था। सिल्विया नानावती एक ऐसे समय से तालुख रखती है जहाँ प्यार और नैतिकता दो अलग-अलग राह पर थे! पहली बार दर्शक भारत के सबसे विवादास्पद मामले को दूसरे दृष्टिकोण से देखेंगे।"
शो के बारे में पूछे जाने पर, मानव कहते हैं, “इस शो में काम करना एक बेहद आकर्षक और समृद्ध अनुभव रहा है। सच कहूं तो, मुझे एक ऐसी टुकड़ी का हिस्सा होने पर गर्व है, जिसमें मकरंद देशपांडे और सौरभ शुक्ला जैसे भारत के सबसे प्रतापी और दिग्गज कलाकार हैं। हर किरदार को पेश करने के लिए बेहद रिसर्च की गई है। मुझे यकीन है कि इसके अलग-अलग नरेटिव और सभी पात्रों का प्रभावशाली चित्रण दर्शकों को आकर्षित करने में सफ़ल रहेगा।"
"यह मेरा डिजिटल डेब्यू है और पहली बार मुझे अपने किरदार के साथ भावनाओं को प्रदर्शित करने और अनुभव करने का मौका मिला है। सिल्विया एक बहुत ही कमजोर चरित्र है और सिर्फ कल्पना करना कि यह महिला वास्तव में किन परिस्थितियों से गुजरी होगी, इस सोच ने मुझे इसे पूरी ईमानदारी से चित्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया। मुझ पर विश्वास करने के लिए मैं एकता कपूर की आभारी हूं और मुझे यह अवसर देने के लिए मेरे निर्देशक शशांत शाह की शुक्रगुज़ार हूँ। मुझे यकीन है कि दर्शकों को मेरा यह अनदेखा अवतार ज़रूर पसंद आएगा।”, एली अवराम ने कहा।
शशांत शाह द्वारा निर्देशित, 10-एपिसोड श्रृंखला वास्तविक जीवन की घटना पर आधारित है जिसने भारत के इतिहास में एक ऐतिहासिक निर्णय को चिह्नित किया है।
इनपुट- एजेंसी
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